HCL Technologies के शेयर मंगलवार को NSE पर 2.69% तेजी के साथ ₹1,535 तक पहुंच गए, जो कंपनी द्वारा सितंबर 30, 2025 को समाप्त होने वाली तिमाही (Q2 FY26) के शानदार नतीजों की घोषणा के बाद हुआ। कंपनी ने सोमवार को Q2 FY26 के लिए ₹4,235 करोड़ का समेकित नेट प्रॉफिट दिया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले स्थिर रहा। हालांकि, राजस्व में 10.6% की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह ₹31,942 करोड़ पर पहुंच गया, जो कि पिछले साल के ₹28,862 करोड़ से अधिक है। तिमाही के आंकड़ों में QoQ (Sequential) आधार पर भी सुधार देखा गया। Q2 FY26 में कंपनी का समेकित नेट प्रॉफिट ₹4,235 करोड़ रहा, जो Q1 FY26 के ₹3,843 करोड़ से 10.2% अधिक है। राजस्व भी QoQ आधार पर 5.2% बढ़कर ₹31,942 करोड़ हो गया, जबकि constant currency (CC) के हिसाब से यह 2.5% और YoY आधार पर 4.6% की वृद्धि दर्शाता है। कंपनी की डॉलर राजस्व $3,644 मिलियन रही, जो QoQ 2.8% और YoY 5.8% बढ़ी। HCL Tech का EBIT (Earnings Before Interest and Taxes) भी Q2 में 11.3% बढ़कर ₹5,503 करोड़ पहुंच गया, जो Q1 FY26 के ₹4,942 करोड़ से बेहतर प्रदर्शन को दर्शाता है। EBIT मार्जिन में भी सुधार हुआ और यह 17.25% पर पहुंच गया, जो पिछले तिमाही के 16.3% से बेहतर है। इस मार्जिन में 55 बेसिस पॉइंट्स का restructuring cost का प्रभाव भी शामिल है
कंपनी ने एक अहम घोषणा करते हुए कहा कि अब कर्मचारियों के variable pay को उनके fixed salary में शामिल किया जाएगा और अक्टूबर से वेतन वृद्धि भी लागू की जाएगी। HCL Tech के CEO और Managing Director C Vijayakumar ने बताया कि ऑटो सेक्टर का बिजनेस अभी भी चुनौतियों का सामना कर रहा है, लेकिन बाकी सभी सेक्टर्स में कंपनी का प्रदर्शन अच्छा है। उन्होंने यह भी बताया कि इस तिमाही में कंपनी की advanced AI से होने वाली आय $100 मिलियन (लगभग ₹8,763 करोड़) से अधिक हो गई है, जो कुल राजस्व का लगभग 3% है। इसके साथ ही, कंपनी का operating margin 17.5% रहा, जो पिछले तिमाही से 116 बेसिस पॉइंट्स अधिक है। Vijayakumar ने कहा कि यह मार्जिन सुधार कंपनी के पहले से जारी recovery plan का परिणाम है। Q2 FY26 में HCL Tech ने $2.6 बिलियन के नए कॉन्ट्रैक्ट बुक किए, जो सेवा क्षेत्रों, भौगोलिक क्षेत्रों और उद्योगों के बीच संतुलित थे। कुल डील्स का मूल्य $2.56 बिलियन (लगभग ₹22,500 करोड़) तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 15.8% अधिक है। Vijayakumar ने यह भी बताया कि यह पहली बार है जब कंपनी ने कोई बड़ा mega deal किए बिना $2.5 बिलियन का आंकड़ा पार किया है। कंपनी अब AI क्षेत्र में अपनी IPR (Intellectual Property Rights) विकसित करने पर भी ध्यान दे रही है। HCL Software के राजस्व में YoY 3.7% की गिरावट आई, लेकिन subscription, support और professional services में 8% की वृद्धि दर्ज की गई
HCLSoftware की वार्षिक recurring revenue $1.06 बिलियन (लगभग ₹9,300 करोड़) पर पहुंच गई है। भौगोलिक प्रदर्शन की बात करें तो HCLTech का अमेरिका से 56.2% व्यावसायिक राजस्व आता है, जो 2.4% बढ़ा। यूरोप से राजस्व में 7.6% की वृद्धि हुई, जबकि भारत का व्यवसाय 0.6% बढ़ा। वित्तीय परिणामों के साथ ही HCL Technologies ने ₹12 प्रति शेयर का interim dividend भी घोषित किया है, जिसका face value ₹2 प्रति शेयर है। डिविडेंड का रिकॉर्ड डेट 17 अक्टूबर और भुगतान तिथि 28 अक्टूबर निर्धारित की गई है। HCL Tech के मजबूत Q2 FY26 के नतीजों ने पूरे IT सेक्टर में उत्साह का माहौल बना दिया है। NIFTY IT इंडेक्स इस दौरान 1% से अधिक की तेजी के साथ 35,697.70 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। HCLTech के अलावा LTIMindtree, Tech Mahindra और Persistent Systems जैसे अन्य IT स्टॉक्स भी लाभ में रहे। यह तिमाही HCL Technologies के लिए कई मायनों में सकारात्मक साबित हुई है। राजस्व में वृद्धि, मार्जिन का विस्तार, और नए कॉन्ट्रैक्ट्स की संख्या ने कंपनी की स्थिरता और विकास संभावनाओं को उजागर किया है
AI क्षेत्र में कंपनी की बढ़ती पकड़ और कर्मचारियों के वेतन में स्थिरता लाने के कदम से HCL Tech का भविष्य और भी मजबूत होने की उम्मीद है। निवेशक और बाजार दोनों ने इस पर विश्वास जताते हुए कंपनी के शेयरों में तेजी दिखाई है