Bay Capital Investments Advisors के Managing Partner & CIO, Keyur Majmudar ने हाल ही में दिए गए इंटरव्यू में कहा है कि GST reform सितंबर तक फाइनल हो जाएगा, जो त्योहारों से पहले बाजार को एक जबरदस्त बढ़ावा देगा। उनका मानना है कि यह सुधार घरेलू मांग और उपभोग दोनों को प्रोत्साहित करेगा, जिससे आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी और निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा। Keyur Majmudar के अनुसार, इस साल के दूसरे आधे हिस्से में बाजार का ध्यान अब मुख्य रूप से headline tariff news से हटकर इन सुधारों के घरेलू मांग पर पड़ने वाले प्रभाव पर केन्द्रित होगा। वे कहते हैं, “आखिरकार, corporate earnings को वास्तविकता में बदलना होगा ताकि बाजार अभी की स्थिति से ऊपर उठ सके। ” उनका यह भी कहना है कि पिछले एक साल से बाजार में जो consolidation हो रही है, वह अब GST rationalisation और उपभोक्ता मांग में सुधार के कारण सकारात्मक रुख अपनाएगी। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा लिए गए कई नीतिगत कदम, जैसे कि GST simplification, घरेलू उपभोग को बढ़ाने और आर्थिक विकास को गति देने के लिए महत्वपूर्ण हैं। Keyur Majmudar का यह भी मानना है कि यह GST reform न केवल कर प्रणाली को सरल बनाएगा, बल्कि इससे household cash flows और affordability में सुधार होगा, जो कि उपभोक्ता आधारित सेक्टर्स के लिए फायदेमंद होगा। जब उनसे पूछा गया कि GST rationalisation के बाद किन सेक्टर्स में निवेश करना बेहतर होगा, तो उन्होंने कहा कि वे आमतौर पर केवल नीतिगत घटनाओं के आधार पर पोर्टफोलियो में बदलाव नहीं करते। हालांकि, घरेलू मांग से जुड़े व्यवसाय, खासकर consumer staples और discretionary segments को इस सुधार से सबसे ज्यादा लाभ होगा। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि पहले से लागू किए गए tax cuts के साथ मिलकर यह सुधार household cash flows को बेहतर बनाएगा, जिससे कई consumer oriented sectors में मजबूती आएगी
Keyur Majmudar ने यह भी स्पष्ट किया कि EMS, consumer discretionary और cement सेक्टर्स में वृद्धि की संभावनाएं हैं, जो घरेलू मांग के अनुरूप हैं। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि valuation एक महत्वपूर्ण कारक रहेगा और कुछ क्षेत्रों में पहले से ही उच्च वृद्धि की उम्मीदें बाजार में शामिल हो चुकी हैं। अगर earnings इन उम्मीदों को पूरा नहीं करती हैं, तो निवेशकों को निराशा हो सकती है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के रुख के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि RBI ने पहले ही rate policy में काफी कदम उठा लिए हैं और वे उम्मीद करते हैं कि RBI आवश्यकतानुसार domestic demand को बढ़ावा देने के लिए आगे भी कदम उठाएगा। Keyur ने कहा कि RBI केवल interest rates के माध्यम से ही नहीं, बल्कि credit easing और credit flow जैसे अन्य उपायों का भी उपयोग करेगा ताकि MSME सेक्टर को आवश्यक समर्थन मिल सके और आर्थिक दबावों को कम किया जा सके। बैंकिंग सेक्टर में जोखिमों के बारे में पूछे जाने पर Keyur Majmudar ने कहा कि deposit growth और loan growth लगभग बराबर हो गए हैं और loan growth इस साल early teens की रेंज में रहने की संभावना है। वे मानते हैं कि MFI सेक्टर से जुड़ी सबसे बड़ी चिंताएं अब पीछे छूट चुकी हैं, लेकिन household debt का स्तर अभी भी उच्च है। खासकर unsecured lending और MSME exposures पर निगरानी जरूरी होगी क्योंकि ये क्षेत्र कुछ तनाव का सामना कर सकते हैं, हालांकि यह बैंक से बैंक अलग होगा। उन्होंने भरोसा जताया कि सिस्टम स्तर पर बैंकिंग सेक्टर में कोई बड़ा झटका नहीं आने वाला है और RBI आवश्यकतानुसार हर संभव मदद करेगा। GST reform के सितंबर में पूरी तरह से लागू होने की संभावना के साथ, बाजार में सकारात्मक माहौल बनने की उम्मीद है
त्योहारों से पहले यह सुधार sentiment और consumption को बढ़ावा देगा और घरेलू आर्थिक गतिविधियों को नई ऊर्जा देगा। Keyur Majmudar की विशेषज्ञ राय से यह स्पष्ट होता है कि इस बार निवेशक और बाजार दोनों ही इस सुधार को लेकर काफी आशान्वित हैं और इससे अगले कुछ महीनों में बाजार में मजबूत उछाल देखने को मिल सकता है। इस पूरी स्थिति में, निवेशकों के लिए यह जरूरी होगा कि वे corporate earnings और घरेलू मांग के संकेतों पर नजर रखें, क्योंकि यही अंततः बाजार की दिशा तय करेंगे। साथ ही, RBI की नीतियों और बैंकिंग सेक्टर की स्थिति भी निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संकेत देगी। GST reform के प्रभाव से उपभोक्ता क्षेत्र और MSME सेक्टर में वृद्धि की उम्मीद के बीच, बाजार में सकारात्मक ऊर्जा के साथ नया दौर शुरू होने वाला है