Eternal के शेयरों में बुधवार को जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला। दिन की शुरुआत में ही कंपनी के Q2 FY26 के नतीजों के बाद शेयरों ने रिकॉर्ड ऊँचाई छूते हुए Rs 368.45 तक का नया all-time high बनाया, लेकिन इसके बाद अचानक 8 प्रतिशत की गिरावट के साथ शेयर Rs 340.50 पर बंद हुए, जो 4 प्रतिशत की कुल गिरावट दर्शाता है। इस असामान्य बाजार गतिविधि ने निवेशकों के बीच चिंता और उत्सुकता दोनों को जन्म दिया है। Eternal ने Q2 FY26 में Rs 65 करोड़ का net profit रिपोर्ट किया है, जो पिछले साल की इसी अवधि में Rs 176 करोड़ के मुकाबले 63 प्रतिशत की भारी गिरावट है। हालांकि, कंपनी का Revenue from operations 183 प्रतिशत की जबरदस्त छलांग लगाकर Rs 13,590 करोड़ तक पहुंच गया। दूसरी ओर, खर्चे भी 189 प्रतिशत बढ़कर Rs 13,813 करोड़ हो गए, जिससे profitability पर बड़ा दबाव पड़ा है। इस असंतुलन ने शेयरों की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव का रास्ता साफ कर दिया। Eternal के Founder Deepinder Goyal ने बताया कि Q2 में food delivery growth अपेक्षा से धीमा रहा। उन्होंने कहा कि भारत में मौजूदा आर्थिक माहौल में discretionary consumption में नरमी और तेज़ मौसम संबंधी बदलाव जैसे कारक नकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं। इसके अलावा quick commerce के बढ़ते प्रभाव ने भी growth को प्रभावित किया है
ये बातें निवेशकों के मन में चिंता पैदा करती हैं, जिससे शेयरों में sell-off देखने को मिला। Zomato की quick commerce इकाई Blinkit ने भी Q2 में खराब प्रदर्शन दिखाया। Blinkit का EBITDA loss Rs 156 करोड़ रहा, जो पिछले साल के Rs 8 करोड़ के मुकाबले काफी बड़ा नुकसान है। हालांकि Q1 FY26 के Rs 162 करोड़ के मुकाबले यह नुकसान थोड़ा कम हुआ है। Blinkit के Founder Albinder Dhindsa ने कहा कि losses में कमी उम्मीद के मुताबिक नहीं हुई, जो मुख्य रूप से store expansion, marketing खर्च और supply chain में भारी निवेश की वजह से है। उन्होंने यह भी साफ किया कि यह निवेश Blinkit के long-term margins को मजबूत करने के लिए किया जा रहा है। Eternal के CFO Akshant Goyal ने बताया कि हाल ही में लागू हुई GST reforms का असर भी food delivery charges पर पड़ा है। अब delivery charges पर 18% GST लागू हो गया है, जो लगभग 25% orders को प्रभावित करता है जहां delivery charge free नहीं होता। इस वजह से कंपनी ने यह अतिरिक्त टैक्स सीधे ग्राहकों पर डाला है, जिससे business growth पर थोड़ा नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। हालांकि Blinkit के delivery charges पर इस बदलाव का कोई असर नहीं पड़ा, जिससे Blinkit के typical basket पर GST में लगभग 3 प्रतिशत अंक की कमी आई है, जो मांग को बढ़ावा देने में सहायक है
Hyperpure का revenue भी Q2 में 31 प्रतिशत YoY और 55 प्रतिशत QoQ गिरकर Rs 1,023 करोड़ पर आ गया। इसका मुख्य कारण quick commerce में inventory ownership मॉडल की ओर बदलाव है, जिसके चलते Hyperpure ने non-restaurant business को scale down किया है। इसके बावजूद, Hyperpure का Adjusted EBITDA loss Rs 5 करोड़ तक कम हो गया है, जो Q1 FY26 के Rs 18 करोड़ के मुकाबले बेहतर संकेत है। Akshant Goyal ने बताया कि Adjusted Revenue में 172 प्रतिशत YoY और 85 प्रतिशत QoQ वृद्धि हुई है, लेकिन यह वृद्धि inventory ownership मॉडल के कारण revenue के नए गणना तरीके के कारण है। Blinkit ने अपने business model में बड़ा बदलाव किया है और अब यह सीधे inventory खरीदकर ग्राहकों को बेचने लगा है। CFO Akshant Goyal के अनुसार, Q2 में Blinkit के लगभग 80% Network Order Volume (NOV) अपने inventory मॉडल पर आधारित थे, जो अगले क्वार्टर में लगभग 90% तक पहुंच सकते हैं। इस बदलाव से कंपनी को माल की बेहतर नियंत्रण और वितरण में मदद मिलेगी, हालांकि इससे वित्तीय प्रदर्शन में पिछले क्वार्टरों से तुलना करना मुश्किल हो गया है। कुल मिलाकर Eternal के Q2 FY26 के नतीजे mixed रहे हैं। जहां कंपनी ने revenue में जबरदस्त वृद्धि की है, वहीं net profit में भारी गिरावट और बढ़े हुए खर्चों ने निवेशकों का भरोसा हिला दिया है। साथ ही GST reforms और quick commerce में बदलाव के कारण आने वाले समय में भी कंपनी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है
इस बीच Eternal के शेयरों में आई इस बड़ी अस्थिरता ने बाजार को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आगे कंपनी का प्रदर्शन कैसा रहेगा