भारत की बड़ी कंपनियां वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1) के नतीजों की घोषणा के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इस बार के Q1 results सीजन में कई प्रमुख कंपनियां अपने वित्तीय प्रदर्शन का खुलासा करेंगी, जिनमें Tata Consultancy Services (TCS), Avenue Supermarts (DMart), Siemens Energy India, और Aditya Birla Money जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इन कंपनियों के नतीजे बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे। Tata Consultancy Services ने अपने एक ताजा एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि कंपनी का बोर्ड 10 जुलाई, 2025 को बैठक करेगा, जिसमें 30 जून, 2025 को समाप्त तिमाही के standalone और consolidated financial results को मंजूरी दी जाएगी। कंपनी ने यह भी कहा कि अगर interim dividend घोषित किया जाता है तो वह 16 जुलाई, 2025 को रिकॉर्ड डेट के आधार पर शेयरधारकों को दिया जाएगा। TCS के Q1 results को बाजार काफी ध्यान से देख रहा है क्योंकि यह IT सेक्टर की सेहत का प्रमुख संकेतक माना जाता है। वहीं, Avenue Supermarts जो DMart के नाम से जाना जाता है, 11 जुलाई को अपना Q1 financial performance जारी करेगा। इसके साथ ही Aditya Birla Money भी उसी दिन अपने नतीजे सामने लाएगी। इस प्रकार से यह सप्ताह भारतीय शेयर बाजार के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। इस सप्ताह कई अन्य कंपनियां भी अपने Q1 earnings रिपोर्ट जारी करेंगी
7 जुलाई को Siemens Energy India, Arihant Capital Markets, और Nectar Lifesciences जैसे कंपनियां अपने परिणाम घोषित करेंगी। 8 जुलाई को Umiya Buildcon, Lake Shore Realty, और Delta Industrial Resources की रिपोर्ट्स आएंगी। 9 जुलाई को Bodhtree Consulting, Burnpur Cement, और Supreme Infrastructure India जैसे कई नाम शामिल हैं। 10 जुलाई को TCS के साथ Tata Elxsi, Silverline Technologies और GTPL Hathway रिपोर्ट पेश करेंगे। डिविडेंड के मामले में भी इस सप्ताह कई बड़ी कंपनियां नजर आएंगी। Titan, Persistent Systems, और Mphasis जैसे स्टॉक्स रिकॉर्ड डेट के करीब पहुंच रहे हैं, जिससे निवेशकों की रुचि बढ़ गई है। इसी बीच, भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को भारी दबाव देखने को मिला। NIFTY और SENSEX दोनों सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। SENSEX में लगभग 676 अंक की गिरावट आई और यह 83,366 के स्तर पर आ गया। NIFTY में भी 0.08% की गिरावट दर्ज की गई और यह 25,440 के करीब बंद हुआ
इस गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी टैरिफ डेडलाइन (9 जुलाई) को लेकर बाजार में बढ़ती अनिश्चितता और विदेशी निवेशकों के फंड आउटफ्लो को माना गया। NIFTY50 की बड़ी कंपनियों में Tech Mahindra, Eternal, BEL, Hindalco, UltraTech Cement, Maruti, HCLTech, ONGC और ICICI Bank के शेयर गिरावट के शिकार रहे, जबकि Hindustan Unilever, Tata Consumer Products, Jio Financial Services, ITC, NTPC और Power Grid ने बढ़त बनाई। इस सप्ताह के Q1 results और डिविडेंड घोषणाओं को लेकर बाजार में उत्साह के साथ-साथ सतर्कता भी देखने को मिल रही है। निवेशक बड़ी कंपनियों के नतीजों पर नजर टिकाए हुए हैं ताकि वे अगले वित्तीय कदमों की रणनीति बना सकें। खासतौर पर IT सेक्टर के दिग्गज TCS के नतीजे बाजार के लिए दिशा-निर्देशक साबित होंगे। इसके अलावा Adani Enterprises ने हाल ही में ₹1,000 करोड़ के NCD issue की घोषणा की है, जिससे कंपनी के फाइनेंसियल स्ट्रक्चर में बदलाव हो सकता है। हालांकि, इसके शेयर हाल के दिनों में मामूली दबाव में रहे हैं। कुल मिलाकर, Q1 results सीजन एक महत्वपूर्ण पड़ाव है जिसमें कंपनियों की पहली तिमाही की वित्तीय स्थिति का खुलासा होगा और यह भारतीय शेयर बाजार की आगामी दिशा को प्रभावित करेगा। निवेशक और विश्लेषक दोनों ही इस सप्ताह की घोषणाओं पर पूरी नजर रखे हुए हैं ताकि वे बेहतर निवेश निर्णय ले सकें