Nifty 50 ने 24 अक्टूबर को ट्रेडिंग की शुरुआत शानदार तरीके से 26,000 के ऊपर की, जहां इंट्राडे हाई 26,104 तक पहुंचा। हालांकि, बाजार में प्रॉफिट बुकिंग के चलते यह स्तर कायम नहीं रह सका और दिन के अंत में इंडेक्स 25,891 के स्तर पर बंद हुआ, जो कि 23 अंक की मामूली बढ़त दर्शाता है। यह लगातार छठे दिन था जब Nifty ने ऊपर की ओर बढ़त दर्ज की, लेकिन तीसरे दिन लगातार 25,900 के ऊपर क्लोज नहीं कर पाया। विशेषज्ञों का मानना है कि 25,900 से 26,100 के जोन को मजबूती से पार किए बिना बाजार में सही तेजी का रुझान कायम नहीं रह पाएगा। फिलहाल बाजार में कंसोलिडेशन की संभावना बनी हुई है, जहां 25,700 और 25,500 को महत्वपूर्ण सपोर्ट स्तर माना जा रहा है। ट्रेडिंग के दौरान Nifty ने शुरुआती जोश दिखाया लेकिन US की ओर से रूस पर तेल पर प्रतिबंध और भारत-अमेरिका के व्यापार वार्ता में संभावित विलंब की खबरों ने निवेशकों की उम्मीदों पर असर डाला। तकनीकी दृष्टिकोण से, दिन के चार्ट में एक ‘bearish meeting line’ कैंडलस्टिक पैटर्न बनना बाजार के बुल्स के लिए चिंता का विषय है। यह पैटर्न कमजोर पड़ते रुझान की ओर संकेत करता है और यदि आगे कमजोरी बनी रहती है तो यह एक नकारात्मक रिवर्सल पैटर्न भी साबित हो सकता है। बावजूद इसके, तकनीकी और मोमेंटम इंडिकेटर्स में बेहतर स्थिति के कारण समग्र अपट्रेंड अभी भी बरकरार है। HDFC Securities के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक Nagaraj Shetti ने कहा कि निकट भविष्य में Nifty का ट्रेंड सकारात्मक ही रहेगा
उन्होंने बताया कि यदि Nifty 26,100 के स्तर को पार कर जाता है तो यह 26,300-26,400 के क्षेत्र तक तेजी जारी रख सकता है। वहीं, उन्होंने 25,700 को तुरंत का सपोर्ट स्तर बताया, जहां से बाजार में खरीदारी की संभावना बनी रहेगी। Monthly options data से भी यही संकेत मिलते हैं कि Nifty 50 आने वाले कुछ समय में 25,500 से 26,500 के दायरे में ही रहेगा। Call open interest में 26,500, 26,200 और 26,000 स्ट्राइक पर अधिकतम ओपन पोजीशन देखने को मिली, जबकि Put open interest में 25,500, 25,700 और 26,000 स्ट्राइक प्रमुख रहे। Call writing का अधिकतम दबाव 26,500, 26,200 और 26,100 स्ट्राइक पर रहा, वहीं Put writing अधिकतर 26,000, 26,100 और 25,800 स्ट्राइक पर केंद्रित थी। LKP Securities के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक Rupak De ने भी कहा कि शॉर्ट टर्म ट्रेंड अभी मजबूत दिख रहा है और अगले 10-15 दिनों में Nifty 26,200 के स्तर को पुनः छू सकता है। उन्होंने 26,000 के ऊपर मजबूती को महत्वपूर्ण रेसिस्टेंस बताया। दूसरी ओर, Bank Nifty ने भी उतार-चढ़ाव भरा दिन बिताया। बैंक इंडेक्स ने दिन के उच्चतम स्तर से लगभग 500 अंक गिरावट देखी और 58,078 पर बंद हुआ, जो 71 अंक की बढ़त के साथ एक bearish कैंडल के रूप में दर्ज हुआ। इस कैंडल में लंबा ऊपरी शैडो था, जो उच्च स्तर पर दबाव और ट्रेडर्स के बीच असमंजस को दर्शाता है
हालांकि, Bank Nifty अभी भी अपने मुख्य मूविंग एवरेज के ऊपर ट्रेड कर रहा है, जो व्यापक अपट्रेंड की पुष्टि करता है। SBI Securities के Technical Head Sudeep Shah ने कहा कि इस प्रकार की कैंडल फॉर्मेशन रिकॉर्ड हाई पर सतर्क रहने की सलाह देती है और अगले सत्रों में इस इंडेक्स की चाल पर ध्यान देना होगा। उन्होंने 57,600-57,500 को सपोर्ट और 58,300-58,400 को रेसिस्टेंस जोन बताया। बाजार की नर्वसनेस को India VIX में 3.85 प्रतिशत की बढ़त के जरिए भी महसूस किया गया, जो 11.73 के स्तर पर पहुंच गया। यह इंडेक्स अपने शॉर्ट और मिड टर्म मूविंग एवरेज के ऊपर बना हुआ है, जो कुछ सतर्कता की जरूरत दर्शाता है, लेकिन 13 के नीचे रहने से फिलहाल कोई बड़ी चिंता नहीं है। कुल मिलाकर, Nifty 50 ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन प्रॉफिट बुकिंग और वैश्विक घटनाक्रमों के कारण मजबूती को कायम नहीं रख पाया। तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, 25,900-26,100 के जोन को पार करना जरूरी होगा ताकि बाजार में नई तेजी आ सके। फिलहाल, निवेशकों को 25,700 और 25,500 के सपोर्ट स्तरों पर नजर बनाकर रखना होगा। Bank Nifty ने भी रुक-रुक कर बढ़त बनाई है, लेकिन ऊंचे स्तर पर सतर्कता जरूरी है। बाजार में अस्थिरता बनी रहने की संभावना के बीच, निवेशकों के लिए धैर्य और तकनीकी संकेतों पर ध्यान देना अनिवार्य होगा