Rubicon Research का बहुप्रतीक्षित IPO गुरुवार, 9 अक्टूबर से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। इस फार्मास्यूटिकल कंपनी ने अपने शेयरों की कीमत ₹461 से ₹485 प्रति शेयर निर्धारित की है। कुल मिलाकर, यह IPO ₹1,377.50 करोड़ के शेयरों की पेशकश कर रहा है, जिसमें ₹500 करोड़ की नई शेयर इश्यू और ₹877.50 करोड़ का ऑफर फॉर सेल शामिल है। यह ऑफर फॉर सेल प्रमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर General Atlantic Singapore RR Pte Ltd द्वारा किया जा रहा है। Rubicon Research ने अपनी पूंजी का एक बड़ा हिस्सा ₹310 करोड़ कर्ज चुकाने के लिए आरक्षित किया है। इसके अलावा, कंपनी इस धन का उपयोग अक्विजिशन, रणनीतिक पहलों और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। IPO का सब्सक्रिप्शन 13 अक्टूबर तक खुला रहेगा। कंपनी के शेयरों का लॉट साइज 30 शेयरों का है। IPO में कुल शेयरों का 75% हिस्सा Qualified Institutional Buyers (QIBs) के लिए आरक्षित है, जबकि 15% Non-Institutional Investors (NIIs) के लिए और शेष 10% रिटेल निवेशकों के लिए रखा गया है। इसके पहले, Rubicon Research ने Anchor Investors से ₹619 करोड़ जुटाए हैं, जिसमें Goldman Sachs, Fidelity Funds, HDFC Mutual Fund, ICICI Prudential MF, Kotak Mahindra MF, Amansa Holdings और Aranda Investments Pte जैसे बड़े नाम शामिल हैं
Anchor Investors को ₹485 प्रति शेयर के हिसाब से 1.27 करोड़ से अधिक शेयर आवंटित किए गए थे। IPO के दौरान Kotak Mutual Fund और Motilal Mutual Fund ने भी ₹169 करोड़ का निवेश किया है। इस निवेश के तहत General Atlantic ने लगभग 34.86 लाख शेयर, जो कि कंपनी के 2.25% हिस्सेदारी के बराबर हैं, ₹484.47 प्रति शेयर की दर से बेचे। Rubicon Research फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में अपनी रिसर्च और इनोवेशन के लिए जाना जाता है। कंपनी विशेष रूप से regulated markets जैसे कि United States में speciality products और drug-device combination products के विकास पर फोकस करती है। Rubicon Research के IPO के लिए Grey Market Premium (GMP) भी बाजार में चर्चा का विषय बना हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स और निवेशकों की जानकारी के अनुसार, Rubicon Research के अनलिस्टेड शेयर ₹583 की कीमत पर ट्रेड कर रहे हैं, जो कि IPO के ऊपरी मूल्य ₹485 से लगभग 20.21% अधिक है। हालांकि, GMP एक अनौपचारिक संकेतक है और इसे स्टॉक एक्सचेंज या SEBI द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं माना जाता है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने निवेश निर्णय स्वयं रिसर्च करके या विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही लें। IPO की प्रक्रिया के अनुसार, सब्सक्रिप्शन की अवधि 9 अक्टूबर से शुरू होकर 13 अक्टूबर तक रहेगी
आधार आवंटन की घोषणा 14 अक्टूबर को होगी, जबकि रिफंड की शुरुआत और शेयरों का डिमैट अकाउंट में क्रेडिट 15 अक्टूबर को होगा। Rubicon Research के शेयर 16 अक्टूबर को NSE और BSE पर लिस्ट होंगे। यह IPO फार्मास्यूटिकल सेक्टर में निवेश करने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो फार्मा क्षेत्र की बढ़ती मांग और नई तकनीकों में विश्वास रखते हैं। Rubicon Research के पास मजबूत R&D टीम है और कंपनी की रणनीति इसे वैश्विक बाजारों में एक प्रतिस्पर्धी खिलाड़ी बनाती है। Rubicon Research ने IPO से जुटाए गए फंड का एक बड़ा हिस्सा कर्ज मुक्त होने के लिए तय किया है, जो कंपनी की वित्तीय स्थिति को और मजबूत करेगा। इसके साथ ही, कंपनी की योजना इनोवेटिव उत्पादों के विकास और बाजार विस्तार के लिए अधिग्रहण और रणनीतिक पहलों पर खर्च करने की है। इस आईपीओ को लेकर वित्तीय बाजार में उत्साह देखने को मिल रहा है और कई बड़े फंड्स ने पहले ही कंपनी में निवेश कर उसका भरोसा जताया है। Rubicon Research का यह IPO फार्मा सेक्टर में निवेशकों के लिए एक बड़ा मौका साबित हो सकता है, खासकर तब जब फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री में निरंतर विकास और तकनीकी नवाचार हो रहे हैं। IPO के दौरान निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि शेयर बाजार में निवेश जोखिम के साथ आता है। इसलिए, IPO में निवेश से पहले कंपनी की वित्तीय स्थिति, बाजार की मांग और भविष्य की योजनाओं को समझना जरूरी है
Rubicon Research के IPO की लिस्टिंग के बाद बाजार में इसकी प्रतिक्रिया क्या होगी, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा। कुल मिलाकर, Rubicon Research का IPO फार्मा सेक्टर में निवेश के लिए एक आकर्षक विकल्प हो सकता है, जो अच्छे रिसर्च और विकास के साथ एक मजबूत व्यवसाय मॉडल पेश करता है। निवेशकों की नजरें अब 16 अक्टूबर की लिस्टिंग पर टिकी हैं, जब यह कंपनी स्टॉक एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग शुरू करेगी