Virupaksha Organics Limited, जो कि एक R&D केंद्रित भारतीय फार्मास्यूटिकल कंपनी है, ने हाल ही में SEBI के पास अपना Draft Red Herring Prospectus (DRHP) दाखिल कर अपनी Initial Public Offering (IPO) के माध्यम से 740 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। Hyderabad आधारित इस कंपनी का यह IPO पूरी तरह से Fresh Issue of Equity Shares का है, जिसका मतलब है कि यह शेयरों का नया इश्यू होगा, न कि किसी मौजूदा शेयरधारक से शेयर बिक्री। Virupaksha Organics का मुख्य व्यवसाय Active Pharmaceutical Ingredients (APIs) और Intermediates के निर्माण में है। कंपनी विशेष रूप से Small Molecule APIs, Key Starting Materials (KSMs), और Intermediates का उत्पादन करती है, जो विभिन्न उपचार क्षेत्रों जैसे Anti-histamines, Analgesics, Anti-fungals, Anti-diabetics, Anti-depressants, Anti-asthmatics, Anti-tussives, Anti-anginals, Antihypercholesterolemics, और Anti-ulceratives में उपयोग होते हैं। यह कंपनी अपने उत्पादों को 100 से अधिक देशों में 550 से अधिक कस्टमर्स को सप्लाई करती है। Virupaksha Organics के पास कुल छह मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जिनमें से चार Hyderabad, Telangana में और दो Humnabad, Karnataka में स्थित हैं। इन यूनिट्स में कुल 223 Reactors हैं, जिनकी कुल Reactor Volume 988 Kilolitres है। FY25 में कंपनी ने 811 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 78 करोड़ रुपये का Profit After Tax (PAT) दर्ज किया है। IPO से मिलने वाली राशि का उपयोग कंपनी कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में करने की योजना बना रही है। Rs. 360 करोड़ रुपये कंपनी अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर की जरूरतों को पूरा करने के लिए खर्च करेगी, जिससे Unit 1, Unit 2, Unit 4 और Unit 5 की क्षमता का विस्तार किया जाएगा
इसके अलावा Rs. 195 करोड़ रुपये का उपयोग कंपनी अपने कुछ Outstanding Borrowings के प्रीपेमेंट के लिए करेगी। बाकी की धनराशि General Corporate Purposes के लिए रखी जाएगी। Virupaksha Organics का Contract Development and Manufacturing Organization (CDMO) बिजनेस भी कंपनी की खासियत है। यह बिजनेस मॉडल कंपनी की रिसर्च एंड डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं का फायदा उठाते हुए थर्ड पार्टी मैन्युफैक्चरर्स को CDMO सेवाएं प्रदान करता है, जिससे कंपनी को और अधिक बाजार में पकड़ मिलती है। कंपनी के Promoters में Chandra Mouliswar Reddy Gangavaram, Balasubba Reddy Mamilla, Chandrasekhar Reddy Gangavaram, Vedavathi Gangavaram, Kondapalli Sandeep Reddy, Kotla Suraj Reddy, Mamilla Nagarjun Reddy, Gangavaram Sri Lakshmi और G Sri Vidya शामिल हैं। इन प्रमोटर्स की मजबूत पृष्ठभूमि कंपनी के विकास को मजबूती प्रदान करती है। IPO के प्री-लॉन्च चरण में, Virupaksha Organics Pre-IPO Placement के जरिए 148 करोड़ रुपये तक जुटाने पर विचार कर रही है। यदि यह Pre-IPO Placement होता है, तो Fresh Issue की राशि उससे कम हो जाएगी। इस IPO के Book Running Lead Managers (BRLMs) के रूप में Axis Capital Limited और SBI Capital Markets Limited नियुक्त किए गए हैं। फार्मा सेक्टर में नए प्रोडक्ट्स और तकनीकी नवाचारों के साथ Virupaksha Organics की यह पहल निवेशकों के लिए आकर्षक साबित हो सकती है
कंपनी की मजबूत R&D क्षमताएं, विविधता से भरा प्रोडक्ट पोर्टफोलियो, और वैश्विक ग्राहक आधार इसे एक भरोसेमंद और विकसित होती कंपनी के रूप में स्थापित करते हैं। विशेष रूप से, फार्मास्यूटिकल API और Intermediate निर्माण के क्षेत्र में निरंतर बढ़ती मांग के कारण Virupaksha Organics के IPO में निवेशकों की रुचि बढ़ने की संभावना है। इसके साथ ही, कंपनी की योजना अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने की है, जिससे भविष्य में कंपनी की आय और मुनाफे में वृद्धि होने की उम्मीद है। इस IPO के जरिए Virupaksha Organics भारतीय फार्मा उद्योग में अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहती है, जो कि देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस वजह से यह IPO न केवल निवेशकों के लिए बल्कि पूरे फार्मा सेक्टर के लिए एक महत्वपूर्ण और उत्साहजनक खबर है। Virupaksha Organics का यह IPO जल्द ही बाजार में आने वाला है, जो निवेशकों को भारतीय फार्मा उद्योग की तेजी से बढ़ती संभावनाओं में भागीदारी का मौका देगा। कंपनी की वित्तीय मजबूती, विस्तार योजनाएं, और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद इसे इस क्षेत्र में एक प्रतिस्पर्धी खिलाड़ी बनाते हैं। कुल मिलाकर, Virupaksha Organics Limited का यह IPO भारतीय फार्मा क्षेत्र में नई उम्मीदें और संभावनाएं लेकर आ रहा है, जिससे निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना जताई जा रही है