India’s Retail Inflation September 2025 में 8 साल के निचले स्तर पर, क्या RBI करेगा बड़ा फैसला?

Saurabh
By Saurabh

India की Retail inflation सितंबर 2025 में 1.54% पर आ गई है, जो पिछले आठ सालों में सबसे कम है। यह आंकड़ा 2.07% अगस्त 2025 के मुकाबले काफी गिरावट दर्शाता है। सरकार द्वारा जारी किए गए डेटा के अनुसार, Consumer Price Index (CPI) में यह कमी मुख्य रूप से Food and Beverages की कीमतों में गहरी और उम्मीद से ज्यादा गिरावट के कारण हुई है। ICRA की Chief Economist Aditi Nayar के मुताबिक, Food and Beverages का inflation 1.4% पर आ गया है, जो पिछले 81 महीनों में सबसे कम है। जबकि Miscellaneous goods की कीमतों में 5.35% की बढ़ोतरी देखी गई, जिसमें Gold और Silver के भावों में वृद्धि का खास योगदान है। Food Prices में आई यह गिरावट inflation को कम करने में सबसे बड़ा कारण बनी है। Data बताता है कि Food inflation -2.28% पर पहुंच गई है, जो जून 2017 के बाद का सबसे कमजोर स्तर है। खास बात यह है कि Vegetables और Pulses आठवें महीने भी Deflation में बने हुए हैं, जिनकी कीमतें क्रमशः 21.4% और 15.3% कम हुई हैं। वहीं Personal effects की कीमतों में 19.4% की तेज़ बढ़ोतरी हुई है, जो इस डेटा सीरीज की शुरुआत के बाद से सबसे ज्यादा है। यह उछाल Gold और Silver prices में अक्टूबर माह के नए उच्च स्तरों के कारण है

GST Rationalisation और RBI की नई Inflation Forecast से उम्मीदें बढ़ीं हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले महीनों में कीमतों पर दबाव कम रह सकता है, क्योंकि हाल ही में GST दरों में की गई Rationalisation कई उपभोक्ता वस्तुओं की लागत को घटाने में मदद करेगी। एक विश्लेषण के अनुसार, GST में हुए बदलाव Inflation Basket के लगभग 14% हिस्से को प्रभावित कर सकते हैं। Reserve Bank of India ने भी अपनी FY26 के लिए Inflation Projection को 3.1% से घटाकर 2.6% कर दिया है। RBI की यह नई भविष्यवाणी बेहतर सप्लाई कंडीशंस और लागत दबावों में कमी को ध्यान में रखकर की गई है। Emkay Global Financial Services की Chief Economist Madhavi Arora ने कहा कि सितंबर का यह आंकड़ा उम्मीदों के अनुरूप है। उनका मानना है कि RBI की FY26 Inflation forecast में 30-40 basis points का और undershoot हो सकता है, खासकर GST कटौती और स्थिर Food prices के कारण। RBI Governor Sanjay Malhotra ने भी इस बात को दोहराया कि GST दरों में हालिया कमी कई CPI components की कीमतें कम करने में सहायक होगी, जिससे अगस्त के अनुमान से Inflation outlook नरम होगा। Inflation RBI के मध्यकालीन लक्ष्य 4% से काफी नीचे आने के कारण, अब केंद्रीय बैंक आर्थिक विकास को समर्थन देने पर ध्यान केंद्रित कर सकता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि दिसंबर 2025 की Monetary Policy बैठक में RBI 25 basis points की अंतिम rate cut कर सकता है

इसके पहले इस साल कुल मिलाकर 100 basis points की कटौती की जा चुकी है। Aditi Nayar ने बताया कि FY26 में CPI inflation लगभग 2.6% के आसपास रह सकता है, जो GST rationalisation और Food prices में निरंतर सुधार से प्रभावित होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगले rate cut का समय इस बात पर निर्भर करेगा कि पिछले कटौती के प्रभाव कितनी तेजी से Credit market तक पहुंचते हैं और GST restructuring का व्यापक प्रभाव क्या रहता है। कुल मिलाकर देखा जाए तो India की Inflation trajectory RBI की tolerance band के भीतर सुरक्षित स्तर पर बनी हुई है। Food prices में गिरावट और Tax reforms ने इस स्थिति को मजबूत किया है। अब आर्थिक स्थिरता बेहतर हो रही है और कीमतों पर दबाव कम हो रहा है। ऐसे में ध्यान Growth momentum पर केंद्रित होगा और Monetary easing के लिए नीति निर्माताओं के पास ज्यादा जगह उपलब्ध होगी। आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि RBI आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए अपनी नीतियों में क्या बदलाव करता है

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