इस हफ्ते अब तक Nifty 50 ने 1 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की है। गुरुवार, 14 अगस्त को Dalal Street में कारोबार की शुरुआत मंद रही, जो कि एशियाई बाजारों में भी कमजोरी का संकेत था। लेकिन आज के दिन benchmark equity indices, Nifty 50 और Sensex, छह हफ्तों की गिरावट के बाद बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। सुबह 09:16 बजे Sensex 74.92 पॉइंट या 0.09 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80,614.83 पर था, वहीं Nifty 24.30 पॉइंट या 0.10 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,643.65 पर खुला। कुल मिलाकर 1352 शेयर बढ़त पर थे, 873 शेयर नीचे थे और 150 शेयर स्थिर थे। Dalal Street पर सेक्टोरल प्रदर्शन मिश्रित रहा। IT और pharma indices ने सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए क्रमशः 0.7 प्रतिशत और 0.8 प्रतिशत की बढ़त हासिल की। Realty सेक्टर भी हल्की बढ़त के साथ 0.15 प्रतिशत ऊपर था। वहीं, metals सेक्टर में 0.81 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। energy, infra, PSU banks, FMCG और auto सेक्टरों में भी मामूली कमजोरी रही
व्यापक बाजार की बात करें तो midcap और smallcap indices क्रमशः 0.19 प्रतिशत और 0.18 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे, जबकि Nifty Next 50 ने 0.15 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की। हालांकि इस हफ्ते स्थानीय बाजारों में रिकवरी देखने को मिली है, लेकिन Trump के भारत पर टैरिफ बढ़ाने के खतरे के कारण तेजी सीमित रही। Mehta Equities के Senior VP (Research) Prashanth Tapse ने बताया कि भले ही कल Independence Day के कारण बाजार बंद रहेंगे, निवेशक Trump-Putin summit के परिणामों पर नजर रखेंगे, जो Alaska में होने वाला है। इस बैठक के नतीजों से बाजार की दिशा प्रभावित हो सकती है। Geojit Investments के Chief Investment Strategist VK Vijayakumar ने कहा कि बाजार फिलहाल इंतजार की स्थिति में है और Trump-Putin summit के साथ-साथ PM Modi के Independence Day के संदेश से संकेत मिलने का इंतजार कर रहा है। तकनीकी दृष्टिकोण से बाजार oversold है और short-positions अधिक हैं। कोई भी सकारात्मक खबर short covering को बढ़ावा दे सकती है, जिससे तेज रैली शुरू हो सकती है। वैश्विक बाजारों की बात करें तो, S&P 500 और Nasdaq Composite ने लगातार दूसरे सत्र के लिए रिकॉर्ड उच्च स्तर बनाए, जबकि Dow Jones Industrial Average भी मजबूती के साथ बंद हुआ। Dow में 1 प्रतिशत की बढ़त रही, S&P 500 0.32 प्रतिशत ऊपर और Nasdaq Composite 0.14 प्रतिशत बढ़ा। वहीं, एशियाई बाजार गुरुवार सुबह कमजोर थे, जिसमें Nikkei लगभग 1 प्रतिशत नीचे था
पिछले सत्र में FIIs ने नेट रूप में Rs 3,644 करोड़ के equity shares बेचे, जबकि उन्होंने Rs 11,350 करोड़ के शेयर खरीदे। इसके विपरीत, DIIs ने Rs 5,623 करोड़ के शेयर खरीदे, जो कि provisional NSE डेटा के अनुसार है। इससे संकेत मिलता है कि DIIs बाजार में मजबूती लाने की कोशिश कर रहे हैं। तकनीकी स्तरों पर, Nifty के लिए तत्काल समर्थन 24,520 पर है, जिसके बाद 24,450 का बैंड आता है। Nifty फिलहाल स्पष्ट दिशा नहीं दिखा रहा है और अगले सत्र में व्यापक रेंज के भीतर उतार-चढ़ाव की संभावना बनी हुई है। SAMCO Securities के Technical Research Analyst Om Mehra ने कहा कि अगर इंडेक्स resistance क्षेत्र के ऊपर बना रहता है तो buy-on-dip रणनीति कारगर साबित हो सकती है। डेरिवेटिव्स की स्थिति में भी सतर्क आशावाद है। Put writers का दबदबा call writers से अधिक है, हालांकि पुष्टि अभी बाकी है। 25,000 strike price पर aggressive call writing देखी गई है, जहां open interest 1.64 करोड़ कॉन्ट्रेक्ट्स तक पहुंच गया है, जो इसे एक मजबूत resistance बनाता है। इसके विपरीत, 24,600 strike पर सबसे अधिक put open interest 1.68 करोड़ कॉन्ट्रेक्ट्स है, जो तत्काल समर्थन का काम करता है
Samco Securities के Dhupesh Dhameja ने बताया कि put writers ने अपनी पोजीशन बढ़ाई है और वे higher strikes की ओर बढ़ रहे हैं, जबकि call writers अभी भी ऊपर जाने को तैयार नहीं हैं। यह guarded sentiment का संकेत है। Put-Call Ratio (PCR) 0.65 से बढ़कर 1.09 हो गया है, जो put side के प्रतिभागियों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। इस बीच, निवेशक Independence Day के कारण बाजार बंद रहने के बावजूद Trump-Putin summit के परिणामों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। अगर इस बैठक से सकारात्मक संकेत मिलते हैं तो Nifty 50 और Sensex के लिए यह 6 हफ्तों की गिरावट के बाद एक नया रैली का मौका हो सकता है। बाजार में फिलहाल सतर्कता और आशावाद दोनों का मिश्रण नजर आ रहा है, और निवेशक अगले कुछ सत्रों में आने वाली खबरों पर नजर बनाए हुए हैं