सोने की कीमतों ने भारत में बुधवार, 15 अक्टूबर 2025 को लगातार तीसरे दिन मजबूती दिखाई, जिससे निवेशकों में उत्साह और त्योहारों के सीजन में खरीदारी की लहर देखने को मिली। 24K सोना ₹54 की बढ़त के साथ ₹12,889 प्रति ग्राम पर पहुंच गया, वहीं 22K सोना ₹50 महंगा होकर ₹11,815 प्रति ग्राम और 18K सोना ₹71 की बढ़त के साथ ₹9,697 प्रति ग्राम पर बंद हुआ। यह लगातार बढ़ोतरी घरेलू बाजार में सोने की मजबूत मांग और निवेशकों की बढ़ती जागरूकता को दर्शाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतों में यह उछाल न केवल भारत में त्योहारों की खरीदारी का नतीजा है, बल्कि वैश्विक बाजारों में भी सोने की मजबूती, डॉलर की उतार-चढ़ाव और निवेशकों की मुद्रास्फीति से बचाव की इच्छा मुख्य कारण बने हैं। सोना एक पारंपरिक और सुरक्षित संपत्ति माना जाता है, जो आर्थिक अनिश्चितताओं के वक्त निवेशकों को आत्मनिर्भरता की भावना देता है। देश के प्रमुख शहरों में भी सोने की कीमतों में समान रूप से बढ़ोतरी देखी गई। मुंबई, चेन्नई, बैंगलोर, हैदराबाद और केरल में 24K सोना ₹12,889 प्रति ग्राम पर स्थिर रहा, जबकि दिल्ली में यह कीमत थोड़ी अधिक रही और ₹12,904 प्रति ग्राम पर पहुंच गई। 22K और 18K सोने की कीमतें भी इसी तरह सभी शहरों में लगभग समान स्तर पर थीं। पिछले कुछ दिनों के मूल्य आंदोलन पर नजर डालें तो 10 अक्टूबर को 24K सोना ₹12,229 प्रति ग्राम था, जो लगातार बढ़कर 15 अक्टूबर को ₹12,889 तक पहुंच गया। इसी प्रकार 22K सोने की कीमत 11,210 से बढ़कर 11,815, और 18K सोना 9,172 से बढ़कर 9,697 प्रति ग्राम हो गया
व्यापारियों और विश्लेषकों के अनुसार, यह बढ़त त्योहारों के सीजन के चलते खरीदारों के बढ़े हुए रुझान और निवेशकों की सकारात्मक सोच का परिणाम है। इसके साथ ही, वैश्विक आर्थिक हालात जैसे कि अमेरिकी डॉलर में उतार-चढ़ाव और बांड यील्ड में बदलाव सोने की कीमतों पर असर डाल रहे हैं। हालाँकि, घरेलू मांग सोने की कीमतों को स्थिर रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। विशेषज्ञ आगे भी मानते हैं कि आने वाले हफ्तों में शादी और त्योहारों की बढ़ती मांग के कारण सोने की कीमतों में मजबूती बनी रह सकती है। यह समय निवेशकों और उपभोक्ताओं के लिए सोने में निवेश का उपयुक्त मौका हो सकता है क्योंकि आर्थिक अनिश्चितताएं और मुद्रास्फीति की आशंकाएं बनी हुई हैं। सोना हमेशा से ही भारतीय परिवारों के लिए सिर्फ आभूषण ही नहीं बल्कि भविष्य सुरक्षित करने का एक जरिया रहा है। इस बार भी कीमतों में हुई लगातार बढ़ोतरी और मजबूत मांग ने इस धातु की लोकप्रियता को दोबारा साबित कर दिया है। निवेशक और ज्वेलरी खरीददार दोनों की उत्सुकता इस बात की गवाही देती है कि सोना भारतीय अर्थव्यवस्था में एक अहम भूमिका निभाता रहेगा। कुल मिलाकर, 15 अक्टूबर 2025 को सोने की कीमतों में हुई वृद्धि ने यह साफ कर दिया है कि यह परंपरागत निवेश विकल्प अभी भी भारतीय बाजार में अपनी पकड़ मजबूत बनाए हुए है। निवेशकों का भरोसा और त्योहारों की खरीदारी की तेजी के कारण सोने की कीमतों में मजबूती बनी रहेगी
ऐसे में यह समय सोने में निवेश करने वालों के लिए लाभदायक साबित हो सकता है