GST कटौती से Cement Stocks में धमाकेदार उछाल, FY26 में Operating Profit होगा भारी बढ़ोतरी! ..

Saurabh
By Saurabh

GST कटौती से Cement Stocks में धमाकेदार उछाल, FY26 में Operating Profit होगा भारी बढ़ोतरी! सरकार द्वारा सितंबर 2025 की शुरुआत में GST दरों में किए गए संशोधन ने Cement Stocks को बड़ा फायदा पहुँचाने की उम्मीद बढ़ा दी है। GST Council ने 3 सितंबर 2025 को Cement पर GST दर को 28% से घटाकर 18% कर दिया है, जो भारतीय सीमेंट उद्योग के लिए मील का पत्थर साबित होगा। रेटिंग एजेंसी ICRA की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इस GST कटौती से ग्रामीण आवास की कुल निर्माण लागत में 0.8% से 1.0% तक की कमी आएगी, जिससे मांग में बढ़ोतरी होगी और क्षमता विस्तार को बल मिलेगा। ICRA रिपोर्ट में कहा गया है कि FY26 में औसत cement realisation (ex-factory price excluding GST) 3-5% तक बढ़ सकता है, जबकि कच्चे माल की कीमतें स्थिर रहने की संभावना है। इसका सीधा असर cement कंपनियों के operating profit पर पड़ेगा, जो ₹100-₹150 प्रति metric tonne तक बढ़ने की उम्मीद है। इसके साथ ही, OPBIDTA/MT (Operating Profit Before Interest, Depreciation, Taxes, and Amortisation per Metric Tonne) में 12-18% सुधार होगा और यह ₹900-950/MT तक पहुंच सकता है। OPBIDTA को आमतौर पर manufacturing और commodity सेक्टर्स में EBITDA के समान माना जाता है। Cement Manufacturers’ Association (CMA) ने भी इस GST कटौती का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे न केवल घरेलू निर्माताओं को मजबूती मिलेगी, बल्कि इससे भारत में infrastructure development की गति भी तेज होगी और औद्योगिक विस्तार को बढ़ावा मिलेगा। GST कटौती से भारतीय सीमेंट उद्योग की competitiveness बढ़ेगी और यह वैश्विक प्रतिस्पर्धियों के साथ बराबरी पर आ सकेगा। ICRA के अनुसार, FY26 के पहले पांच महीनों (5M FY26) में सीमेंट की बिक्री में 8.5% की वृद्धि देखी गई है, जो ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में housing और infrastructure projects की मजबूत मांग को दर्शाता है

इस दौरान सीमेंट की कीमतों में भी YoY आधार पर लगभग 7.4% की बढ़ोतरी हुई, खासकर उत्तर और पूर्वी भारत में। हालांकि, input costs जैसे pet coke और freight की कीमतें वैश्विक crude oil की कीमतों और भू-राजनीतिक परिस्थितियों से प्रभावित हो रही हैं। ICRA की उपाध्यक्ष Anupama Reddy ने बताया, “GST कटौती के कारण, जो ग्राहक तक पूरी तरह से पास ऑन की जाएगी, आम तौर पर एक बैग सीमेंट की कीमत ₹350-₹360 के बीच है, तो उपभोक्ताओं को ₹26-₹28 प्रति बैग की बचत होगी। यह ग्रामीण आवास को अधिक किफायती बनाएगा और कुल निर्माण खर्चों को कम करेगा, जिससे मांग में और वृद्धि होगी। ” उन्होंने यह भी कहा कि FY26 में capacity additions 41-43 मिलियन MTPA तक पहुंच सकती है, जो FY25 में 31 मिलियन MTPA थी। ये विस्तार मुख्य रूप से पूर्वी क्षेत्र में grinding capacity के रूप में होगा। ICRA के अध्ययन में शामिल प्रमुख कंपनियों में ACC Ltd, Ambuja Cements, JK Cements, JK Lakshmi Cement, The Ramco Cements, UltraTech Cement, Dalmia Bharat, Birla Corporation, Shree Cement, Sagar Cements, और Heidelberg Cement India (HCL) शामिल हैं, जो कुल मिलाकर इंडस्ट्री की 74% क्षमता का प्रतिनिधित्व करती हैं। एजेंसी ने कहा है कि बड़े cement उत्पादकों की क्रेडिट प्रोफाइल स्थिर रहने की संभावना है, क्योंकि उनके operating income में वृद्धि होगी, operating margins बेहतर होंगे और leverage metrics भी सहज रहेंगे। साथ ही, उद्योग में हाल के वर्षों में consolidation हुआ है, जिससे बड़े खिलाड़ी मध्यम वर्ग के खिलाड़ियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट निर्माता देश है, जो वैश्विक installed capacity का 8% से अधिक हिस्सा रखता है

कुल क्षमता का 98% निजी क्षेत्र के पास है। दिसंबर 2024 में सीमेंट की खपत 37.2 मिलियन टन तक पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4% अधिक है। FY25 के अप्रैल से दिसंबर तक कुल सीमेंट की बिक्री 319 मिलियन टन तक पहुंच गई, जो पिछले साल के मुकाबले 3% अधिक है। FY23 में भारत की सीमेंट उत्पादन क्षमता 374.55 मिलियन टन थी, जिसमें 6.83% YoY वृद्धि देखी गई। भारत के सीमेंट उद्योग का आकार FY23 में 3.96 अरब टन था, और यह FY32 तक 5.99 अरब टन तक पहुंचने का अनुमान है, जो FY24 से FY32 के बीच 4.7% CAGR को दर्शाता है। FY26 की पहली तिमाही में भी Cement Stocks ने शानदार प्रदर्शन दिखाया। UltraTech Cement ने 9.7% की volume वृद्धि दर्ज की, जो 36.83 मिलियन टन तक पहुंच गई है, जिसमें India Cements और Kesoram Industries के अधिग्रहण का भी योगदान है। Ambuja Cements ने Q1 FY26 में अपनी सबसे बड़ी quarterly revenue ₹10,000 करोड़ और highest-ever cement sales volume 18.4 मिलियन टन दर्ज की है। इन कंपनियों के बेहतर प्रदर्शन के पीछे मुख्य कारण सरकार की infrastructure projects पर बढ़ती खर्च और input costs में कमी (जैसे कोयला और पेटकोक की कीमतों में गिरावट) है। साल 2025 में Cement Stocks का प्रदर्शन भी निवेशकों के लिए उत्साहजनक रहा है

UltraTech Cement ने लगभग 8.5% की तेजी दिखाई, Ambuja Cements में लगभग 9% की बढ़ोतरी हुई, J K Cement में तो 50% से अधिक की उछाल रही। Shree Cement और Dalmia Bharat ने भी क्रमशः 17.5% और 33% की बढ़त दर्ज की। हालांकि, ACC के शेयरों में इस अवधि में 8% की गिरावट देखी गई। इस प्रकार, GST में हुई कटौती ने Cement Stocks के लिए नए निवेश अवसरों के द्वार खोल दिए हैं। FY26 में सरकार की नीतियों और मजबूत मांग के चलते इस सेक्टर में वृद्धि की संभावनाएं प्रबल हैं, जिससे निवेशकों के साथ-साथ उद्योग जगत को भी फायदा होगा

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