Nifty 50 और Sensex ने 27 अक्टूबर को शुरुआती कारोबार में मजबूती के साथ शुरुआत की और निवेशकों के बीच उत्साह का माहौल बना रहा। वैश्विक बाजारों में अमेरिकी और चीन के बीच व्यापार तनाव में कमी, साथ ही अमेरिकी Federal Reserve की ब्याज दर में कटौती की उम्मीदों ने इस तेजी को और बल दिया। खासतौर पर अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़ों में नरमी आने से वैश्विक शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिली, जिसका असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा। भारत में त्योहारों के मौसम में बिक्री में तेजी और निजी क्षेत्र की पूंजीगत व्यय में सुधार की खबरों ने भी निवेशकों का भरोसा बढ़ाया। सुबह 10 बजे तक Sensex 417.23 अंक या 0.50 प्रतिशत की बढ़त के साथ 84,629.11 पर पहुंच गया, वहीं Nifty 129 अंक या 0.50 प्रतिशत की तेजी के साथ 25,924.15 पर कारोबार कर रहा था। हालांकि India VIX, जो बाजार की अस्थिरता का सूचक है, लगभग चार प्रतिशत बढ़कर 12.03 के स्तर पर आ गया, जो बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना को दर्शाता है। सभी सेक्टर्स में सकारात्मक रुख देखा गया, जिसमें Realty, Oil and Gas, और Financial Services ने सबसे अधिक तेजी दिखाई। इसके अलावा Auto, FMCG, IT, Media, Metal और PSU Bank इंडेक्स भी हरे निशान पर थे, जो व्यापक खरीदारी रुचि का संकेत था। हालांकि Pharma, Private Banks, Healthcare और Consumer Durables सेक्टर्स में मामूली कमजोरी देखने को मिली और ये लाल निशान में खुले। Kotak Mahindra Bank के शेयरों में लगभग दो प्रतिशत की गिरावट आई, जो पूरे बाजार पर थोड़ी दबाव डालने वाला रहा
इसका कारण बैंक के सितंबर तिमाही (Q2FY26) के वित्तीय परिणाम रहे, जिसमें नेट प्रॉफिट में तीन प्रतिशत की गिरावट आई और यह 3,253 करोड़ रुपये पर आ गया, जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में यह 3,344 करोड़ रुपये था। निवेशकों ने इस प्रदर्शन के बाद कुछ हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया। डॉ. रेड्डी’स Laboratories ने दूसरी तिमाही में 14.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 1,437 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। हालांकि, अच्छे नतीजों के बावजूद भी निवेशकों ने मुनाफा निकालना शुरू कर दिया, जिससे इस फार्मा कंपनी के शेयरों में शुरुआती कारोबार में कुछ गिरावट देखी गई। तकनीकी दृष्टिकोण से Nifty ने 25,700-25,660 के महत्वपूर्ण सपोर्ट क्षेत्र के ऊपर मजबूती बनाए रखी है। इस दौरान 25,830 को इंट्राडे पिवट के रूप में देखा जा रहा है, जबकि 25,950 को प्रमुख ब्रेकआउट स्तर के तौर पर माना जा रहा है। Ponmudi R, CEO, Enrich Money ने कहा कि “यदि Nifty इस स्तर से ऊपर स्थायी बंद होता है, तो यह 26,200-26,400 तक तेज रैली का ट्रिगर बन सकता है। वहीं 25,600 के करीब गिरावट आने पर भी खरीदारी का अच्छा अवसर मिल सकता है। ” उन्होंने यह भी जोड़ा कि 25,660 का पिछला स्विंग हाई अब एक मजबूत सपोर्ट के रूप में काम करेगा, जिससे बाजार की रूपरेखा सकारात्मक बनी रहेगी। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि निकट भविष्य में Nifty 25,500 से 26,000 के बीच सीमित दायरे में कारोबार कर सकता है
डेरिवेटिव्स सेक्टर में ऑप्शंस ओपन इंटरेस्ट (OI) की स्थिति इस रेंज को और मजबूत करती दिख रही है। SAMCO Securities के डेरिवेटिव्स रिसर्च एनालिस्ट Dhupesh Dhameja ने बताया कि “26,000 स्ट्राइक कॉल ओपन इंटरेस्ट में सबसे ऊपर है, जो इस स्तर को एक मजबूत रेजिस्टेंस जोन बनाता है जहाँ कॉल राइटर्स अपने पोजिशन को सक्रिय रूप से डिफेंड कर रहे हैं। वहीं 25,500 स्ट्राइक पर सबसे अधिक पुट ओपन इंटरेस्ट है, जो इस क्षेत्र को मजबूत सपोर्ट जोन बनाता है क्योंकि पुट राइटर्स पोजिशन बढ़ा रहे हैं और बाजार को इस स्तर से नीचे गिरने से बचाने में विश्वास दिखा रहे हैं। ” यह ओपन इंटरेस्ट का केंद्रित होना बताता है कि निकट अवधि में Nifty 25,500-26,000 के दायरे में ही रह सकता है। इस प्रकार, 27 अक्टूबर का दिन बाजार में सकारात्मक शुरुआत के साथ उत्साह और उम्मीदों को लेकर आया, जहाँ वैश्विक और घरेलू कारक मिलकर निवेशकों के मनोबल को बढ़ा रहे हैं। त्योहारों के मौसम की खरीदारी और निजी क्षेत्र के निवेश में तेजी के संकेत भारतीय बाजार के लिए मजबूत आधार प्रदान कर रहे हैं। हालांकि, बाजार में अस्थिरता की संभावना बनी हुई है, लेकिन तकनीकी स्तर और डेरिवेटिव्स के आंकड़े दर्शाते हैं कि Nifty और Sensex निकट भविष्य में नए उच्च स्तरों को छूने की दिशा में बढ़ सकते हैं