Defence Stocks में जबरदस्त उछाल, Private Defence Companies ने PSU को छोड़ा पीछे

Saurabh
By Saurabh

आज के ट्रेडिंग सेशन में Defence stocks ने लगातार तीसरे दिन तेजी दिखाई, खासकर private defence कंपनियों ने PSU defence कंपनियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। इस तेजी ने निवेशकों का ध्यान इस सेक्टर की ओर और भी बढ़ा दिया है। वहीं, विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) ने 3 अक्टूबर को कुल 490 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) ने 1,583 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। मार्केट के आंकड़ों के अनुसार, DIIs ने इस सत्र में कुल 14,005 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और 13,516 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, वहीं FIIs ने 16,899 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे लेकिन 18,482 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वर्ष 2025 की शुरुआत से लेकर अब तक, FIIs ने कुल 2.42 लाख करोड़ रुपये की निकासी की है जबकि DIIs ने इस दौरान 5.78 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह आंकड़ा घरेलू निवेशकों की मजबूत खरीदारी प्रवृत्ति को दर्शाता है। इंडियन इक्विटी मार्केट ने शुक्रवार को दूसरी लगातार बार मजबूती के साथ बंद किया। यह मजबूती मुख्य रूप से Reserve Bank of India के नरम रुख और हाल ही में लागू हुए रेगुलेटरी सुधारों से आई आशाओं के कारण हुई। Nifty50 ने 57 अंक की बढ़त के साथ 24,894 के स्तर पर बंद किया, जबकि Nifty Midcap100 और Smallcap100 ने क्रमशः 0.8% और 0.7% की बढ़त हासिल की। Motilal Oswal Financial Services के Head of Research, Wealth Management, Siddhartha Khemka ने बताया कि अधिकांश सेक्टोरल इंडेक्स हरे क्षेत्र में बंद हुए

विशेष रूप से Nifty Metals ने 1.8% की बढ़त बनाई, क्योंकि धातुओं की कीमतों में वृद्धि, आपूर्ति में कमी और मजबूत मांग ने इस सेक्टर को समर्थन दिया। PSU Banks सेक्टर में भी 1.1% की बढ़त दर्ज की गई, जो RBI की हालिया नीतिगत पहलों जैसे ECL migration की तारीख आगे बढ़ाने, कम जोखिम भारों, डिपॉजिट इंश्योरेंस में सुधार और NBFC भूमिका की स्पष्टता से प्रभावित हुआ है। इन पहलों से बैंकिंग सेक्टर की पूंजी दक्षता और ऋण वृद्धि मजबूत हुई है। Defence सेक्टर में तेजी की बात करें तो private defence stocks ने PSU defence कंपनियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। यह संकेत देता है कि निवेशक अब अधिकतर private कंपनियों में विश्वास दिखा रहे हैं, जो कि आने वाले समय में देश की रक्षा उद्योग की प्रगति का संकेत भी हो सकता है। Capital goods सेक्टर भी फोकस में रहा क्योंकि Finance Minister ने दोहराया कि सरकार की पूंजीगत व्यय बढ़ाने की प्रतिबद्धता बरकरार है ताकि आर्थिक विकास को गति मिल सके। यह घोषणा निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है क्योंकि पूंजीगत व्यय में वृद्धि से उद्योगों में निवेश और उत्पादन बढ़ेगा। क्वार्टरली अपडेट्स में value fashion retailers ने मजबूत प्रदर्शन दिखाया, खासकर वे ब्रांड जो middle-class और rural consumers को टारगेट करते हैं, खासकर Tier-2 और Tier-3 शहरों में। इन कंपनियों ने revenue और same-store sales growth (SSSG) में बेहतर आंकड़े पेश किए हैं, जो ग्रामीण और छोटे शहरों की अर्थव्यवस्था में सुधार का संकेत है। GST दरों में कटौती के बाद संपूर्ण सेक्टर में सकारात्मक गति देखने को मिल रही है

वैश्विक स्तर पर निवेशक अमेरिकी S&P Services PMI और Non-Manufacturing PMI डेटा का इंतजार कर रहे हैं, जो आगे के आर्थिक रुख को समझने में मदद करेगा। कुल मिलाकर बाजार में सकारात्मक रुख बना हुआ है, जो accommodative monetary policy, बेहतर मानसून मौसम और त्योहारों के कारण मांग में सुधार से और मजबूत होगा। इस समय निवेशकों में भरोसा बढ़ा है और बाजार में तेजी की संभावना बनी हुई है। आज के आंकड़े और विशेषज्ञों की राय से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय शेयर बाजार में घरेलू निवेशकों की भूमिका बढ़ रही है और वे बाजार की स्थिरता और विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं। Defence और Capital Goods जैसे सेक्टर में निवेशकों की रुचि बढ़ना भारतीय अर्थव्यवस्था के दीर्घकालिक विकास के प्रति सकारात्मक संकेत है

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