Export-Oriented Shrimp और Textile Stocks में भारी गिरावट, Profit Booking के चलते निवेशक हुए सतर्क शुक्रवार को export-oriented shrimp feed और textile कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई, जो निवेशकों द्वारा profit booking के कारण आई है। यह गिरावट 11 सितंबर को तब हुई जब इन शेयरों ने पिछले दिन यानी 10 सितंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump के अमेरिका और भारत के बीच व्यापार विवाद सुलझाने के लिए बातचीत फिर से शुरू करने की घोषणा के बाद जबरदस्त तेजी देखी थी। 10 सितंबर को Apex Frozen Foods और Avanti Feeds के शेयरों में क्रमशः 17 प्रतिशत और 15 प्रतिशत का जबरदस्त उछाल आया था, लेकिन 11 सितंबर को दोनों शेयरों में लगभग 4 प्रतिशत की गिरावट आई। Apex Frozen Foods का शेयर सुबह के ट्रेड में Rs 246.28 पर कारोबार करता दिखा जबकि Avanti Feeds का शेयर Rs 728.60 पर बंद हुआ। टेक्सटाइल सेक्टर में भी इसी प्रकार का मूड देखने को मिला। Welspun Living के शेयरों में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई और यह Rs 122.50 पर आ गया। Raymond Lifestyle के शेयरों में भी लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई और यह Rs 1,286 पर बंद हुआ। इन दोनों टेक्सटाइल कंपनियों के शेयरों में 10 सितंबर को क्रमशः 10 प्रतिशत और 2 प्रतिशत की तेजी आई थी। Donald Trump ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा था, “India और United States of America के बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत फिर से शुरू हो रही है। मैं Prime Minister Narendra Modi के साथ आगामी हफ्तों में बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं और मुझे विश्वास है कि हम दोनों महाशक्तिशाली देशों के लिए सफल समझौता कर पाएंगे
” इस बयान ने भारतीय एक्सपोर्ट-ओरिएंटेड कंपनियों के शेयरों में उम्मीद जगाई थी क्योंकि पिछले कुछ महीनों में Trump प्रशासन ने भारत से आयातित सामानों पर 50 प्रतिशत तक के टैरिफ बढ़ा दिए थे, जो खासकर भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकर लगाए गए थे। Trump के इस बयान से निवेशकों में उम्मीद जगी कि दोनों देशों के बीच लंबे समय से अटके टैरिफ समझौते पर सकारात्मक प्रगति हो सकती है। हालांकि, इससे पहले अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने Trump के ग्लोबल टैरिफ्स की वैधता पर फैसला करने के लिए सहमति जताई है। इससे पहले एक निचली अदालत ने Trump के टैरिफ्स को अवैध घोषित किया था। इस फैसले का भी बाजार पर प्रभाव आने की संभावना है। इन घटनाक्रमों के बीच, IT सेक्टर के शेयरों में भी कुछ profit booking देखने को मिली है। पिछले दो दिनों में IT सेक्टर के शेयर लगभग 5.5 प्रतिशत बढ़े थे, लेकिन निवेशक US के आगामी CPI डेटा का इंतजार कर रहे हैं, जिससे बाजार में कुछ अस्थिरता बनी हुई है। Infosys और Wipro जैसे बड़े IT शेयर भी इसी कारण कुछ दबाव में हैं। पिछले कुछ महीनों में भारत और अमेरिका के बीच व्यापार विवाद ने भारतीय एक्सपोर्ट-ओरिएंटेड सेक्टर पर बड़ा असर डाला है। अमेरिका द्वारा टैरिफ बढ़ाने के बाद इन कंपनियों के शेयरों में भारी दबाव आया था
वहीं, Trump के नए बयान ने निवेशकों को थोड़ी राहत दी, लेकिन निवेशक अब भी सतर्क हैं और तेजी के बाद हुई profit booking से यह साफ होता है कि बाजार में फिलहाल स्थिरता के लिए समय चाहिए। Apex Frozen Foods और Avanti Feeds जैसे प्रमुख shrimp feed कंपनियां भारत के एक्सपोर्ट सेक्टर का अहम हिस्सा हैं, जो अमेरिका समेत विश्व के अन्य देशों में अपने उत्पादों का निर्यात करती हैं। इसलिए इन कंपनियों के शेयरों में उतार-चढ़ाव सीधे तौर पर व्यापार नीतियों और अंतरराष्ट्रीय समझौतों से प्रभावित होते हैं। टेक्सटाइल कंपनियां भी देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और इनके शेयरों में आई गिरावट से इस क्षेत्र में निवेशकों की चिंता झलकती है। Welspun Living और Raymond Lifestyle के शेयरों में आई गिरावट से इसका संकेत मिलता है कि निवेशक फिलहाल इस सेक्टर में तेजी से बचाव कर रहे हैं। इस समय बाजार में वैश्विक आर्थिक स्थिति, व्यापार नीतियों और राजनीतिक बयानबाजी का गहरा प्रभाव देखने को मिल रहा है। निवेशक तेजी के बाद अपने मुनाफे को सुरक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं और इसी वजह से shrimp और textile सेक्टर के शेयरों में गिरावट आई है। अगले कुछ दिनों में भारत-अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नजर बनी रहेगी क्योंकि ये दोनों ही घटनाएं बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी। फिलहाल निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं और तेजी के बाद हुई profit booking ने बाजार को थोड़ी अस्थिरता में ला दिया है। इस तरह, export-oriented shrimp feed और textile stocks में आई गिरावट ने निवेशकों को यह याद दिलाया है कि बाजार में उतार-चढ़ाव और वैश्विक घटनाएं किस तरह से शेयरों की कीमतों पर प्रभाव डालती हैं
ट्रेडिंग के लिहाज से यह समय काफी संवेदनशील है और सभी की निगाहें आने वाले दिनों के आर्थिक और राजनीतिक निर्णयों पर टिकी हैं