तीसरे सितंबर को भारतीय शेयर बाजार ने एक सकारात्मक रुख दिखाया। Sensex ने 409.83 अंक या 0.51% की बढ़त के साथ 80,567.71 के स्तर पर बंद किया, वहीं Nifty ने 135.45 अंक या 0.55% की तेजी के साथ 24,715.05 पर बंद हुआ। दिनभर के दौरान Sensex का निचला स्तर 80,004 रहा, जबकि Nifty का इंट्राडे लो 24,533 रिकॉर्ड किया गया। कुल मिलाकर 2,415 शेयर्स में तेजी देखने को मिली, 1,333 शेयर्स गिरावट में रहे और 116 शेयर्स में कोई बदलाव नहीं हुआ। बाजार के इस उछाल के बावजूद, विदेशी निवेशकों (FIIs/FPIs) ने मंगलवार को कुल 1,666 करोड़ रुपए के भारतीय इक्विटी शेयरों की नेट बिक्री की। इसके विपरीत, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 2,495 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। आंकड़ों के अनुसार DIIs ने कुल 14,834.78 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, जबकि 12,339.45 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। FIIs ने 10,784.27 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे लेकिन 12,450.73 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। इस वर्ष अब तक FIIs ने कुल 2.14 लाख करोड़ रुपए के शेयरों की नेट बिक्री की है, जबकि DIIs ने 5.20 लाख करोड़ रुपए के शेयरों की नेट खरीदारी की है। सेक्टोरल स्तर पर बाजार में मिली-जुली चाल देखी गई
NIFTY Metal इंडेक्स ने सबसे ज्यादा 3.11% की बढ़त के साथ 9,676.40 के स्तर को छूआ। इसके अलावा NIFTY Pharma 1.10% ऊपर 21,959.60 पर बंद हुआ, जबकि NIFTY PSU Bank ने 1.03% की बढ़त दर्ज की। NIFTY Auto सेक्टर में भी 0.74% की बढ़त रही। हालांकि, NIFTY IT में 0.74% की गिरावट देखने को मिली और NIFTY Media लगभग स्थिर रहा, जो कि 0.04% नीचे बंद हुआ। Religare Broking के SVP, Research Ajit Mishra ने बताया कि बाजार में तेजी का मुख्य आधार GST Council की बैठक के आसपास बनी उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा, “GST Council के फैसले से जुड़े सस्पेंस के कारण बाजार फिलहाल कंसोलिडेशन फेज में है। कोई भी सकारात्मक घोषणा निकट भविष्य में बाजार का मूड बेहतर कर सकती है। फिलहाल मेटल्स और कंज्यूमर ओरिएंटेड सेक्टर्स में मजबूती देखने को मिल रही है, जबकि IT और बैंकिंग सेक्टर्स में लगातार कमजोरी बनी हुई है जो बाजार की भावना पर दबाव डाल रही है। ट्रेडर्स को सलाह दी जाती है कि वे अपने पोर्टफोलियो को हल्का रखें और सेक्टोरल ट्रेंड्स के हिसाब से अपनी रणनीतियां बनाएं। ” बाजार में इस तेजी के बीच Promoter ने Aditya Vision में 5% की हिस्सेदारी बेची है
वहीं SBI ने Vikran Engineering में 0.63% शेयर बेचकर अपने पोर्टफोलियो में बदलाव किया है। अमेरिकी बाजार में भी मिश्रित रुख देखने को मिला, जहां Alphabet के शेयरों में तेजी के चलते टेक सेक्टर को फायदा हुआ। US stock futures भी हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं, और S&P 500 में 0.5% की बढ़त दर्ज की गई। इस तरह के बाजार बदलावों में विदेशी निवेशकों की बिकवाली और घरेलू निवेशकों की खरीदारी के बीच संतुलन बाजार की दिशा तय करता दिख रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में GST Council की बैठक के परिणाम बाजार की दिशा को और स्पष्ट करेंगे। फिलहाल, निवेशक सतर्कता के साथ बाजार की चाल पर नजर बनाए हुए हैं। तीसरे सितंबर की यह तेजी भारतीय शेयर बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है, खासकर मेटल्स और फार्मा सेक्टर में मजबूती ने निवेशकों का मनोबल बढ़ाया है। हालांकि IT और बैंकिंग सेक्टर की कमजोरी अभी भी बाजार के समग्र प्रदर्शन को प्रभावित कर रही है। ऐसे में निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार के उतार-चढ़ाव को समझते हुए और सेक्टोरल ट्रेंड्स पर नजर रखते हुए निवेश करें