शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी देखने को मिली, जहां निफ्टी ने 25,000 का महत्वपूर्ण स्तर पुनः हासिल किया और सेंसेक्स ने करीब 600 अंकों की मजबूती दिखाई। 3 अक्टूबर को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने कुल 314 करोड़ रुपये के नेट सेलिंग की जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 5,036 करोड़ रुपये की खरीदारी की। यह आंकड़े अस्थायी एक्सचेंज डेटा पर आधारित हैं। दिन के दौरान DIIs ने कुल 16,124 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और 11,088 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, वहीं FIIs ने 10,950 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे लेकिन 11,264 करोड़ रुपये के शेयर भी बेचे। साल 2025 की शुरुआत से अब तक FIIs ने कुल 2.43 लाख करोड़ रुपये की निकासी की है, जबकि DIIs ने 5.84 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। मजबूत वैश्विक रैली और दूसरी तिमाही के कॉर्पोरेट नतीजों को लेकर उम्मीदों के बीच बाजार की धारणा सकारात्मक रही। IT, capital market, और banking & financial सेक्टर्स में अच्छे प्रदर्शन ने बाजार को मजबूती दी। मोटिलाल ओसवाल के बाजार राउंड-अप नोट के अनुसार, RBI द्वारा भारत की FY26 GDP ग्रोथ अनुमान को 6.8% (पहले 6.5%) करने से बाजार को सपोर्ट मिला है। इसके अलावा, सितंबर में ऑटो सेल्स में मजबूती और GST संग्रह में बेहतर प्रदर्शन ने भी निवेशकों का उत्साह बढ़ाया। सेंसेक्स 583 अंक यानी 0.70% की तेजी के साथ 81,790 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 180 अंक यानि 0.72% बढ़कर 25,074 पर पहुंचा
पिछले तीन सत्रों में सेंसेक्स ने 1,500 से अधिक अंक और निफ्टी ने करीब 500 अंक की बढ़त दर्ज की है, जिससे निफ्टी ने 25,000 के स्तर को दोबारा हासिल कर लिया है। टेक्नोलॉजी सेक्टर में खासा रुझान देखने को मिला, क्योंकि TCS के Q2 के नतीजों से पहले निवेशकों ने इन शेयरों को खरीदना शुरू कर दिया। निफ्टी IT इंडेक्स 2% तक चढ़ा, जिसमें TCS, LTI Mindtree, Tech Mahindra, Infosys, Mphasis, और HCL Tech जैसे दिग्गजों के शेयर 2 से 4% तक बढ़े। कैपिटल मार्केट सेक्टर में भी तेजी रही, खासकर जब NSE ने प्रमुख इंडेक्स के कई डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स के मार्केट लॉट साइज में संशोधन की घोषणा की। BSE ने 6% की जबरदस्त बढ़त के साथ 2,217 रुपये के स्तर को पार किया, जबकि CDSL, IIFL Finance और Angel One के शेयर लगभग 2% बढ़े। बैंकिंग और NBFC सेक्टर में भी मजबूत तिमाही परिणामों के कारण तेजी देखी गई। Kotak Bank, HDFC Bank, IDFC First Bank, और AU Small Finance Bank के शेयरों में 3% तक की बढ़ोतरी हुई। कुल मिलाकर, घरेलू निवेशकों के खरीदारी के दबाव और विदेशी निवेशकों की निकासी के बीच बाजार ने मजबूती दिखाई। वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख और मजबूत आर्थिक संकेतकों ने भारतीय शेयर बाजार की तेजी को सपोर्ट किया। निवेशकों की नजरें अब आगामी तिमाही के नतीजों पर टिकी हैं, जो आगे की दिशा तय करेंगे