भारतीय शेयर बाजार ने सोमवार, 13 अक्टूबर को दो दिवसीय तेजी के बाद गिरावट दर्ज की, जो वैश्विक बाजारों की कमजोरियों और अमेरिका-चीन के बीच बढ़ती व्यापार तनाव की वजह से आया। US President Donald Trump ने घोषणा की कि अमेरिका 1 नवंबर से चीन से आयातित सामानों पर मौजूदा टैरिफ के अलावा अतिरिक्त 100% टैरिफ लगाएगा। यह कदम चीन द्वारा महत्वपूर्ण सामग्री पर नए निर्यात नियंत्रण लगाने के जवाब में लिया गया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार विवाद और भी गहरा गया है। इस खबर ने निवेशकों के मनोबल को कमजोर कर दिया और भारतीय बाजारों में दबाव बढ़ा। दिन के दौरान SENSEX ने 458 अंक तक की गिरावट देखी और NIFTY50 ने 25,152 के इंट्राडे निचले स्तर को छू लिया। हालांकि बाजार बंद होते समय SENSEX 174 अंक बढ़कर 82,327 पर बंद हुआ, लेकिन NIFTY50 58 अंक की गिरावट के साथ 25,227 पर बंद हुआ। यह नतीजा दर्शाता है कि बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच भी निवेशकों में अनिश्चितता बनी हुई है। NIFTY50 के अंदर Tata Motors सबसे बड़ा नुकसान करने वाला स्टॉक रहा, जो 2.2% गिरकर ₹664 पर बंद हुआ। यह गिरावट कंपनी के Commercial Vehicles business के डिमर्जर की रिकॉर्ड डेट से एक दिन पहले आई है। इसके अलावा Infosys (-1.49%), Wipro (-1.43%), Hindustan Unilever (-1.28%) और Nestle India (-1.19%) जैसे बड़े नाम भी बाजार में दबाव में रहे
वहीं दूसरी ओर, Adani Ports ने 2.1% की मजबूती के साथ ₹1,439 पर बंद होकर NIFTY50 में सबसे बड़ा लाभकर्ता बना। Bajaj Auto (1.5%), Bajaj Finance (1.48%), Shriram Finance (1.2%) और Bajaj Finserv (0.98%) ने भी अच्छे लाभ दर्ज किए। मिडकैप सेक्टर में NIFTY Midcap 100 ने मामूली बढ़त दिखाई, 0.11% या 65 अंक की वृद्धि के साथ 58,762 के स्तर पर बंद हुआ। इस इंडेक्स में कुल मिलाकर 56 शेयर नीचे और 44 शेयर ऊपर बंद हुए। L&T Finance ने 4.28% की बढ़त के साथ ₹267 पर सबसे अधिक लाभ कमाया। इसके अलावा BSE (4.26%), Motilal Oswal (3.77%), Torrent Power (3.65%) और Fortis Healthcare (3.29%) भी मजबूत रहे। इसके विपरीत, Tata Communications 4.35% गिरकर ₹1,789 पर बंद हुआ और Vodafone Idea (-3.87%), Voltas (-2.55%), Blue Star (-2.26%) तथा BHEL (-2.23%) जैसे शेयर भी नुकसान में रहे। NIFTY Smallcap 100 इंडेक्स 0.2% या 32 अंक गिरकर 18,102 पर बंद हुआ। इसमें 67 शेयर नीचे और 33 ऊपर बंद हुए। BLS International में भारी गिरावट आई, जो 11.54% टूटकर ₹298.25 पर आ गया
Reliance Power ने 5.1% की गिरावट दर्ज की और ₹46 पर बंद हुआ। इसका कारण कंपनी के Executive Director और CFO Ashok Kumar Pal के अचानक पदत्याग और ED द्वारा उनकी गिरफ्तारी की खबर है। Pal पर PMLA के तहत जांच चल रही है और अदालत ने ED को दो दिन की हिरासत दी है। इस घटनाक्रम ने कंपनी के शेयरधारकों में चिंता बढ़ा दी है। इसके अलावा Redington (-3.98%), Kaynes Technologies (-3.34%) और Data Patterns (-3.15%) भी नुकसान में रहे। वहीं KFIN Technologies (7.09%), HBL Engineering (4.25%), Dr Lal Pathlabs (3.66%), MCX (3.07%) और Himadri Specialty Chemicals (2.52%) ने अच्छी तेजी दिखाई। इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ होता है कि वैश्विक व्यापार तनाव और घरेलू कॉर्पोरेट घटनाओं के कारण भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। निवेशकों के लिए यह समय सतर्क रहने और बाजार की चाल पर नजर बनाए रखने का है। ट्रेड वार के बढ़ने से न केवल चीन और अमेरिका के बीच बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भी व्यवधान आ सकता है, जिसका असर भारतीय कंपनियों और निवेशकों पर भी पड़ेगा। भारतीय बाजार जहां एक ओर वैश्विक दबावों के कारण कमजोर दिख रहे हैं, वहीं कुछ सेक्टर्स और कंपनियां अपनी मजबूत फंडामेंटल्स के चलते निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं
आने वाले दिनों में भी अमेरिकी-चीन व्यापार वार्ता और कंपनियों की कॉर्पोरेट घटनाओं पर नजर बनी रह सकती है, जो बाजार की दिशा तय करेगी। फिलहाल, निवेशकों का रुख सतर्क और परखे हुए कदम पर ही आधारित है