सोने (Gold) की कीमतों ने सोमवार, 29 सितंबर को Multi Commodity Exchange (MCX) पर एक नया इतिहास रच दिया। Weak dollar और US Federal Reserve के अक्टूबर अंत में संभावित rate cut की उम्मीदों के चलते Gold futures ने जबरदस्त तेजी दिखाई। अक्टूबर डिलीवरी के Gold futures ₹1,465 (1.2%) की बढ़त के साथ ₹1,15,253 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गए, जो शुक्रवार के ₹1,13,788 प्रति 10 ग्राम के बंद भाव से काफी ऊपर था। दिसंबर डिलीवरी के कॉन्ट्रैक्ट भी ₹1,312 (1.1%) की बढ़त के साथ ₹1,16,203 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए, जबकि शुक्रवार को यह ₹1,14,891 प्रति 10 ग्राम पर थे। Silver में भी जबरदस्त तेजी देखने को मिली। दिसंबर एक्सपायरी के सिल्वर फ्यूचर्स ₹1,44,179 प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए, जो शुक्रवार के ₹1,41,889 प्रति किलोग्राम से 1.6% ज्यादा है। इस तेजी के पीछे मुख्य कारण US Federal Reserve के संभावित rate cut और कमजोर डॉलर को माना जा रहा है, जो की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में precious metals की मांग को बढ़ावा दे रहा है। Reliance Securities के Senior Research Analyst Jigar Trivedi ने कहा, “Gold prices ने नया रिकॉर्ड बनाया है, क्योंकि बाजार में US Federal Reserve के और rate cut की उम्मीदें बढ़ रही हैं और डॉलर कमजोर हो रहा है। अक्टूबर में 90 प्रतिशत और दिसंबर में करीब 65 प्रतिशत संभावना है कि Fed rate cut कर सकता है। वहीं, निवेशक US government shutdown के जोखिम को भी लेकर सतर्क हैं, जो आर्थिक आंकड़ों के रिलीज़ में देरी कर सकता है और Fed के फैसलों को प्रभावित कर सकता है
” अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी Gold की कीमतों ने नया मुकाम हासिल किया। दिसंबर डिलीवरी के Gold futures लगभग 1% बढ़कर $3,837.72 प्रति ounce के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गए। वहीं, Silver $47.39 प्रति ounce के लगभग 1% वृद्धि के साथ नए उच्च स्तर पर ट्रेड कर रहा था। CME FedWatch Tool के मुताबिक, अक्टूबर में Fed rate cut की संभावना लगभग 90% है। US Federal Reserve की अगली बैठक 28 और 29 अक्टूबर को होने वाली है, जिसमें monetary policy और भविष्य की आर्थिक दिशा पर निर्णय लिए जाएंगे। दिल्ली में शुक्रवार को 24 कैरट (99.9% purity) के Gold की कीमत ₹330 की तेजी के साथ ₹1,17,700 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई, जबकि Silver ने ₹1,900 की छलांग लगाते हुए ₹1,41,900 प्रति किलोग्राम का नया रिकॉर्ड बनाया। Gold को सामान्यत: safe-haven asset माना जाता है, जो geopolitical tensions और बाजार की अस्थिरता के समय तेजी से ऊपर जाता है। इस साल Gold की कीमतों में लगभग 50% की बढ़ोतरी देखी गई है, जो Trump के Tariff announcements, बढ़ते geopolitical तनाव और stock market की उतार-चढ़ाव के कारण हुई है। पिछले सप्ताह, US President Donald Trump ने आयातित दवाओं, ट्रकों और फर्नीचर पर नए tariffs की घोषणा की थी, जो अक्टूबर 1 से लागू होंगे। इससे वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता बढ़ी है और trade war के जोखिम भी सामने आए हैं, जिससे Bullion की मांग को मजबूती मिली है
Market experts का मानना है कि monetary easing की उम्मीदें, geopolitical tensions और trade risks के चलते सोने व चांदी की कीमतें निकट भविष्य में ऊंचे स्तर पर बनी रह सकती हैं। एक प्रमुख commodity analyst के अनुसार, 9 सितंबर 2025 तक Gold की कीमतें पिछले साल के Diwali (31 अक्टूबर 2024) की तुलना में 43.76% बढ़ चुकी हैं। इसके विपरीत, Sensex ने 9 सितंबर को 81,159 के स्तर पर ट्रेड किया, जो पिछले साल के Diwali के 79,724 के मुकाबले केवल 1.8% की मामूली बढ़त दर्शाता है। इस तेजी के बीच, Digital gold की खरीदारी भी UPI के माध्यम से 95% से अधिक बढ़ गई है, जो दर्शाता है कि निवेशक सोने को अपने portfolio में शामिल करने के लिए उत्सुक हैं। हालांकि, विशेषज्ञ निवेशकों को डिजिटल गोल्ड खरीदते समय सावधानी बरतने की सलाह भी दे रहे हैं। संपूर्ण बाजार की स्थिति को देखें तो Gold और Silver ने न सिर्फ घरेलू बल्कि वैश्विक स्तर पर भी नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं, जो US Federal Reserve की monetary policy के निर्णयों और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है। आने वाले महीनों में Fed की बैठक और उससे जुड़ी घोषणाएं Precious metals की कीमतों पर बड़ा प्रभाव डाल सकती हैं। फिलहाल, Weak dollar और rate cut की उम्मीदों ने Gold और Silver की चमक को और बढ़ा दिया है। — Gold और Silver की इस अभूतपूर्व तेजी ने निवेशकों के लिए नए अवसर उत्पन्न किए हैं, जबकि बाजार में अनिश्चितताओं के चलते सावधानी भी जरूरी बनी हुई है। घरेलू बाजार में MCX पर इनकी बढ़ती कीमतें दर्शाती हैं कि निवेशक अभी भी Bullion को सुरक्षित निवेश मानते हैं
आने वाले दिनों में US Federal Reserve के monetary decisions पर सभी की नजरें टिकी होंगी, जो Precious metals की दिशा तय करेंगे