Reliance Industries Limited (RIL) ने Q2 FY26 के लिए शानदार वित्तीय परिणाम घोषित किए हैं, जिनमें Oil to Chemicals (O2C) segment ने खासा दम दिखाया है। कंपनी की Oil to Chemicals segment की revenue में सालाना आधार पर 3.2% की वृद्धि हुई है और यह ₹160,558 करोड़ तक पहुंच गई है, जो पिछले साल के ₹155,580 करोड़ से अधिक है। इस क्षेत्र का EBITDA तो 20.9% बढ़कर ₹15,008 करोड़ हो गया है, जबकि इसकी EBITDA margin 130 basis points बढ़कर 9.3% पर पहुंच गई है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि RIL का O2C segment इस तिमाही में बेहद मजबूत प्रदर्शन कर रहा है। O2C segment की exports में भी हल्की वृद्धि देखी गई है, जो 0.5% बढ़कर ₹70,955 करोड़ हो गई है। कंपनी ने बताया कि उत्पादन में भी 2.3% की वृद्धि हुई है, जिससे primary और secondary units दोनों में throughput बेहतर हुआ है। Jio-bp नेटवर्क ने पिछले साल के मुकाबले 236 नए outlets जोड़े हैं, जिससे HSD (High Speed Diesel) और MS (Motor Spirit) की volume growth क्रमशः 34% और 32% रही। इस वृद्धि का सीधा फायदा O2C segment के EBITDA पर पड़ा है, जो कि transportation fuel cracks के sharp rebound (22-37% तक) और polymer margins में सुधार की वजह से बढ़ा है। हालांकि, polyester chain deltas में कमजोरी ने इस वृद्धि को कुछ हद तक सीमित किया है। फिर भी, domestic fuel retailing की मजबूत volume growth ने इस segment के प्रदर्शन को समर्थन दिया है
वैश्विक स्तर पर भी तेल की मांग में 0.75 mb/d की वृद्धि हुई है, जो कि 104.8 mb/d के स्तर पर पहुंच गई है। Diesel और Jet/Kero की मांग में भी क्रमशः 0.2 mb/d की बढ़ोतरी हुई है, जबकि Gasoline की मांग स्थिर रही। Dated Brent crude oil का औसत $69.1 प्रति बैरल रहा, जो पिछले साल की तुलना में 14% ($11.1) कम है। OPEC+ द्वारा उत्पादन कटौती में कमी और उच्च global supply ने crude oil के दामों को दबाया। RIL के Oil & Gas segment ने इस तिमाही में कुछ कमजोर प्रदर्शन किया है। इस segment की revenue 2.6% घटकर ₹6,058 करोड़ रह गई है, जबकि EBITDA 5.4% कम होकर ₹5,002 करोड़ पर आ गई है। EBITDA margin भी 240 basis points गिरकर 82.6% रह गई है। इस गिरावट का मुख्य कारण KGD6 क्षेत्र में उत्पादन में प्राकृतिक कमी, CBM gas और condensate की कम कीमतें और periodic maintenance activities के कारण बढ़े हुए operating costs हैं। हालांकि, KGD6 gas की कीमत में थोड़ी बढ़ोतरी ($9.97/MMBTU) और CBM gas की मात्रा में वृद्धि ने नुकसान को आंशिक रूप से कम किया है। कंपनी के कुल नेट प्रॉफिट में 10% की बढ़ोतरी हुई है और यह ₹18,165 करोड़ तक पहुंच गया है
कुल EBITDA भी 18% बढ़कर बेहतर हुआ है। Reliance Retail segment ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है, जहां net profit 22% बढ़कर ₹3,457 करोड़ और revenue 19% की बढ़ोतरी के साथ बेहतर रहा। यह सभी आंकड़े RIL के विविध व्यवसायों की मजबूती और कंपनी की रणनीतिक कार्ययोजना को दर्शाते हैं। इस तिमाही में RIL ने यह साबित कर दिया है कि वह तेल से लेकर टेलिकॉम तक के क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत बनाए हुए है। O2C segment की ताकत और घरेलू ईंधन खुदरा बिक्री की बढ़त ने कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य को और मजबूत किया है। वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद कंपनी ने अपने विभिन्न व्यवसायों के माध्यम से संतुलित विकास दिखाया है। RIL की Q2 FY26 की यह रिपोर्ट निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है और यह दर्शाती है कि कंपनी ने कठिन वैश्विक आर्थिक माहौल में भी अपनी उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने में सफलता प्राप्त की है। Oil & Gas segment की चुनौतियों के बावजूद, कंपनी के अन्य segment की मजबूती ने कुल मिलाकर बेहतर वित्तीय परिणाम सुनिश्चित किए हैं। इस रिपोर्ट के बाद, निवेशकों की नजरें RIL के आगामी तिमाहियों पर टिकी हैं, ताकि यह देखा जा सके कि कंपनी किस प्रकार से वैश्विक तेल बाजार की अनिश्चितताओं और घरेलू मांग के बीच संतुलन बनाए रखती है। फिलहाल, Reliance Industries की Q2 FY26 की रिपोर्ट ने पूरे बाजार को यह संदेश दिया है कि कंपनी ने अपनी core businesses में सुधार और विस्तार के लिए ठोस कदम उठाए हैं