दीपावली पर Muhurat Trading 2025: क्या इस बार बाजार देगा बढ़त का तोहफा? जानिए पूरी टाइमिंग और खास बातें

Saurabh
By Saurabh

दीपावली के पावन अवसर पर हर साल की तरह इस बार भी बाजार में Muhurat Trading का आयोजन किया जा रहा है, जो निवेशकों के लिए सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस साल यानी 21 अक्टूबर 2025 को होने वाली यह खास ट्रेडिंग सत्र भारतीय शेयर बाजारों के लिए नए वित्तीय वर्ष सम्वत 2082 की शुरुआत का संकेत देगा। Bombay Stock Exchange (BSE) और National Stock Exchange (NSE) ने आधिकारिक तौर पर इस Muhurat Trading सत्र की घोषणा कर दी है, जिसके चलते निवेशक उत्साह और उम्मीदों के साथ इस ट्रेडिंग की तैयारियों में जुट गए हैं। Muhurat Trading एक विशेष ट्रेडिंग सत्र होता है जो दीपावली के दिन एक घंटे के लिए खुलता है। इस दौरान बाजार में ट्रेडिंग के सभी लेन-देन न केवल संपन्न होते हैं बल्कि उनका सेटलमेंट भी होता है, जिससे यह सत्र सिर्फ एक शुभ शुरुआत ही नहीं बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस साल का Muhurat Trading मंगलवार, 21 अक्टूबर को दोपहर 1:15 बजे से शुरू होकर शाम 3 बजे तक चलेगा, जिसमें अलग-अलग सेगमेंट के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किए गए हैं। इस सत्र में Equity, Futures & Options, Commodities, Currencies समेत विभिन्न सेगमेंट शामिल होंगे। विशेष तौर पर Equity के लिए Block Deal Session 1:15 बजे से 1:30 बजे तक चलेगा, उसके बाद Pre-Open Session 1:30 बजे से 1:45 बजे तक होगा। Normal Market Trading 1:45 बजे से दोपहर 2:45 बजे तक चलेगी। IPO और Relisted Securities के लिए Call Auction Illiquid Session 1:30 से 2:15 बजे तक निर्धारित है

इसके बाद सभी सेगमेंट के लिए Closing Session 2:45 बजे से 3 बजे तक चलेगा। ट्रेड मॉडिफिकेशन का अंतिम समय 2:55 बजे तक रहेगा। Corporate Bonds के लिए भी अलग टाइमिंग तय की गई है, जिसमें ट्रेडिंग, कंफर्मेशन, मॉडिफिकेशन और कैंसलेशन 1:45 बजे से शुरू होकर 3:15 बजे तक संभव होगा। Futures & Options ट्रेडिंग के लिए भी समय 1:45 बजे से 2:45 बजे तक निर्धारित है और ट्रेड मॉडिफिकेशन का समय 2:55 बजे तक रहेगा। इतिहास में Muhurat Trading के दौरान बाजार में आमतौर पर सकारात्मक रुख देखने को मिलता है। त्योहार की खुशियों और निवेशकों की उम्मीदों के कारण बाजार में अच्छी लिक्विडिटी होती है, जिससे ट्रेडिंग में उत्साह बना रहता है। हालांकि विशेषज्ञ हमेशा सलाह देते हैं कि इस सत्र को केवल शुभ शुरुआत के रूप में देखें, न कि किसी निश्चित रिटर्न की गारंटी के तौर पर। Muhurat Trading की परंपरा 1957 में BSE ने शुरू की थी और 1992 में NSE ने भी इसे अपनाया। तब से यह ट्रेडिंग सत्र सालाना बाजार के सबसे प्रतीक्षित और महत्वपूर्ण आयोजनों में से एक बन गया है। इस खास मौके पर निवेशक नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत का स्वागत करते हैं और अपने निवेश को शुभ मानते हुए भविष्य में धन और समृद्धि की कामना करते हैं

Muhurat Trading का मतलब ही ‘शुभ समय’ होता है, और इसे लेकर निवेशकों में विश्वास और उम्मीदें गहरी होती हैं। यह सिर्फ एक ट्रेडिंग घंटा होता है, लेकिन इसका महत्व बाजार और निवेश के नजरिए से बहुत बड़ा है। कई निवेशक इस समय को अपने निवेश की नई शुरुआत के लिए चुनते हैं, ताकि उनके लिए आने वाला वर्ष लाभकारी रहे। इस साल भी Muhurat Trading 2025 के दौरान भारी मात्रा में ट्रेडिंग होने की संभावना है, जिसमें निवेशक अपनी रणनीतियों के साथ बाजार में सक्रिय रहेंगे। BSE और NSE दोनों ने यह सुनिश्चित किया है कि इस सत्र के तहत की गई सभी ट्रेडिंग का सेटलमेंट पूरी तरह से होगा, जिससे निवेशकों को भरोसा मिलता है। निष्कर्षतः, दीपावली के इस शुभ अवसर पर Muhurat Trading 2025 न केवल बाजार की नई शुरुआत का प्रतीक है, बल्कि यह निवेशकों के लिए भी एक नई उम्मीद और अवसर लेकर आता है। चाहे आप पुराने निवेशक हों या नए, इस ट्रेडिंग सत्र में भाग लेकर आप भी अपने वित्तीय लक्ष्यों की दिशा में एक कदम बढ़ा सकते हैं। इस दिवाली पर Muhurat Trading की पूरी टाइमिंग और नियमों को ध्यान में रखते हुए निवेश करना महत्वपूर्ण होगा, ताकि त्योहार की खुशियों के साथ-साथ बाजार से भी सफलता का उपहार मिल सके

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