Oval Projects Engineering Limited का IPO तीसरे और अंतिम दिन तक भी निवेशकों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया है। इस तेल और गैस इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी का ₹46.74 करोड़ का IPO कुल मिलाकर 1.61 गुना सब्सक्रिप्शन तक ही सीमित रहा, जो बाजार में इसकी मांग को लेकर सतर्कता को दर्शाता है। कंपनी के शेयर की कीमत ₹80-85 प्रति शेयर तय की गई है, लेकिन निवेशकों की भागीदारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रही। IPO के तीसरे दिन तक कुल सब्सक्रिप्शन 1.61 गुना दर्ज किया गया, जिसमें Qualified Institutional Buyers (QIB) ex-anchor सेगमेंट ने सबसे मजबूत रुचि दिखाई और 6.21 गुना की सब्सक्रिप्शन दर दर्ज की। वहीं Individual Investors और Non-Institutional Investors दोनों ने केवल 0.82 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज किया, जो कि अपेक्षाकृत कमजोर निवेशक उत्साह को दर्शाता है। Anchor Investors पूरी तरह से 1.00 गुना सब्सक्रिप्शन के साथ इस प्रक्रिया में भागीदार रहे, परंतु बाकी सेगमेंट में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। IPO की शुरुआत 28 अगस्त को हुई जहां कुल सब्सक्रिप्शन मात्र 0.59 गुना था। Qualified Institutional Buyers ने 2.88 गुना की मजबूत शुरुआत की जबकि Individual Investors और Non-Institutional Investors की भागीदारी क्रमशः 0.13 और 0.31 गुना रही। अगले दिन 29 अगस्त को यह आंकड़ा बढ़कर 0.68 गुना हो गया, जिसमें QIB की भागीदारी स्थिर रही, लेकिन Individual Investors ने 0.31 गुना तक सुधार दिखाया जबकि Non-Institutional Investors ने थोड़ा सा गिरावट दर्ज की। तीसरे दिन 1 सितंबर को जब IPO बंद हुआ, तो कुल सब्सक्रिप्शन 1.61 गुना तक पहुंचा
Qualified Institutional Buyers (ex-anchor) ने 6.21 गुना की सब्सक्रिप्शन दर्ज की, जो पहले दो दिनों की तुलना में काफी ज्यादा है। Individual Investors और Non-Institutional Investors दोनों ने 0.82 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज किया, जो पहले दिन की तुलना में बेहतर जरूर है, लेकिन अभी भी कमजोर निवेशक विश्वास को दर्शाता है। Anchor Investors ने पूरी तरह से अपने हिस्से के शेयरों के लिए आवेदन किया, कुल 9,36,000 शेयरों की मांग 1:1 अनुपात में रही। Market Maker ने भी 3,04,000 शेयरों के लिए पूरी तरह से सब्सक्रिप्शन किया। QIB (ex-anchor) ने 6,24,000 शेयरों के मुकाबले 38,76,800 शेयरों के लिए आवेदन किया, जो 6.21 गुना सब्सक्रिप्शन है। Non-Institutional Buyers ने 14,40,000 शेयरों की पेशकश में से 11,87,200 शेयरों के लिए आवेदन किया। Individual Investors ने भी 21,95,200 शेयरों में से 18,04,800 शेयरों के लिए आवेदन किया। कुल मिलाकर IPO को मिली राशि ₹58.39 करोड़ रही, जो कि प्रस्तावित राशि ₹46.74 करोड़ से अधिक है, लेकिन यह सब्सक्रिप्शन का स्तर अपेक्षाकृत कम रहा। कुल 679 आवेदन प्राप्त हुए, जो इस SME IPO के लिए न्यूनतम निवेशक सहभागिता को दर्शाता है। Oval Projects Engineering Limited 2013 में स्थापित एक इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जो तेल और गैस, सिटी गैस वितरण, शहरी विकास और ऊर्जा क्षेत्रों में काम करती है
यह कंपनी अपस्ट्रीम, मिडस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम गतिविधियों के लिए टर्नकी समाधान प्रदान करती है और देश भर में 900 किलोमीटर से अधिक पाइपलाइन इंस्टॉलेशन और संचालन करती है, जिसमें त्रिपुरा भी शामिल है। IPO में निवेशकों की इस धीमी रुचि के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें बाजार की अनिश्चितता, कंपनी के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा, या निवेशकों की सतर्कता शामिल हो सकती है। हालांकि Qualified Institutional Buyers ने इस IPO में मजबूत रुचि दिखाई, परंतु Individual और Non-Institutional Investors का उत्साह अपेक्षा से कम रहा है। Oval Projects Engineering IPO की इस धीमी शुरुआत ने निवेशकों के बीच कंपनी के भविष्य के प्रति सतर्कता को उजागर किया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी के शेयर बाजार में शुरुआत के बाद प्रदर्शन कैसा रहता है। फिलहाल, IPO की सब्सक्रिप्शन में मिली-जुली प्रतिक्रिया ने इसे एक सावधानी भरे निवेश विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया है