Diwali का त्यौहार आने को है और इस बार सोने (Gold) और चाँदी (Silver) के बाजार में एक अनोखा बदलाव देखने को मिला है। Dhanteras से शुरू होने वाला ये पर्व पारंपरिक रूप से घरेलू सामान, बर्तन और खासतौर पर सोना-चाँदी खरीदने के लिए शुभ माना जाता है। लेकिन इस बार सोने की कीमतें इतनी ज्यादा बढ़ गई हैं कि आम आदमी के लिए इसे खरीद पाना लगभग नामुमकिन हो गया है, वहीं चाँदी की मांग इतनी बढ़ गई है कि वह बाजार में कम पड़ने लगी है। October 16 को मंगलवार के दिन, सोने के भाव ने इतिहास रच दिया। Multi Commodity Exchange (MCX) पर gold futures दिसंबर डिलीवरी के लिए ₹1,28,395 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जो ₹1,185 की बढ़ोतरी दर्शाता है। वैश्विक स्तर पर भी सोने का दाम $4,250 प्रति औंस से ऊपर गया, जो US Federal Reserve द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों और लगातार जारी वैश्विक राजनीतिक तनावों के कारण हुआ। हालांकि शाम के समय कुछ प्रॉफिट बुकिंग के चलते कीमतों में थोड़ा सुधार आया। वहीं, Silver की तो बात ही कुछ और है। 2025 में Silver ने 70% से अधिक की जबरदस्त रैली लगाई है। Indore के बुलियन मार्केट में 15 अक्टूबर को सोना ₹1,31,200 प्रति 10 ग्राम और चाँदी ₹1,80,500 प्रति किलो तक बिक रही थी
इस असामान्य स्थिति ने त्योहार के सीजन में खरीदारी के रुझान को पूरी तरह बदल दिया है। Diwali के नजदीक आते ही silver jewellery की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ ज्यादा देखी जा रही है, जबकि gold jewellery की दुकानों पर पहले जैसी भीड़ नहीं है। Bullion बाजार के एक ट्रेडर Ratan Jain ने बताया कि silver की कीमतों में पिछले साल से हो रही तेजी ने लोगों को आकर्षित किया है। निवेशकों के बीच silver को एक बेहतर निवेश विकल्प के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि इसके रिटर्न अच्छे रहे हैं। इसके अलावा औद्योगिक उपयोग में वृद्धि और त्योहारों के दौरान खरीदारी भी इस मांग को बढ़ा रही है। दूसरे ट्रेडर Jinendra Dungarwal ने कहा कि silver की मांग इतनी अधिक है कि थोक बाजार में इसकी आपूर्ति कम पड़ रही है। उन्होंने बताया, “अगर आज silver खरीदने का सौदा किया जाए तो डिलीवरी 15 दिन बाद मिलती है। ” Dungarwal ने यह भी कहा कि सोने के बढ़ते दामों के कारण लोग अब silver के आभूषण उपहार में देना पसंद कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि शादी के मौसम में अभी समय है, लेकिन लोग जनवरी-फरवरी की शादी के लिए पहले से ही जेवरात खरीदने की जल्दी में हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि आने वाले महीनों में सोना और चाँदी दोनों की कीमतें और बढ़ेंगी। हालांकि, इस तेजी से बढ़ती कीमतों से कुछ ग्राहक निराश भी नजर आ रहे हैं
Ritika Bhavsar, जो अपनी माँ के साथ bullion मार्केट गई थीं, ने कहा कि मध्यम वर्गीय परिवार सोना खरीदने में असमर्थ हैं, जिससे Diwali के त्योहार की खुशी पर असर पड़ सकता है। Gold और Silver की कीमतों में इस तरह की तेजी से न सिर्फ निवेशकों बल्कि आम उपभोक्ताओं की भी आर्थिक स्थिति प्रभावित हो रही है। त्योहारों के मौसम में सोना और चाँदी खरीदने की परंपरा तो जारी है, लेकिन इस बार कीमतों ने खरीदारी के पैटर्न को पूरी तरह बदल दिया है। इस वर्ष Gold और Silver दोनों ही मेटल्स ने निवेशकों को आकर्षित किया है, लेकिन silver की मांग और कमी ने इसे एक खास निवेश विकल्प के रूप में उभारा है। MCX पर gold futures के नए रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने से पता चलता है कि इस साल त्योहारों के मौसम में सोने की चमक के साथ-साथ कीमतों की चमक भी लोगों की जेब पर भारी पड़ रही है। Diwali 2025 के इस विशेष मौके पर, जहां सोना अपने नए उच्चतम स्तर पर है, वहीं silver की मांग में अप्रत्याशित वृद्धि ने बाजार को हिला कर रख दिया है। ट्रेडर्स और निवेशक दोनों ही इस स्थिति को लेकर सतर्क नजर आ रहे हैं क्योंकि आने वाले महीनों में यह रुझान और भी मजबूत हो सकता है। इस तेजी के बीच, निवेशकों के लिए silver ETF और अन्य निवेश विकल्प भी खुला हुआ है, जिससे वे इस सफेद धातु में निवेश कर सकते हैं। लेकिन आम ग्राहक जो त्योहारों के लिए पारंपरिक खरीदारी करना चाहते हैं, उनके लिए इस बार सोना खरीदना एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। अंततः Diwali 2025 पर सोने और चाँदी की कीमतों में आई इस ऐतिहासिक बढ़ोतरी ने बाजार की तस्वीर बदल दी है
जैसे-जैसे त्योहार नजदीक आ रहा है, ये दोनों धातुएं निवेश और उपभोग के नए आयाम गढ़ रही हैं, जो आने वाले समय में भी निवेशकों और खरीदारों के लिए चर्चा का विषय बनी रहेंगी