शेयर बाजार में शुक्रवार को छह दिनों की जोरदार तेजी के बाद मुनाफा बिकवाली ने दबाव बनाया और बाजार दोबारा गिरावट के रास्ते पर आ गया। सुबह 11:10 बजे तक, Sensex 297.80 अंक या 0.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,258.60 पर आ गया, जबकि Nifty भी 93.75 अंक यानी 0.36 प्रतिशत टूटकर 25,797.65 के स्तर पर पहुंच गया। यह गिरावट निवेशकों के बीच मुनाफा बुकिंग और विदेशी निवेशकों (FIIs) की बिकवाली के चलते आई। Nifty में इस दौरान Hindalco Industries, Shriram Finance और Oil & Natural Gas Corporation जैसे स्टॉक्स ने अच्छी बढ़त दिखाई और 4 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की। वहीं, Hindustan Unilever और Cipla जैसे बड़े शेयर 3 प्रतिशत तक नीचे आए, जिससे बाजार में अस्थिरता बढ़ी। विश्लेषकों का मानना है कि बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, FMCG, IT और ऑटो सेक्टर्स में हाल के उछाल के बाद निवेशकों ने अपने मुनाफे को सुरक्षित करने के लिए शेयर बेचना शुरू कर दिया। पिछले दिन बाजार में हल्की तेजी देखने को मिली थी, लेकिन उसमें भी उतार-चढ़ाव बना हुआ था। Geojit Financial Services के Chief Investment Strategist Dr VK Vijayakumar ने बताया कि बाजार में तेजी की शुरुआत भारत-यूएस के बीच व्यापार समझौते की खबर से हुई थी, लेकिन भारतीय पक्ष से इस खबर की पुष्टि नहीं होने के कारण बाजार का उत्साह कम हो गया। इसके चलते बुल्स (खरीददार) अपनी पोजीशन मजबूत नहीं कर पाए और बाजार में शॉर्ट कवरिंग (कमजोर शेयरों की तेजी) भी नहीं हो सकी। विदेशी निवेशकों ने भी बाजार से बिकवाली की दिशा पकड़ी
गुरुवार को FIIs ने 1,165.94 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जो पांच दिनों की लगातार खरीदारी के बाद पहली बार बिक्री का संकेत है। यह बिकवाली बाजार के लिए चिंता का विषय बनी हुई है क्योंकि विदेशी फंड की प्रवाह में उतार-चढ़ाव से बाजार में अस्थिरता बढ़ती है। इसके अलावा, India VIX, जो बाजार की अस्थिरता और निवेशकों की भावना को दर्शाता है, में करीब 1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और यह 11.84 के स्तर पर पहुंच गया। VIX में यह उछाल आने वाले समय में बाजार में अनिश्चितता और जोखिम की संभावना को दर्शाता है। तकनीकी विश्लेषकों ने भी बाजार की दिशा को लेकर सतर्कता जताई है। Anand James, Chief Market Strategist, Geojit Financial Services के अनुसार, Nifty फिलहाल साइडवेज मूवमेंट कर सकता है। उन्होंने कहा कि अगर Nifty 25,830 और 25,780 के बीच समर्थन बनाए रखता है तो 26,186 तक वापसी की कोशिश हो सकती है। हालांकि, अगर 26,000 के स्तर को पार करना मुश्किल हो गया तो बाजार में फिर से गिरावट आ सकती है और Nifty 25,590 से 25,400 के बीच जा सकता है। इसलिए फिलहाल निवेशकों को बाजार में सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है क्योंकि ट्रेड डील की पुष्टि न होने और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। पिछले कुछ दिनों की तेजी के बाद यह मुनाफा बुकिंग और बिकवाली एक सामान्य सुधार की तरह देखा जा रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में बाजार की दिशा अभी भी अनिश्चित बनी हुई है
संक्षेप में कहा जाए तो शुक्रवार को Sensex-Nifty की गिरावट ने निवेशकों के बीच चिंता बढ़ा दी है। व्यापार समझौते से जुड़ी अनिश्चितता, FIIs की बिकवाली और बढ़ती VIX ने बाजार के मूड को प्रभावित किया है। ऐसे में निवेशक अपनी रणनीति को फिर से परखना और तकनीकी संकेतों पर ध्यान देना जरूरी होगा