बाजार में बुल्स का दबदबा लगातार छठे दिन जारी रहा और Nifty 50 ने 10 सितंबर को 25,000 के महत्वपूर्ण स्तर को इंट्राडे ट्रेडिंग में पार कर एक नया उच्च स्तर छुआ। इस दौरान इंडेक्स में 105 अंकों की तेजी देखी गई और यह दो सप्ताह से अधिक के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। तकनीकी दृष्टिकोण से भी Nifty 50 सभी प्रमुख मूविंग एवरेजेज के ऊपर मजबूती से ट्रेड कर रहा है, साथ ही मोमेंटम इंडिकेटर्स और ऑस्सीलेटर में भी सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार यदि Nifty 50 इस स्तर के ऊपर मजबूती से क्लोज करता है तो इसका अर्थ होगा कि पिछले दिनों बना हुआ lower high–lower low फॉर्मेशन टूट जाएगा और 25,150 से 25,250 के बीच तेजी का रैलि संभव है। वहीं, नीचे की ओर 24,900 से 24,800 का क्षेत्र पहला मजबूत सपोर्ट माना जा रहा है। तकनीकी विश्लेषण के मुताबिक, Nifty 50 ने डेली चार्ट पर Doji या High Wave जैसी कैंडलस्टिक पैटर्न बनाई है, जो बाजार में बुल्स और बियर्स के बीच संघर्ष को दर्शाता है। इंडेक्स ने गिरती हुई रेसिस्टेंस ट्रेंडलाइन पर बंद किया है और यदि यह ट्रेंडलाइन पार हो जाती है तो अपट्रेंड के अगले चरण की शुरुआत हो सकती है। RSI 56.81 पर पहुंच गया है और bullish crossover दिखा रहा है, जबकि MACD ने भी bullish crossover के साथ zero लाइन के करीब आते हुए सकारात्मक हिस्टोग्राम बढ़ाया है, जो बुलिश मूवमेंट की पुष्टि करता है। Bank Nifty की बात करें तो यह 54,536 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। यहां भी Doji कैंडलस्टिक पैटर्न देखने को मिला, जो बाजार में असमंजस की स्थिति को दर्शाता है
Bank Nifty ने 5-डे और 10-डे EMA के ऊपर ट्रेड किया, लेकिन 20-डे EMA और Bollinger Bands के मिडलाइन के ऊपर मजबूती नहीं दिखा पाया। RSI 45.24 पर है और MACD ने bullish crossover दिया है, हालांकि यह अभी भी zero लाइन से नीचे है। हिस्टोग्राम में भी सकारात्मक बदलाव देखा गया है। ये संकेत बताते हैं कि Bank Nifty में तेजी के संकेत उभर रहे हैं, लेकिन पुष्टि अभी बाकी है। ऑप्शन्स डेटा से भी बाजार की दिशा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां मिलती हैं। Nifty के लिए सबसे अधिक Call open interest 25,000 के स्ट्राइक पर है, जो फिलहाल एक मजबूत रेसिस्टेंस के रूप में काम कर सकता है। इसके बाद 25,500 और 25,200 के स्ट्राइक पर भी उच्च ओपन इंटरेस्ट है। वहीं, Call writing में 25,000 स्ट्राइक पर 38.77 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स की बढ़ोतरी हुई है, जो बाजार में रुकावट का संकेत हो सकता है। Put ऑप्शन्स में भी 25,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक open interest है, जो इस स्तर की अहमियत को और बढ़ाता है। Put writing में भी इसी स्तर पर 72.89 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स का इजाफा हुआ है
Bank Nifty ऑप्शन्स में सबसे अधिक Call open interest 55,000 के स्ट्राइक पर है, जो निकट भविष्य में एक प्रमुख रेसिस्टेंस साबित हो सकता है। Put open interest 54,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक है, जो सपोर्ट के रूप में काम करेगा। Call और Put दोनों ही पक्षों के ऑप्शन्स में सक्रियता से संकेत मिलता है कि बाजार फिलहाल 54,000 से 55,000 के बीच मजबूत सपोर्ट और रेसिस्टेंस के बीच सीमित है। Put-Call Ratio (PCR) 10 सितंबर को 1.15 पर पहुंच गया, जो पिछले सत्र के 1.08 से बढ़ा है। PCR का बढ़ना यह दर्शाता है कि Put ऑप्शन्स की बिक्री Call ऑप्शन्स की तुलना में अधिक हो रही है, जो आमतौर पर बाजार में तेजी के बढ़ने का सूचक माना जाता है। वहीं, India VIX, जो बाजार के डर और अनिश्चितता को मापता है, 1.38% गिरकर 10.54 पर आ गया है, जो जुलाई 23 के बाद का सबसे कम स्तर है। यह संकेत देता है कि बाजार में अब निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है और अनिश्चितता कम हो रही है। खास बात यह है कि 66 स्टॉक्स में लांग पोजीशन बढ़ी है, जबकि 21 स्टॉक्स में लांग अनवाइंडिंग हुई है। इसके अलावा, 33 स्टॉक्स में शॉर्ट पोजीशन का निर्माण देखा गया है और 94 स्टॉक्स में शॉर्ट कवरिंग हुई है, जो बाजार की मिली-जुली धारणा को दर्शाता है। F&O सेगमेंट में RBL Bank पर प्रतिबंध जारी है, जबकि किसी भी स्टॉक को नए प्रतिबंध में नहीं जोड़ा गया है
कुल मिलाकर, Nifty 50 ने 25,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर एक महत्वपूर्ण तकनीकी सफलता हासिल की है। यदि यह स्तर बने रहता है और क्लोजिंग इसी के ऊपर होती है तो बाजार में और तेजी देखने को मिल सकती है। वहीं, Bank Nifty भी अपने सपोर्ट और रेसिस्टेंस स्तरों के बीच मजबूत संकेत दे रहा है। निवेशकों के लिए फिलहाल सतर्कता और तकनीकी संकेतों पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा ताकि वे आने वाले उतार-चढ़ाव का सही अंदाजा लगा सकें