Neetu Yoshi Limited ने BSE SME प्लेटफॉर्म पर 4 जुलाई 2025 को अपनी लिस्टिंग के साथ जबरदस्त धमाका किया है। कंपनी ने अपने IPO के बंद होने के बाद, जो 27 जून से 1 जुलाई 2025 तक चला, ट्रेडिंग की शुरुआत की और अपने issue price के मुकाबले 40% प्रीमियम पर बंद हुआ। यह प्रदर्शन न सिर्फ निवेशकों के लिए शानदार रिटर्न लेकर आया बल्कि रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में कंपनी की मजबूत फंडामेंटल्स को भी दर्शाता है। Neetu Yoshi का IPO ₹75 प्रति शेयर के भाव से लॉन्च हुआ था, जिसमें न्यूनतम निवेश ₹1,20,000 (1,600 शेयर) का था। इस IPO ने बाजार में जबरदस्त उत्साह पैदा किया और इसकी सब्सक्रिप्शन 128.18 गुना रही। खास बात यह रही कि NII सेगमेंट ने सबसे अधिक रुचि दिखाई, जिसकी सब्सक्रिप्शन 256.69 गुना रही, जबकि QIB और रिटेल निवेशकों ने भी क्रमशः 96.36 और 91.21 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज कराई। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि रेलवे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में निवेशकों का विश्वास कितना मजबूत है। 4 जुलाई को BSE SME पर Neetu Yoshi के शेयर ₹105 की कीमत पर खुले, जो issue price से 40% अधिक था। इस प्रीमियम ने निवेशकों को पहले दिन ही जबरदस्त लाभ दिया और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में कंपनी की संभावनाओं को लेकर निवेशकों का भरोसा भी जताया। Neetu Yoshi की स्थापना 2020 में हुई थी और यह कंपनी विशेष रूप से रेलवे के लिए कस्टमाइज्ड फेरेस मेटलर्जिकल प्रोडक्ट्स बनाती है
इनके प्रोडक्ट्स का वजन 0.2 किलो से लेकर 500 किलो तक हो सकता है। कंपनी भारतीय रेलवे को ब्रेकिंग सॉल्यूशंस, सस्पेंशन्स, और कपलिंग अटैचमेंट्स जैसी महत्वपूर्ण रेलवे कम्पोनेंट्स सप्लाई करती है। उनकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट उत्तराखंड में स्थित है, जो 7,173 वर्ग मीटर में फैली हुई है और यहाँ 88 कर्मचारी कार्यरत हैं। यह यूनिट RDSO से प्रमाणित है, जो गुणवत्ता मानकों की गारंटी देता है। कंपनी के विकास के प्रमुख कारणों में रेलवे सेक्टर का विस्तार और आधुनिकीकरण शामिल है, जो भारत में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के साथ तेजी से बढ़ रहा है। कंपनी की RDSO प्रमाणन इसे एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता बनाता है। साथ ही, कंपनी के पास ब्रेकिंग सिस्टम, सस्पेंशन्स, प्रोपल्शन एड्स और कपलिंग अटैचमेंट्स का व्यापक प्रोडक्ट पोर्टफोलियो है, जो रेलवे संचालन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उत्तराखंड में स्थित फैक्ट्री का लोकेशन भी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एलॉय सप्लायर्स के नजदीक है और बिजली की कम दरों के कारण कंपनी की लागत प्रतिस्पर्धात्मक बनी रहती है। आर्थिक प्रदर्शन की बात करें तो, Neetu Yoshi ने 9 महीने के FY25 में ₹51.47 करोड़ की आय दर्ज की, जो FY24 के ₹47.45 करोड़ से बढ़ी है। नेट प्रॉफिट में मामूली गिरावट आई है, जो ₹12.58 करोड़ से घटकर ₹11.99 करोड़ हो गया, लेकिन कंपनी की लाभप्रदता अभी भी मजबूत बनी हुई है
कंपनी का PAT मार्जिन 26.58% और EBITDA मार्जिन 36.31% है, जो परिचालन दक्षता और मूल्य निर्धारण क्षमता को दर्शाता है। इसके अलावा, कंपनी का ROCE 43.74% और RoNW 99.20% है, जो निवेशकों के लिए आकर्षक संकेत हैं। हालांकि, कुछ चुनौतियां भी सामने हैं। विश्लेषकों ने FY24 से कंपनी के मुनाफे में अचानक आई बढ़ोतरी को लेकर दीर्घकालिक स्थिरता पर सवाल उठाए हैं। कंपनी की valuation भी काफी ऊंची है, जिसका price-to-book value 10.29 और post-issue P/E 18.2 है, जो फंडामेंटल्स के बावजूद प्रीमियम प्राइसिंग को दर्शाता है। इसके अलावा, कंपनी की भारी निर्भरता केवल Indian Railways पर है, जो नीति में बदलाव या खरीद प्रक्रिया में संशोधनों के कारण जोखिम पैदा कर सकता है। IPO से जुटाए गए ₹77.04 करोड़ में से ₹50.78 करोड़ नई मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री स्थापित करने में लगाए जाएंगे, ताकि उत्पादन क्षमता बढ़ाई जा सके और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके। बाकी धनराशि का उपयोग रणनीतिक पहलों, परिचालन आवश्यकताओं और व्यवसाय विकास गतिविधियों के लिए किया जाएगा। कुल मिलाकर, Neetu Yoshi Limited ने अपने IPO और लिस्टिंग में जो प्रदर्शन किया है, वह रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करता है। इसके मजबूत फंडामेंटल्स, RDSO प्रमाणन, और रणनीतिक स्थिति ने निवेशकों का विश्वास हासिल किया है
हालांकि, प्रीमियम मूल्यांकन और एकल ग्राहक पर निर्भरता जैसी चुनौतियां भी इस निवेश की लंबी अवधि की स्थिरता पर सवाल उठा सकती हैं। फिर भी, भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण और विस्तार की दिशा में यह कंपनी एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनकर उभरी है, जिसका असर शेयर बाजार में इसके प्रदर्शन में स्पष्ट रूप से देखा गया