Ather Energy के शेयरों ने मंगलवार, 21 अक्टूबर को विशेष Muhurat trading session के दौरान 5.5% की मजबूत बढ़त दर्ज की और 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुँच गए। National Stock Exchange पर दोपहर 2:05 बजे स्टॉक ₹757 प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा था, जो पिछले सत्र की तुलना में 4.82% की बढ़त दर्शाता है। पिछले पांच ट्रेडिंग सत्रों में Ather Energy के शेयरों ने कुल 22.5% की तेजी देखी है, जबकि एक महीने में यह वृद्धि 28% तक पहुंच चुकी है। कंपनी का शेयर मूल्य NSE लिस्टिंग के बाद से ₹328 से बढ़कर अब तक 132% की जबरदस्त छलांग लगा चुका है। वर्तमान में Ather Energy का मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹28,752.51 करोड़ के आसपास है। हाल ही में कंपनी ने एक बड़ा मील का पत्थर पार किया है, जब उसने 5 लाख इलेक्ट्रिक स्कूटर का उत्पादन पूरा किया। TVS Motor Company, जो इलेक्ट्रिक दोपहिया क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी है, ने 6 अक्टूबर को अपने Hosur, Tamil Nadu स्थित प्लांट से अपना 500,000वां स्कूटर रोलआउट किया। यह मील का पत्थर Ather के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह स्कूटर, Ather Rizta, कंपनी की फैमिली स्कूटर है जिसने पिछले साल लॉन्च के बाद से अच्छे ग्रोथ नंबर दिखाए हैं। Ather Energy के सह-संस्थापक और CTO Swapnil Jain ने इस उपलब्धि को कंपनी की वर्षों की मेहनत, इंजीनियरिंग, टेस्टिंग और गुणवत्ता पर ध्यान देने का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि यह सफलता कंपनी के ग्राहकों के विश्वास और भरोसे को भी दर्शाती है
Ather Energy की मौजूदा उत्पादन क्षमता भी कंपनी के विस्तार के इरादों को स्पष्ट करती है। कंपनी Hosur में दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स चलाती है, जिनमें से एक वाहन असेंबली के लिए है और दूसरी बैटरी उत्पादन के लिए। इन दोनों संयंत्रों की कुल वार्षिक उत्पादन क्षमता 4.2 लाख स्कूटर है। इसके अलावा, कंपनी महाराष्ट्र के Chhatrapati Sambhajinagar में Bidkin, AURIC क्षेत्र में तीसरी फैक्ट्री स्थापित कर रही है, जिसे Industry 4.0 के तहत दो चरणों में विकसित किया जाएगा। जब यह फैक्ट्री पूरी तरह से चालू हो जाएगी, तो Ather Energy की कुल वार्षिक उत्पादन क्षमता 14.2 लाख इलेक्ट्रिक स्कूटर तक पहुंच जाएगी। Ather Energy की स्थापना 2013 में हुई थी और तब से यह भारत की अग्रणी इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माता कंपनियों में से एक बन गई है। यह Ola Electric और TVS Motor जैसी अन्य प्रमुख कंपनियों से प्रतिस्पर्धा कर रही है, जो देश के तेजी से बढ़ते EV सेक्टर में सक्रिय हैं। हालांकि, कंपनी को कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा है। पिछले महीने Ather Energy ने सरकार की PM E-DRIVE योजना के तहत ₹26.25 करोड़ के डिमांड इंसेंटिव क्लेम्स को स्थगित करने की घोषणा की थी। इसका कारण चीन द्वारा भारी दुर्लभ पृथ्वी के चुम्बकों पर निर्यात प्रतिबंध था, जिसने वैश्विक सप्लाई चेन को प्रभावित किया
इस प्रतिबंध के कारण Ather के ट्रैक्शन मोटर निर्माण में बाधा आई और मोटर सप्लायर्स को Phased Manufacturing Program (PMP) के दिशानिर्देशों में कुछ अस्थायी बदलाव करने पड़े। इन बदलावों की वजह से कंपनी 52,500 इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए PM E-DRIVE योजना के तहत इंसेंटिव क्लेम जमा करने में असमर्थ हो सकती है। वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो Ather Energy ने Q1 FY26 में ₹178.2 करोड़ का नेट लॉस रिपोर्ट किया, जो पिछले साल की इसी अवधि में ₹183 करोड़ की हानि से थोड़ी बेहतर स्थिति है। कंपनी की रेवेन्यू में 79% की बढ़ोतरी हुई है, जो ₹360.5 करोड़ से बढ़कर ₹644.6 करोड़ हो गई है। कुल आय भी ₹368.4 करोड़ से बढ़कर ₹672.9 करोड़ हो गई है, जो 82.6% की वृद्धि दर्शाती है। EBITDA लॉस ₹134.4 करोड़ रहा, जो पिछले साल के ₹128.4 करोड़ से थोड़ा अधिक है। यह दर्शाता है कि कंपनी तेजी से विकास कर रही है, लेकिन अभी भी लाभ कमाने की राह में है। कुल मिलाकर, Ather Energy ने अपने उत्पादन और वित्तीय प्रदर्शन में लगातार सुधार दिखाया है। 5 लाख इलेक्ट्रिक स्कूटर का उत्पादन पार करना और उत्पादन क्षमता को बढ़ाना कंपनी के लिए नए अवसर खोल सकता है। साथ ही, बाजार में कंपनी के शेयरों की बढ़ती लोकप्रियता निवेशकों का भरोसा बढ़ा रही है
हालांकि सप्लाई चेन में आई बाधाएं और वित्तीय नुकसान अभी भी कंपनी की चुनौतियां बने हुए हैं, लेकिन भविष्य के लिए Ather Energy के पास मजबूत योजना और विस्तार की राह है जो इसे भारत के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में और अधिक मजबूत खिलाड़ी बना सकती है