Goel Construction का IPO मंगलवार, 2 सितंबर को खुल गया है, जिसका प्राइस बैंड ₹250 से ₹262 प्रति शेयर तय किया गया है। यह इश्यू 4 सितंबर को बंद होगा। कंपनी ने कुल ₹99.77 करोड़ का आईपीओ जारी किया है, जिसमें ₹80.81 करोड़ की नई इक्विटी इश्यू और ₹18.96 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है। OFS के तहत Purushottam Dass Goel, Arun Kumar Goel, Nirmala Goel, Naresh Kumar Goel सहित कुल 11 प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं। इस राशि का उपयोग कंपनी पूंजीगत व्यय, नए फ्लीट और उपकरणों की खरीद, कर्ज़ चुकाने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। एक लॉट में 400 शेयर होंगे और व्यक्तिगत निवेशक कम से कम दो लॉट यानी 800 शेयर के लिए आवेदन कर सकते हैं। वहीं, हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) के लिए न्यूनतम निवेश 1,200 शेयर निर्धारित किया गया है। IPO के सभी महत्वपूर्ण तारीखें भी सामने आ गई हैं – आवंटन की घोषणा 8 सितंबर को होगी, रिफंड 9 सितंबर से शुरू होंगे और शेयर 10 सितंबर को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होंगे। Srujan Alpha Capital Advisors LLP इस आईपीओ के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं, जबकि MUFG Intime India Private Limited रजिस्ट्रार की भूमिका निभा रहा है। Goel Construction की कंपनी की बात करें तो यह इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में सक्रिय है, खासकर पावर प्लांट, सीमेंट प्लांट, डेयरी प्लांट और अन्य औद्योगिक संयंत्रों के निर्माण में विशेषज्ञ है
पिछले चार वर्षों में इसने 19 प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं, जिनका कुल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू ₹1,134.99 करोड़ है। वर्तमान में कंपनी के पास 14 प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं, जिनका ऑर्डर बुक लगभग ₹596.60 करोड़ का है। बाजार में Goel Construction के अनलिस्टेड शेयरों की चर्चा भी जोरों पर है। मीडिया रिपोर्ट्स और investorgain.com के अनुसार, कंपनी के शेयर 320 रुपये प्रति शेयर की दर से ट्रेड हो रहे हैं, जो आईपीओ के ऊपरी प्राइस बैंड ₹262 से लगभग 22.14% अधिक है। इसे Grey Market Premium (GMP) कहा जाता है, जो आईपीओ के प्रति बाजार की भावना का एक अनौपचारिक संकेतक माना जाता है। हालांकि, GMP को कोई स्टॉक एक्सचेंज या SEBI नियंत्रित नहीं करता है और इसे निवेश निर्णयों के लिए अंतिम आधार नहीं माना जाना चाहिए। Goel Construction के इस आईपीओ से निवेशकों की उम्मीदें खासा बढ़ी हैं, क्योंकि कंपनी के पास मजबूत ऑर्डर बुक और लगातार बढ़ती परियोजनाएं हैं। इसके अलावा, कंपनी का फोकस पूंजीगत व्यय और कर्ज़ कम करने पर है, जो वित्तीय स्थिति को और मजबूत कर सकता है। हालांकि, निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि आईपीओ में निवेश जोखिम के साथ आता है। इसलिए, निवेश करने से पहले अपनी रिसर्च करना और विशेषज्ञों की सलाह लेना जरूरी है
इस आईपीओ के अलावा भारतीय बाजार में अन्य बड़े आईपीओ भी आने वाले हैं जिनमें Jio, Tata Capital, Lenskart और LG Electronics India शामिल हैं, जो निवेशकों के बीच काफी चर्चा में हैं। Goel Construction के आईपीओ के सफल होने से कंपनी को वित्तीय मजबूती मिलने के साथ-साथ इसके शेयरधारकों को भी लाभ मिलने की संभावना बढ़ जाती है। Goel Construction का IPO उन निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प हो सकता है जो इंफ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक निर्माण क्षेत्र में अवसर तलाश रहे हैं। इसके मजबूत प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो और बढ़ते GMP ने यह संकेत दिया है कि बाजार में इसकी मांग अच्छी है। यह IPO सितंबर के पहले सप्ताह में बंद हो जाएगा, इसलिए इच्छुक निवेशकों को जल्दी कदम उठाना होगा। आईपीओ के बाद शेयर की लिस्टिंग 10 सितंबर को होगी, जब बाजार में इसके वास्तविक प्रदर्शन का पता चलेगा। कुल मिलाकर, Goel Construction का IPO न केवल कंपनी के विस्तार और विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह निवेशकों को भी अच्छे रिटर्न का मौका दे सकता है। बाजार की मौजूदा स्थिति और कंपनी की आर्थिक मजबूती को देखते हुए, यह आईपीओ निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हो सकता है