Tata Motors के शेयरों में आज सुबह के pre-open session में ₹400 प्रति शेयर के स्तर पर कारोबार शुरू हुआ, जो पिछले बंद भाव से 39.5% यानी ₹260.75 की भारी गिरावट दर्शाता है। यह बड़ी गिरावट कंपनी के Commercial Vehicle business के demerger के बाद शेयरों में हुए adjustment का परिणाम है। कंपनी ने यह स्पष्ट किया है कि 14 अक्टूबर, 2025 को ‘Record Date’ निर्धारित की गई है, जिसके आधार पर जिन शेयरधारकों के पास उस दिन Tata Motors के शेयर होंगे, उन्हें Tata Motors Commercial Vehicles Limited (TMLCV) के 1 नए शेयर (₹2 का face value) प्रति 1 Tata Motors (TML) शेयर के हिसाब से जारी किए जाएंगे। इस demerger योजना के तहत, Tata Motors Limited का नाम बदलकर Tata Motors Passenger Vehicles Limited (TMPVL) कर दिया जाएगा और यह entity केवल passenger vehicles और electric vehicles के कारोबार को संभालेगी, जिसमें Jaguar Land Rover (JLR) का निवेश भी शामिल है। वहीं, Commercial Vehicles business को Tata Motors Commercial Vehicles Limited (TMLCV) के नाम से अलग एक कंपनी के रूप में सूचीबद्ध किया जाएगा। TMLCV के शेयरों को अभी BSE और NSE पर trading के लिए अनुमति नहीं मिली है, क्योंकि listing और trading approval में आमतौर पर 45 से 60 दिन लगते हैं। कंपनी का अनुमान है कि यह प्रक्रिया अगले चार से छह हफ्तों में पूरी हो जाएगी, संभवत: नवंबर के मध्य तक। कंपनी ने एक regulatory filing में बताया कि Ministry of Corporate Affairs (MCA) ने 13 अक्टूबर, 2025 को Tata Motors Limited का नया Certificate of Incorporation जारी किया है, जिसमें इसका नाम बदलकर Tata Motors Passenger Vehicles Limited कर दिया गया है। इस बदलाव को stock exchanges में भी अपडेट करने की प्रक्रिया चल रही है। Tata Motors के इस कदम के कारण, 14 अक्टूबर के बाद जो शेयरधारक होंगे, उनके शेयर अब केवल passenger vehicles और electric vehicles के कारोबार से जुड़े होंगे
उसी समय, उन्हें Commercial Vehicles के लिए भी नए शेयर प्राप्त होंगे, जो अलग कंपनी में होंगे। इसके साथ ही, कंपनी ने 10 अक्टूबर को non-convertible debentures (NCD) धारकों की सूची तय करने के लिए एक Record Date भी निर्धारित किया है, ताकि NCDs की ट्रांसफर प्रक्रिया TMLCV में सही तरीके से की जा सके। Tata Motors के इस बड़े corporate restructuring से मार्केट में काफी हलचल देखी जा रही है। शेयरों में आई 39.5% की गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, लेकिन कंपनी ने स्पष्ट किया है कि यह केवल एक तकनीकी adjustment है और दोनों entities के अलग होने के बाद कारोबार अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। Tata Motors का यह निर्णय कंपनी के व्यवसाय को दो हिस्सों में बांटने का प्रयास है ताकि वे अपने passanger vehicles और commercial vehicles के operations को अलग-अलग फोकस कर सकें। TMPVL में passenger vehicles, electric vehicles और JLR के निवेश के साथ-साथ नई तकनीकों पर फोकस किया जाएगा, जबकि TMLCV पूरी तरह commercial vehicles के बिजनेस को संभालेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के demerger से दोनों कंपनियों को अपनी मुख्य क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित करने का मौका मिलेगा, जिससे दीर्घकालीन दृष्टि से बेहतर विकास की संभावना बढ़ेगी। हालांकि, फिलहाल शेयरों में आई भारी गिरावट से निवेशकों में अस्थिरता देखी जा रही है। अभी TMLCV के शेयरों की trading शुरू नहीं हुई है, लेकिन जैसे ही यह लिस्टिंग प्राप्त कर लेगी, दोनों कंपनियां स्वतंत्र रूप से stock exchanges पर कारोबार करेंगी। इसके बाद निवेशकों को दोनों कंपनियों के प्रदर्शन के आधार पर अपने निवेश निर्णय लेना होगा
कुल मिलाकर, Tata Motors के इस बड़े restructuring ने बाजार में नए अवसरों के साथ-साथ चुनौतियां भी पैदा की हैं। निवेशकों को इस बदलाव को समझते हुए अपने पोर्टफोलियो को संतुलित करना होगा। कंपनी के पास अब अलग-अलग क्षेत्रों में फोकस करने का अवसर है, जो भविष्य में उनके शेयरों के प्रदर्शन में सुधार ला सकता है। इस बीच, Tata Motors की Passenger Vehicles Limited और Tata Motors Commercial Vehicles Limited दोनों की लिस्टिंग पर अगले कुछ हफ्तों में ध्यान केंद्रित रहेगा। निवेशक और बाजार विशेषज्ञ इस प्रक्रिया से जुड़ी हर अपडेट को करीब से देख रहे हैं, क्योंकि इससे न केवल Tata Motors का भविष्य प्रभावित होगा, बल्कि पूरे ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी इसका असर पड़ेगा