आज NIFTY50 ने शुरुआत में लगभग 100 पॉइंट की मजबूती दिखाई, लेकिन दिन के अंत तक इसने सारे लाभ खो दिए और 20 पॉइंट नीचे बंद हुआ। बाजार में तेजी के बाद बिकवाली का दबाव साफ नजर आया जिससे निवेशकों में असमंजस बढ़ा। वैश्विक बाजारों में कमजोरी और India-US व्यापार वार्ता में कोई खास प्रगति न होने के कारण निवेशकों का मनोबल कमजोर रहा। इसके साथ ही RBI की आगामी नीति बैठक का इंतजार भी बाजार पर दबाव बनाए हुए है। तकनीकी दृष्टिकोण से देखा जाए तो कल की ट्रेडिंग से कोई बड़ा बदलाव नहीं आया और Tuesday के लिए भी बाजार दबाव में रहने की संभावना बनी हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि 24,500 का swing low support trend line एक महत्वपूर्ण समर्थन स्तर है, जिसके टूटने पर बाजार में और गिरावट आ सकती है। वहीं, 25,000 के ऊपर अगर महीने का closing होता है तो अक्टूबर में रैली की उम्मीद जताई जा सकती है। Options data पर नजर डालें तो expiry के लिहाज से 25,000 call option में सबसे ज्यादा open interest दर्ज हुआ है, जो इस स्तर पर मजबूत resistance को दर्शाता है। दूसरी ओर, 24,600 put option में सबसे अधिक open interest है, जो कि एक महत्वपूर्ण support के रूप में काम कर रहा है। ये आंकड़े बताते हैं कि आज के दिन ये दोनों स्तर बाजार के लिए निर्णायक होंगे
अगर बाजार में तेजी का रुख कायम रहता है तो Bullish traders के लिए 24,600 calls खरीदना लाभकारी साबित हो सकता है। इस strategy का फायदा तब होगा जब NIFTY50 24,716 के ऊपर बंद होगा। वहीं, अगर बाजार नीचे की ओर जाता है तो Bearish traders के लिए 24,700 put खरीदना सही विकल्प रहेगा, जो तब तक फायदेमंद होगा जब NIFTY50 24,646 के नीचे बंद होगा। Futures and Options की भाषा में देखा जाए तो Long build-up का मतलब होता है Open Interest के साथ प्राइस में वृद्धि और Short build-up का मतलब होता है Open Interest के साथ प्राइस में कमी। फिलहाल बाजार में mixed signals मिल रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा कि अगला कदम किस दिशा में होगा। गौरतलब है कि विदेशी बाजारों के दबाव, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच, और India-US व्यापार वार्ता में ठहराव के कारण निवेशकों में सतर्कता बनी हुई है। RBI की monetary policy announcement से पहले भी बाजार में किसी भी बड़ी चाल की उम्मीद नहीं जताई जा रही है, जिससे निवेशक अधिकतर सुरक्षित ऑप्शन की तरफ झुकाव दिखा रहे हैं। इस बीच, निवेशक और ट्रेडर्स को derivatives trading में जोखिम को समझते हुए सावधानी बरतनी चाहिए और stop loss जैसे risk management tools का उपयोग करना चाहिए। Options और Futures के बाजार में तेजी से बदलाव हो सकता है, इसलिए अनुचित जोखिम लेने से बचना आवश्यक है। आज के ट्रेडिंग से यह स्पष्ट होता है कि NIFTY50 ने पहले तो तेजी दिखाई लेकिन बाद में बिकवाली ने बढ़त को दबा दिया
25,000 और 24,600 के स्तर अब नए support और resistance के तौर पर उभरे हैं, जो न केवल आज के expiry के लिए महत्वपूर्ण हैं बल्कि आने वाले दिनों के लिए भी दिशा निर्धारित करेंगे। निवेशकों के लिए यह समय सतर्क रहने और बाजार के मूवमेंट को बारीकी से समझने का है। अभी के लिए, बाजार में कोई बड़ा ब्रेकआउट नहीं दिख रहा और global cues के साथ-साथ घरेलू आर्थिक फैसलों पर नजर बनी हुई है। NIFTY50 की आगे की चाल इसी पर निर्भर करेगी कि वह 24,500 के नीचे गिरता है या फिर 25,000 के ऊपर मजबूत बंद करता है। दोनों ही स्थितियों में निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा कर उचित रणनीति बनानी होगी। कुल मिलाकर, आज का सत्र निवेशकों के लिए mixed रहा, जहां शुरुआती तेजी के बाद बिकवाली ने बाजी पलट दी। Options data ने भी बाजार के महत्वपूर्ण स्तरों को रेखांकित किया है, जिन्हें ध्यान में रखते हुए ट्रेडर्स अपनी चाल चल सकते हैं। आने वाले दिनों में RBI की नीति और वैश्विक बाजारों की स्थिति बाजार की दिशा निर्धारित करेगी