Hindustan Zinc ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए अपनी consolidated net profit में 13.83% की वृद्धि दर्ज की है। कंपनी ने इस तिमाही में ₹2,649 करोड़ का लाभ कमाया, जो पिछले वर्ष के समान तिमाही में ₹2,327 करोड़ था। यह बढ़ोतरी कंपनी की मजबूत ऑपरेशनल रणनीतियों और बाजार की अनुकूल परिस्थितियों का नतीजा है। कंपनी की total revenue from operations में भी 3.6% की वृद्धि हुई और यह ₹8,549 करोड़ पर पहुंच गई, जो पिछले साल की इसी तिमाही में ₹8,252 करोड़ थी। Hindustan Zinc ने अपने ऑपरेशनल प्रदर्शन में सुधार करते हुए EBITDA को ₹4,467 करोड़ तक पहुंचाया, जो पिछले साल की इसी तिमाही के ₹4,164 करोड़ के मुकाबले 7% अधिक है। यह कंपनी का अब तक का सबसे अच्छा Q2 EBITDA रहा। कंपनी ने विशेष रूप से EBITDA margin में भी सुधार किया है, जो इस तिमाही में 52% पर पहुंच गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 50% था। इस सफलता में मुख्य भूमिका silver ने निभाई, जिसने कुल मुनाफे में करीब 40% योगदान दिया। इस तरह Hindustan Zinc ने “silver wave” का पूरा लाभ उठाया है, जो कंपनी की लाभप्रदता को और बढ़ा रहा है। Revenue और operating profit दोनों में वृद्धि का मुख्य कारण बेहतर commodity prices, उत्पादन लागत में कमी, by-product की बेहतर कीमतें, और डॉलर की मजबूती को माना जा रहा है
हालांकि, उत्पादन में मामूली गिरावट आई है, लेकिन softened input commodity prices ने इस कमी को काफी हद तक कम किया है। कंपनी ने zinc के उत्पादन लागत (COP) को भी पांच साल के सबसे निचले स्तर $994 प्रति टन तक लाने में सफलता पाई है, जो कि input costs के कम होने और by-product की बेहतर कीमतों के कारण संभव हुआ है। माइनिंग के क्षेत्र में भी कंपनी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इस तिमाही में mined metal production 258 Kt तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1% अधिक है। उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए कंपनी ने Debari में 160 Ktpa की roaster यूनिट भी चालू की है। इसके अलावा Dariba Smelting Complex में cellhouse debottlenecking का काम पूरा किया गया है। उम्मीद है कि Chanderiya Lead Zinc smelter Q3FY26 तक पूरी तरह से चालू हो जाएगा, जिससे Dariba Smelting Complex के साथ कुल metal capacity में 21 Ktpa की वृद्धि होगी। Hindustan Zinc के CEO Arun Misra ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि कंपनी ने अपने continuous operational excellence, तकनीकी सुधारों और कर्मचारियों की मेहनत के दम पर अब तक का सबसे अच्छा mined metal production रिकॉर्ड किया है। उन्होंने zinc के cost of production को पांच साल के निचले स्तर पर लाने को भी अपनी टीम की बड़ी सफलता बताया। कंपनी के CFO Sandeep Modi ने वित्तीय प्रदर्शन की मजबूती को cost efficiency और portfolio diversification का परिणाम बताया
उन्होंने कहा कि silver के मुनाफे में 40% से अधिक योगदान के कारण कंपनी commodity tailwinds का पूरा फायदा उठा रही है। इसके साथ ही उन्होंने sustainable value creation, disciplined cost management, growth projects, value-added offerings, और critical mineral development को कंपनी की प्राथमिकताओं में शामिल बताया। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि Hindustan Zinc का Nifty 100 और Nifty Next 50 indices में शामिल होना कंपनी की मजबूत बुनियादी आर्थिक स्थिति और लगातार बेहतर प्रदर्शन को दर्शाता है। Hindustan Zinc, जो Vedanta समूह का हिस्सा है, विश्व की सबसे बड़ी integrated zinc निर्माता कंपनी है और यह दुनिया के शीर्ष पांच silver उत्पादकों में भी शामिल है। कंपनी भारत के प्राथमिक zinc बाजार में लगभग 77% की बाजार हिस्सेदारी रखती है और 40 से अधिक देशों को अपनी आपूर्ति करती है। इस तिमाही के नतीजों से यह स्पष्ट हो गया है कि Hindustan Zinc ने न केवल उत्पादन में सुधार किया है, बल्कि अपने लागत नियंत्रण और बाजार की मांग के अनुसार अपने पोर्टफोलियो को भी सफलतापूर्वक अनुकूलित किया है। ऐसे प्रदर्शन से निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा और कंपनी के स्टॉक में भी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा