भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर तेजी देखने को मिली है, जहां National Stock Exchange का प्रमुख सूचकांक NIFTY50 ने शुक्रवार को 25,300 के महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर लिया, जो 22 सितंबर के बाद पहली बार हुआ है। NSE के आंकड़ों के अनुसार, NIFTY50 ने दिन के दौरान 25,330 का उच्च स्तर छुआ और लगातार दूसरे दिन मजबूती के साथ बंद हुआ। पूरे सप्ताह के दौरान, NIFTY50 ने 1.57% की बढ़त दर्ज की है। इसी तरह, BSE का प्रमुख सूचकांक SENSEX भी सप्ताह के अंत में 1.59% ऊपर बंद हुआ और तीन सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंचा। इस तेजी की बुनियाद मुख्य रूप से घरेलू शेयर बाजार में पुनः खरीदारी से जुड़ी है, जो सितंबर तिमाही के कॉर्पोरेट नतीजों के सीजन की शुरुआत से ठीक पहले शुरू हुई। इस तिमाही की शुरुआत देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी Tata Consultancy Services के परिणामों के साथ हुई, जिसने गुरुवार को अपने सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए। अगले सप्ताह भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी Reliance Industries अपनी दूसरी तिमाही की आय रिपोर्ट पेश करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले चार तिमाहियों में मंदी के बाद कॉर्पोरेट आय में सुधार की उम्मीद ने बाजार में खरीदारी को बढ़ावा दिया है। भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन ने भी निवेशकों के उत्साह को बढ़ावा दिया है। चालू वित्त वर्ष 2025-26 की अप्रैल-जून तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था 7.8% की वृद्धि दर्ज करने में सफल हुई, जो पिछले साल इसी अवधि में दर्ज की गई 6.5% की वृद्धि से अधिक है
यह जानकारी National Statistics Office (NSO) की ओर से जारी बयान में सामने आई। इस विकास को सेवा क्षेत्र के मजबूत प्रदर्शन से बढ़ावा मिला है, जिसने आर्थिक वृद्धि को गति दी है। बाजार में तेजी के पीछे विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की भी सक्रिय भूमिका रही है। सप्ताह की शुरुआत से FIIs ने नेट खरीदार बनना शुरू कर दिया है। सोमवार, 6 अक्टूबर से लेकर अब तक, FIIs ने कैश मार्केट में ₹2,517 करोड़ के शेयर खरीदे हैं, जो Stockedge के आंकड़ों से पता चलता है। हालांकि, मासिक स्तर पर FIIs की बिक्री की गति धीमी हुई है। इस महीने अब तक FIIs ने ₹4,497 करोड़ के शेयर बेचे हैं, जैसा कि National Securities Depository Limited (NSDL) के आंकड़ों से स्पष्ट होता है। उल्लेखनीय है कि इस साल अब तक FIIs ने भारतीय बाजारों से कुल ₹1,59,017 करोड़ के शेयर बेचे हैं। इसके अलावा, भारत और विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों के सामान्य होने की उम्मीदों ने भी बाजार में खरीदारी को बढ़ावा दिया है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री Narendra Modi ने गुरुवार को कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच Comprehensive Economic and Trade Agreement (CETA) से आयात लागत कम होगी, नए रोजगार सृजित होंगे और द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री Keir Starmer के भारत के पहले दौरे का स्वागत करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारत-यूके संबंध मजबूत हुए हैं। जुलाई में पीएम मोदी के यूके दौरे के दौरान दोनों देशों ने CETA पर सहमति जताई थी। तकनीकी विश्लेषण की बात करें तो NIFTY50 एक symmetrical triangle pattern बना रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस त्रिकोणीय संरचना से ब्रेकआउट होने पर सूचकांक में तेज़ तेजी या गिरावट आ सकती है। वर्तमान स्तर पर NIFTY के लिए महत्वपूर्ण रेसिस्टेंस 25,300 के स्विंग हाई ट्रेंड लाइन स्तर पर है, जबकि सपोर्ट 24,500 के स्विंग लो ट्रेंड लाइन स्तर पर देखा जा रहा है। इस तकनीकी स्थिति में निवेशकों की रणनीति और बाजार की दिशा पर नजर बनी हुई है। इस तेजी के बीच, निवेशकों में कॉरपोरेट कमाई में सुधार की उम्मीदें और आर्थिक विकास की सकारात्मक खबरों ने उत्साह बढ़ाया है। FIIs की खरीदारी और भारत के बहुपक्षीय व्यापार समझौतों से जुड़ी सकारात्मक खबरें भी बाजार में दीर्घकालीन मजबूती के संकेत दे रही हैं। ऐसे समय में, बाजार के निवेशक और वित्तीय विशेषज्ञ इस ग्रोथ ट्रेंड को सतर्कता के साथ देख रहे हैं, ताकि आने वाले कारोबारी सत्रों में बेहतर निर्णय लिए जा सकें। इस प्रकार, भारतीय शेयर बाजार में गतिशीलता और सकारात्मकता के बीच NIFTY50 का 25,300 के स्तर को पार करना इस सप्ताह की सबसे बड़ी खबर बनकर उभरी है, जो बाजार में निवेशकों के विश्वास और आर्थिक सुधार की आशाओं को प्रतिबिंबित करती है