Metal Stocks में जबरदस्त उछाल, तीन दिन की गिरावट के बाद Hind Copper और Tata Steel ने बढ़ाई रफ्तार Metal stocks ने तीन दिनों की लगातार गिरावट को तोड़ते हुए 9 अक्टूबर को जबरदस्त वापसी की है। बेस मेटल की कीमतों में सप्लाई को लेकर बढ़ती चिंताओं के चलते इस सेक्टर में तेजी देखी गई, जिससे Nifty Metal इंडेक्स 1.6% की बढ़त के साथ सबसे अच्छा परफॉर्म करने वाला सेक्टोरल इंडेक्स बना। पिछले तीन सत्रों में यह इंडेक्स 1.4% गिर चुका था, लेकिन आज के कारोबार में इसकी वापसी ने निवेशकों को राहत दी है। सबसे ज्यादा लाभ Hindustan Copper ने उठाया, जिसके शेयर 4.6% तक बढ़े। इसके बाद Tata Steel और SAIL के शेयर भी क्रमशः 3.05% और 3.07% की तेजी के साथ कारोबार करते नजर आए। अन्य प्रमुख शेयरों में NALCO और NMDC के शेयर भी क्रमशः 2.4% और 2.3% की बढ़त के साथ मजबूत कारोबार करते रहे। Copper की कीमतें लगभग रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंच गई हैं, जो प्रमुख खदानों में सप्लाई बाधाओं के कारण हुई है। खासकर Freeport McMoRan Inc. के Grasberg खदान, जो Indonesia में स्थित है, में बंदिशों के कारण सप्लाई कम हो गई है। उस खदान से सप्लाई अगले साल के बीच तक बहाल होने की संभावना है, जिससे Copper की कीमतों पर दबाव बना हुआ है। Copper की कीमतों में तेजी का एक अन्य कारण अमेरिकी Federal Reserve की हाल की बैठकों के मिनट्स में ब्याज दरों में कटौती की संभावना दिखना भी है
इससे non-yielding assets को समर्थन मिल सकता है और निवेशक इस धातु की ओर आकर्षित हो रहे हैं। दूसरी ओर, यूरोपीय आयोग ने स्टील के आयात पर कड़े नियम प्रस्तावित किए हैं, जिसमें टैरिफ-फ्री स्टील आयात को लगभग आधा कर दिया जाएगा और अतिरिक्त आयात पर 50% का शुल्क लगाया जाएगा। इसका उद्देश्य यूरोपीय यूनियन के स्टील उत्पादकों को बचाना और उनकी उत्पादन क्षमता को 67% से बढ़ाकर करीब 80% तक ले जाना है। इस प्रस्ताव का Tata Steel और Steel Authority of India (SAIL) पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि इनके निर्यात का हिस्सा 8% से कम है। ICICI Direct के अनुसार Tata Steel को इसका फायदा भी हो सकता है क्योंकि इसकी Netherlands में 7 MTPA की उत्पादन क्षमता है, जो कंपनी की कुल आय का 25% हिस्सा बनाती है। विश्लेषकों का मानना है कि घरेलू मांग और कम steel कीमतों के कारण metal सेक्टर सितंबर तिमाही में अच्छी प्रदर्शन दर्ज करेगा। Hindustan Zinc और Lloyds Metals and Energy के शेयर भी 4% से अधिक बढ़त के साथ मजबूती दिखा रहे हैं। Lloyds Metals की तेजी में silver की रैली का भी योगदान है। Kotak Institutional Equities ने कहा है कि स्टील कंपनियों के मार्जिन में कमी आ सकती है, खासकर मौसमी कारणों से कम steel कीमतों की वजह से। हालांकि, बेस मेटल उत्पादकों के लिए यह तिमाही मजबूत रहने की उम्मीद है, क्योंकि डॉलर कमजोर होने और ब्याज दरों में कटौती की संभावना के चलते बेस मेटल की कीमतें बढ़ रही हैं
Informist ने Aluminum की कीमतों को लेकर सतर्कता जताई है। उन्होंने कहा है कि FY26 की दूसरी छमाही में मांग कमजोर रहने और लागत समर्थन की कमी के कारण Aluminum की कीमतों में गिरावट आ सकती है। इसलिए Hindalco Industries और Vedanta जैसे Aluminum उत्पादकों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी गई है। Prabhudas Lilladher ने अपने मेटल कवरेज में इस तिमाही के लिए राजस्व, EBITDA और शुद्ध लाभ में क्रमशः 14%, 22%, और 26% की वृद्धि का अनुमान लगाया है। यह संकेत देता है कि मेटल सेक्टर में निवेशकों के लिए इस समय अच्छे अवसर मौजूद हैं। कुल मिलाकर, सप्लाई चेन के मुद्दों और वैश्विक आर्थिक संकेतकों के कारण Metal stocks में सुधार देखने को मिल रहा है। खासकर Hindustan Copper, Tata Steel और SAIL जैसे बड़े खिलाड़ी इस उछाल के मुख्य कारण बने हैं। निवेशक इस सेक्टर पर नजर बनाए हुए हैं क्योंकि आने वाले सत्रों में यह रुझान जारी रह सकता है