आज के ट्रेडिंग सेशन में Nifty 50 और Sensex ने एक लंबी 8-सत्र की गिरावट का सिलसिला समाप्त करते हुए मजबूती के साथ बंद किया। Reserve Bank of India (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद आए सकारात्मक संकेतों ने निवेशकों का मनोबल बढ़ाया और बाजार में खरीदारी की लहर दौड़ गई। Sensex ने 715.69 अंक यानी 0.89 प्रतिशत की तेजी के साथ 80,983.31 के स्तर पर बंद किया, जबकि Nifty 225.20 अंक या 0.92 प्रतिशत बढ़कर 24,836.30 पर पहुंच गया। कुल 2672 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, 1284 शेयर गिरावट में रहे और 132 शेयर स्थिर रहे। RBI ने अपनी मौद्रिक नीति में रेपो रेट को 5.5 प्रतिशत पर यथावत रखा, जो लगातार दूसरी बार है। MPC ने अपनी नीति रुख को भी ‘Neutral’ बनाए रखा। हालांकि, इस बार RBI ने चालू वित्त वर्ष के लिए GDP वृद्धि का अनुमान 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है, जबकि CPI महंगाई के अनुमान को 3.1 प्रतिशत से घटाकर 2.6 प्रतिशत किया गया है। ये दोनों बड़े बदलाव बाजार में उम्मीदों को नई ऊर्जा देने वाले रहे। RBI गवर्नर Sanjay Malhotra ने मौद्रिक नीति की घोषणा के दौरान कुछ महत्वपूर्ण कदमों का ऐलान किया, जिनका मकसद घरेलू इक्विटी बाजार को समर्थन देना था। इन सुधारों ने क्रेडिट ग्रोथ को प्रोत्साहित करने की आशा जगाई और बैंकिंग तथा वित्तीय क्षेत्र के शेयरों में 1 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखी गई
Nifty Media इंडेक्स में लगभग 4 प्रतिशत का उछाल आया, जबकि Pharma सेक्टर 1.3 प्रतिशत बढ़ा। Realty सेक्टर में भी 1 प्रतिशत से अधिक की तेजी दर्ज हुई। Auto, IT, FMCG, Metal, Energy और Infrastructure इंडेक्स भी सकारात्मक बंद हुए, जो व्यापक बाजार सहभागिता का परिचायक था। इसके विपरीत, PSU Banks सेक्टर में 0.4 प्रतिशत की गिरावट रही, जो आज का एकमात्र लाल निशान था। Enrich Money के CEO Ponmudi R ने कहा कि RBI द्वारा FY26 के लिए GDP ग्रोथ पूर्वानुमान को बढ़ाना और महंगाई के अनुमान को कम करना निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह बाजार में स्थिरता और विकास के प्रति विश्वास को दर्शाता है, खासकर तब जब वैश्विक आर्थिक चुनौतियां और अमेरिकी टैरिफ में बढ़ोतरी के कारण बाजार में अनिश्चितता बनी हुई थी। उन्होंने यह भी बताया कि India VIX, यानी निवेशकों के डर का सूचकांक, लगभग 5 प्रतिशत गिरा है, जो बाजार में जोखिम लेने की प्रवृत्ति में सुधार को दर्शाता है। HDFC Securities के प्रमुख शोधकर्ता Devarsh Vakil ने बताया कि अक्टूबर के डेरिवेटिव सीरीज की शुरुआत रिकॉर्ड 1,488 करोड़ शेयरों के ओपन इंटरेस्ट के साथ हुई है, जिसमें 58 प्रतिशत स्टॉक्स में लंबी पोजीशन बिल्डअप और शॉर्ट कवरिंग देखी गई है। यह बाजार के सकारात्मक रुख का संकेत है। तकनीकी दृष्टिकोण से बाजार के लिए 24,300-24,500 का समर्थन स्तर और 24,800-25,000 का प्रतिरोध स्तर माना जा रहा है
आज के कारोबार में बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र के शेयरों ने प्रमुखता से बाज़ार को ऊपर खींचा। Media सेक्टर में जबरदस्त तेजी ने निवेशकों को उत्साहित किया, वहीं फार्मा और रियल्टी सेक्टर ने भी अच्छा प्रदर्शन दिखाया। अन्य सेक्टर्स जैसे ऑटो, IT, FMCG, मेटल, एनर्जी और इंफ्रा में भी स्थिर खरीदारी बनी रही। PSU Banks के एकमात्र कमजोर प्रदर्शन के बावजूद, समग्र बाजार में व्यापक सुधार देखने को मिला। RBI की यह नीति और आर्थिक अनुमान बाजार के लिए एक मजबूत सकारात्मक संकेत हैं और इनसे निवेशकों की चिंताएं कम हुई हैं। वैश्विक आर्थिक दबावों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूत स्थिति को RBI के डेटा ने साबित किया है। इस माह के लिए बाजार की शुरुआत उत्साहजनक रही है और निवेशक अब नए अवसरों की तलाश में सक्रिय हैं। इस प्रकार, आज का सत्र न केवल Nifty और Sensex के लिए बल्कि पूरे भारतीय शेयर बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ है, जिसने गिरावट के लंबे दौर को समाप्त कर एक नई तेजी की शुरुआत की है। RBI की नीतिगत स्थिरता और आर्थिक सुधारों के साथ बाजार में उम्मीदों का संचार हुआ है, जो आने वाले दिनों में भी निवेशकों के लिए सकारात्मक रहेगा