Nifty 50 ने बुधवार, 10 सितंबर को लगातार छठे कारोबारी सत्र में तेजी बनाए रखी, जो कि भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक तनाव कम होने की उम्मीदों से प्रेरित रही। अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने भारत के साथ टैरिफ वार्ता फिर से शुरू करने की घोषणा की और प्रधानमंत्री Narendra Modi को “very good friend” बताया, जिससे बाजार में सकारात्मक माहौल बना। हालांकि, विशेषज्ञों ने इस बात पर सावधानी बरतने की सलाह दी है कि Trump के वादों से ज्यादा उनके कार्यों को ध्यान में रखा जाए। सुबह 09:16 बजे Sensex 350.52 अंक यानी 0.43 प्रतिशत की तेजी के साथ 81,451.84 पर था, वहीं Nifty 106.10 अंक या 0.43 प्रतिशत बढ़कर 24,974.70 पर ट्रेड कर रहा था। कुल मिलाकर 1728 शेयर बढ़त में थे, 595 शेयर गिरावट में और 168 शेयर स्थिर थे। सेक्टोरल हिसाब से IT stocks ने सबसे अधिक तेजी दिखाई, जो पिछले सत्र से मिले उत्साह को बरकरार रखे हुए थे। खासकर Infosys की तेजी ने बाजार को मजबूती दी, कंपनी ने अपने बोर्ड के इस हफ्ते में शेयर बायबैक पर विचार करने की घोषणा की, जिसके बाद उसका शेयर मूल्य 4 प्रतिशत से अधिक बढ़ा। बैंकिंग, मेटल्स, और Oil & Gas सेक्टर में भी खरीदारी देखी गई, जबकि ऑटो सेक्टर के शेयरों में कमजोरी देखने को मिली। Religare Broking के SVP, Research Ajit Mishra ने कहा कि Nifty के प्रति उनका दृष्टिकोण सकारात्मक लेकिन सावधानीपूर्ण है। उन्होंने सुझाव दिया कि निवेशकों को बैंकिंग और IT सेक्टर की कंपनियों के प्रदर्शन पर नजर बनाए रखनी चाहिए ताकि आगे के रुझान समझे जा सकें
Geojit Investments के Head of Research Vinod Nair ने कहा कि वैश्विक व्यापार वार्ताओं को लेकर बनी अनिश्चितता के बीच बाजार का मूड रेंज-बाउंड रहने की संभावना है। हालांकि, Fed द्वारा ब्याज दर में कटौती की बढ़ती उम्मीदें और घरेलू आर्थिक संकेतक बाजार में अल्पकालिक उत्साह को कायम रखने में मदद कर सकते हैं। तकनीकी विश्लेषक Shrikant Chouhan, Head Equity Research, Kotak Securities ने बताया कि मौजूदा समय में बाजार सकारात्मक समेकन (positive consolidation) की स्थिति में है। उन्होंने बताया कि day traders के लिए Nifty का मुख्य समर्थन स्तर 24,800 के आसपास है। अगर बाजार इस स्तर से ऊपर बना रहता है तो तेजी जारी रह सकती है। वहीं, 24,900 का स्तर महत्वपूर्ण प्रतिरोध (resistance) क्षेत्र के रूप में काम करेगा। अगर Nifty 25,000 के ऊपर सफलतापूर्वक ब्रेकआउट कर लेता है तो यह 25,100-25,150 के स्तर तक जा सकता है। इसके विपरीत, यदि Nifty 24,800 के नीचे गिरता है तो तेजी कमजोर पड़ सकती है। उन्होंने ट्रेडिंग रणनीति के तौर पर कहा कि Nifty के 24,900 से ऊपर जाने पर खरीदारी करनी चाहिए और 24,800 से नीचे आने पर बिकवाली करनी चाहिए, दोनों के लिए अंतिम स्टॉप लॉस भी निर्धारित किया गया है। इस तेजी के पीछे Trump के भारत के साथ संबंध सुधारने के प्रयास मुख्य कारण माने जा रहे हैं
Trump ने PM Modi को “very good friend” कहकर द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की उम्मीद जगाई है। Geojit Investments के Chief Investment Strategist VK Vijayakumar ने कहा कि यह एक बड़ा पॉजिटिव संकेत है लेकिन पिछले अनुभवों के आधार पर बाजार को Trump के शब्दों से ज्यादा उनके कार्यों के आधार पर निर्णय लेना चाहिए। इस प्रकार, वैश्विक और घरेलू दोनों कारकों के मिश्रण ने बाजार में सकारात्मक माहौल बनाया हुआ है। IT और बैंकिंग सेक्टर की कंपनियों में निवेशकों की रुचि बढ़ी है, जबकि ऑटो सेक्टर के शेयर दबाव में हैं। तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, Nifty के लिए 24,800-24,900 का दायरा बेहद महत्वपूर्ण है, जो यह तय करेगा कि तेजी जारी रहेगी या बाजार में सुधार आएगा। आज के बाजार में कुल मिलाकर 1728 शेयर बढ़त में थे, जो निवेशकों की खरीदारी की भावना को दर्शाता है, जबकि 595 शेयर गिरावट में थे। इस तेजी के बीच निवेशकों को सावधानी बरतते हुए बाजार के तकनीकी संकेतों पर नजर बनाए रखना जरूरी होगा। विशेषज्ञों के अनुसार, Fed की दर कटौती की संभावनाएं और भारत-अमेरिका के बीच कूटनीतिक रिश्तों में सुधार से जुड़े संकेत अल्पकाल में बाजार के लिए सहायक साबित हो सकते हैं, लेकिन यह रुझान टिकाऊ होगा या नहीं, यह आगे के समय में स्पष्ट होगा। इस प्रकार Nifty ने लगातार छठे दिन बढ़त के साथ मजबूत तकनीकी आधार दिखाया है, और बाजार में फिलहाल सकारात्मक लेकिन सतर्क दर्शक नजर आ रहे हैं