Infosys के शेयरों में गुरुवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली, जो करीब 4% बढ़कर ₹1,527 के इंट्राडे हाई तक पहुंच गया। इस तेजी के पीछे कंपनी के Promoters और Promoter Group का ₹18,000 करोड़ के सबसे बड़े शेयर buyback में भाग न लेने का फैसला प्रमुख रहा। Infosys ने अपने एक नियामक फाइलिंग में बताया कि Promoters और Promoter Group ने 14 से 19 सितंबर, 2025 के बीच भेजे गए पत्रों के माध्यम से इस buyback में हिस्सा नहीं लेने की अपनी मंशा स्पष्ट की है। Infosys के Promoters के पास buyback की घोषणा के समय कंपनी के कुल इक्विटी का 13.05% हिस्सा था। कंपनी ने यह भी कहा कि इस प्रस्तावित buyback के बाद, और इसके रिस्पांस के आधार पर, Promoters और Promoter Group के voting rights में बदलाव आ सकता है। यह बदलाव कंपनी के शेयरधारिता संरचना को प्रभावित कर सकता है। Infosys के Promoters में कंपनी के सह-संस्थापक N R Narayana Murthy की पत्नी Sudha N Murty, उनकी बेटी Akshata Murty, और बेटे Rohan Murty शामिल हैं। इसके अलावा सह-संस्थापक Nandan Nilekani, उनकी पत्नी Rohini Nilekani, और उनके बच्चे Nihar और Janhavi Nilekani भी Promoter Group का हिस्सा हैं। इसके साथ ही अन्य सह-संस्थापकों और उनके परिवारों के सदस्य भी इस समूह में आते हैं। Infosys ने सितंबर 2025 में अपने बोर्ड के अनुमोदन के साथ ₹18,000 करोड़ के सबसे बड़े शेयर buyback की घोषणा की, जिसमें कंपनी 10 करोड़ पूर्ण भुगतान किए गए इक्विटी शेयर ₹1,800 प्रति शेयर की कीमत पर खरीदने वाली है
यह buyback कंपनी के कुल भुगतान किए गए शेयर पूंजी का लगभग 2.41% होगा। कंपनी ने इस buyback की घोषणा के पीछे मध्यावधि में रणनीतिक और परिचालनात्मक नकदी जरूरतों को ध्यान में रखा है और इसके साथ ही अधिशेष धन को शेयरधारकों को प्रभावी तरीके से लौटाने की योजना बनाई है। Infosys की Capital Allocation Policy के अनुसार वित्तीय वर्ष 2025 से कंपनी फ्री कैश फ्लो का लगभग 85% पांच वर्षों की अवधि में सेमी-वार्षिक डिविडेंड और/या शेयर buyback विशेष डिविडेंड के जरिए वापस लौटाने की नीति अपनाएगी। कंपनी ने कहा है कि सालाना डिविडेंड प्रति शेयर (विशेष डिविडेंड को छोड़कर) को धीरे-धीरे बढ़ाया जाएगा। यह buyback लम्बे समय में शेयरधारकों के लिए मूल्य वृद्धि का कारण बनेगा क्योंकि इससे इक्विटी आधार कम होगा और कंपनी के पूंजी आवंटन नीति के अनुरूप शेयरधारिता संरचना अधिक सुदृढ़ होगी। यह ₹18,000 करोड़ का buyback Infosys का पांचवां buyback होगा, जो अब तक का सबसे बड़ा है। कंपनी के इस कदम को निवेशकों ने भी सकारात्मक संकेत के रूप में लिया है, जिसके चलते शेयरों में तेजी आई। सुबह 9:45 बजे, Infosys का शेयर National Stock Exchange पर ₹1,525.50 पर ट्रेड कर रहा था, जो पिछले बंद स्तर से 3.61% अधिक है। Infosys का यह कदम आईटी सेक्टर में कंपनियों द्वारा लाभांश और buyback के माध्यम से नकदी लौटाने की प्रवृत्ति को भी दर्शाता है। इस रणनीति के तहत, कंपनियां कमजोर विकास दर के बावजूद अपने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए नियमित लाभांश और buyback के जरिए मूल्य प्रदान करती हैं
यह भी ध्यान देने योग्य है कि Infosys ने वर्ष 2025-26 के लिए अपनी राजस्व मार्गदर्शिका को संशोधित किया है और दूसरी तिमाही के नतीजों में शुद्ध लाभ में 13% से अधिक की वृद्धि दर्ज की है। इस वित्तीय प्रदर्शन ने भी बाजार में कंपनी के शेयरों की मांग को बढ़ावा दिया है। कुल मिलाकर, Infosys का यह buyback और Promoters का इसमें भाग न लेना बाजार में एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में देखा जा रहा है, जिससे कंपनी की पूंजी संरचना में बदलाव आ सकता है और निवेशकों को दीर्घकालीन लाभ मिलने की संभावना बढ़ सकती है। इस फैसले ने Infosys के शेयर बाजार में विश्वास को मजबूत किया है और निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर पैदा किया है