अमेरिका की 9 जुलाई की टैरिफ डेडलाइन के करीब आते ही भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों की चिंता साफ नजर आई। इस बीच broader indices ने मुख्य सूचकांकों से बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि बड़े शेयरों में कमजोरी देखी गई। BSE Small-Cap index 1 प्रतिशत की तेजी के साथ उभर कर सामने आया, वहीं BSE Mid-Cap index भी 0.6 प्रतिशत बढ़ा, लेकिन Large-Cap index 0.6 प्रतिशत गिर गया। साप्ताहिक आधार पर BSE Sensex ने 626.01 अंक यानी 0.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83,432.89 पर बंद किया, जबकि Nifty50 176.8 अंक या 0.68 प्रतिशत नीचे आकर 25,461 पर समाप्त हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने दो हफ्तों की खरीदारी के बाद बिकवाली शुरू कर दी और 6,604.56 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इसके विपरीत, घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) ने 11वें सप्ताह लगातार खरीदारी जारी रखी और 7,609.42 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। सेक्टरल प्रदर्शन में मिली-जुली तस्वीर देखने को मिली। Nifty Realty index 2 प्रतिशत गिरा, वहीं Nifty Bank और Nifty FMCG index भी 0.7 प्रतिशत नीचे आए। इसके उलट, Nifty Consumer Durable में 2.7 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़त देखने को मिली। Nifty Healthcare, Pharma और PSU Bank indices ने भी 2 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की, जबकि Nifty IT और Media indices लगभग 1 प्रतिशत ऊपर बंद हुए
Kotak Securities के VP-Technical Research Amol Athawale ने बताया कि पिछले सप्ताह benchmark indices में ऊंचे स्तरों पर बिकवाली दबाव था। तकनीकी रूप से, intraday चार्ट पर lower top formation नजर आ रहा है और साप्ताहिक चार्ट पर bearish candle बना है, जो नकारात्मक संकेत है। हालांकि, short-term में बाजार की स्थिति अभी भी सकारात्मक बनी हुई है। वे कहते हैं कि वर्तमान में बाजार में non-directional गतिविधि हो रही है और ट्रेडर्स किसी ब्रेकआउट का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने resistance और support लेवल पर भी प्रकाश डाला। Amol के अनुसार, 25,500/83,600 का स्तर एक महत्वपूर्ण resistance है। यदि बाजार इस स्तर से ऊपर ट्रेड करता है तो 25,670/84,100 तक जा सकता है। इस स्तर से ऊपर ब्रेकआउट होने पर 25,800-25,900/85,000-85,300 का रुझान बन सकता है। दूसरी ओर, यदि बाजार 25,300/83,000 के नीचे गिरता है तो स्थिति नकारात्मक हो जाएगी और 25,000-24,950/82,100-81,900 तक गिरावट संभव है। Bank Nifty के लिए 20-day SMA 56,500 का स्तर अहम रहेगा
इसके नीचे गिरावट 56,200-56,000 तक हो सकती है, जबकि इस स्तर से ऊपर रहते हुए 57,500-57,800 की ओर बढ़त संभव है। BSE Small-Cap index की तेजी में Gabriel India, Sindhu Trade Links, PC Jeweller, SML Isuzu, Nacl Industries, Heranba Industries, Prime Focus और Signpost India के शेयरों ने 20 से 42 प्रतिशत तक की जोरदार बढ़त दिखाई। वहीं, Sadhana Nitrochem, Sigachi Industries, Dreamfolks Services, Nuvama Wealth Management, Sammaan Capital, Jindal Worldwide और Narayana Hrudayalaya के शेयर 11 से 22 प्रतिशत तक गिर गए। HDFC Securities के Senior Technical Research Analyst Nagaraj Shetti ने कहा कि दिन के चार्ट पर शुक्रवार को एक छोटी सकारात्मक कैंडल बनी जिसमें लंबी नीचे की छाया थी, जो यह दर्शाता है कि 25,300 के करीब खरीदारी की रुचि जन्म ले रही है। उनका मानना है कि बाजार में बुलिश पैटर्न अभी भी बना हुआ है और वर्तमान कमजोरी नए higher bottom के निर्माण के अनुरूप हो सकती है। उन्होंने कहा कि Nifty के weekly चार्ट पर इस सप्ताह एक नकारात्मक कैंडल बनी है, लेकिन यह पिछले सप्ताह के 24,500-25,200 के ब्रेकआउट के बाद आया है। इसलिए, Nifty वर्तमान में एक महत्वपूर्ण समर्थन पर खड़ा है जो पहले के resistance का रोल अदा कर रहा है। अगले सप्ताह 25,700 और दो हफ्तों में 26,200 का स्तर नजर रखा जाना चाहिए, जबकि 25,300 का immediate support होगा। LKP Securities के Senior Technical Analyst Rupak De ने भी Nifty के daily चार्ट पर hammer pattern बनने की बात कही, जो आमतौर पर बुलिश रिवर्सल का संकेत होता है। उनका कहना है कि 25,300 का स्तर महत्वपूर्ण समर्थन है और इसके ऊपर रहना बुलिश भावना को बनाए रखेगा
उन्होंने कहा कि 25,500 के ऊपर ब्रेकआउट से तेजी और मजबूत हो सकती है और Nifty 25,800-26,100 के स्तर तक पहुंच सकता है। इस प्रकार, बाजार फिलहाल अमेरिकी टैरिफ डेडलाइन और संभावित US-India trade deal के बीच अस्थिरता और मिश्रित संकेतों के साथ जूझ रहा है। निवेशक सतर्कता के साथ आगे की दिशा का इंतजार कर रहे हैं, जिससे बाजार में अगले कुछ हफ्तों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है