Nifty 50 ने 15 जुलाई को चार दिन की गिरावट के बाद शानदार वापसी की और 114 अंक की तेजी के साथ बंद हुआ। पूरे सत्र में खरीदारी की मजबूत लहर देखी गई, जिससे बाजार की स्थिति में सुधार हुआ। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक इंडेक्स अपने शॉर्ट-टर्म मूविंग एवरेजेज़ के ऊपर स्थिर नहीं होता, तब तक बाजार में रेंजबाउंड ट्रेडिंग और कंसोलिडेशन जारी रह सकता है। अगर Nifty 50 25,250 से 25,300 के जोन को फिर से हासिल कर पाता है, जो कि 20-दिन और 10-दिन के EMA से मेल खाता है, तो 25,400 से 25,500 तक का रुख संभव है। वहीं, नीचे की ओर 25,000 का स्तर मजबूत सपोर्ट का काम करेगा। तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, Nifty 50 ने दैनिक टाइमफ्रेम पर एक बुलिश कैंडल बनाई है जिसमें हल्का ऊपरी शैडो है, जो 25,000 के सपोर्ट जोन से खरीदारी की रुचि को दर्शाता है। इंडेक्स ने हाईयर हाई और हाईयर लो का पैटर्न भी दिखाया है, हालांकि यह अभी भी शॉर्ट-टर्म मूविंग एवरेजेज़ के नीचे ट्रेड कर रहा है। RSI 50 के ऊपर चढ़ गया है और ऊपर की ओर ट्रेंड कर रहा है, जो बढ़ते हुए मोमेंटम का संकेत है। वहीं, MACD में नेगेटिव क्रॉसओवर बना हुआ है और हिस्टोग्राम में कमजोरी देखी जा रही है, जो सतर्क रहने की सलाह देता है। Bank Nifty ने भी सकारात्मक संकेत दिए हैं
15 जुलाई को इस इंडेक्स ने 57,007 के स्तर पर बंद किया, जिसमें 56,600 के सपोर्ट से शानदार रिकवरी हुई। Bank Nifty ने दैनिक चार्ट पर बुलिश कैंडल बनाई है जिसमें हल्का ऊपरी विक देखा गया। यह इंडेक्स अपने शॉर्ट-टर्म मूविंग एवरेजेज़ के ऊपर भी चढ़ गया है। Stochastic RSI जल्द ही ओवरसोल्ड जोन में पॉजिटिव क्रॉसओवर पर है, जबकि RSI करीब 60 के स्तर पर है और ऊपर की ओर बढ़ रहा है। MACD में अभी भी नेगेटिव क्रॉसओवर बना हुआ है, लेकिन हिस्टोग्राम में सुधार दिख रहा है, जो मंदी की गति में कमी का संकेत देता है। विकल्प (Options) डेटा पर नजर डालें तो Nifty के 26,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक Call Open Interest (1.24 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट) मौजूद है, जो निकट भविष्य में एक महत्वपूर्ण रेसिस्टेंस साबित हो सकता है। इसके बाद 25,500 (1.18 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट) और 25,200 (97.36 लाख कॉन्ट्रैक्ट) स्ट्राइक हैं। सबसे ज्यादा Call Writing 26,000 स्ट्राइक पर हुई है, जिसमें 13.92 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स का इजाफा हुआ। वहीं, 25,100 स्ट्राइक पर सबसे अधिक Call Unwinding हुआ, जिसमें 27.93 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स कम हुए। Put Options में 25,000 स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा Open Interest (1.05 करोड़ कॉन्ट्रैक्ट) है, जो कि एक मजबूत सपोर्ट लेवल माना जा सकता है
Put Writing में 25,200 स्ट्राइक सबसे अग्रणी रहा, जिसमें 57.96 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स जोड़े गए। Bank Nifty के ऑप्शंस में भी 56,000 स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा Call Open Interest (13.76 लाख कॉन्ट्रैक्ट) है, जो इस इंडेक्स के लिए अहम स्तर होगा। Put Open Interest भी 56,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक (22.36 लाख कॉन्ट्रैक्ट) दर्ज किया गया है। यह दोनों स्तर Bank Nifty के लिए महत्वपूर्ण सपोर्ट और रेसिस्टेंस पोइंट्स की तरह काम करेंगे। मूल्यांकन के दौरान Put-Call Ratio (PCR) में वृद्धि देखी गई है, जो 15 जुलाई को 0.88 पर पहुंच गया, जबकि इससे पहले यह 0.72 था। PCR का बढ़ना दर्शाता है कि बाजार में Put ऑप्शंस की बिक्री ज्यादा हो रही है, जो आमतौर पर बुलिश मूड की पुष्टि करता है। यदि यह रेशियो 0.7 से नीचे आता है तो यह बाजार में मंदी की भावना को दर्शाता है। भारत का प्रमुख भय सूचकांक India VIX भी 4.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11.48 पर बंद हुआ, जो 26 अप्रैल 2024 के बाद का सबसे निचला स्तर है। VIX में यह कमी बाजार में विश्वास की वृद्धि को दर्शाती है। मार्केट में कुल 76 स्टॉक्स में Long Build-up देखा गया, जहां कीमत और Open Interest दोनों बढ़े, जबकि 17 स्टॉक्स में Long Unwinding हुआ है
Short Build-up में 33 स्टॉक्स शामिल हैं, जहां कीमत गिरने के साथ Open Interest बढ़ा। Short-Covering की श्रेणी में 103 स्टॉक्स रहे, जहां कीमत बढ़ने के साथ Open Interest घटा। F&O सेगमेंट में Glenmark Pharma, Hindustan Copper और RBL Bank पर प्रतिबंध जारी है, जबकि इस बार कोई नया स्टॉक F&O बैन में शामिल नहीं हुआ। इस प्रकार Nifty 50 और Bank Nifty दोनों ही इंडेक्स में मजबूत रिकवरी के संकेत मिल रहे हैं, लेकिन शॉर्ट-टर्म मूविंग एवरेजेज़ के ऊपर स्थिरता के बिना बाजार में रेंजबाउंड मूवमेंट जारी रह सकता है। निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए 25,000 और 25,250 से 25,300 के बीच के स्तरों पर नजर बनाए रखना जरूरी होगा, क्योंकि ये अगले कुछ दिन में बाजार के दिशा निर्धारण में अहम भूमिका निभा सकते हैं