Copper के दामों ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है, जिससे संबंधित कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। MCX पर October expiry के लिए copper futures ने ₹1,013 प्रति किलो का ऐतिहासिक उच्च स्तर छू लिया है। इस उछाल के पीछे मुख्य कारण Indonesia में स्थित Grasberg जैसे प्रमुख copper mines में हो रही आपूर्ति बाधाएं हैं। Grasberg, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा copper उत्पादक है, वहां के Freeport-McMoRan Inc. ऑपरेशन के mid-2026 तक बंद रहने की संभावना है। यह जानकारी Indonesia की news agency Antara ने एक स्थानीय अधिकारी के हवाले से दी है। इसके अलावा, International Copper Study Group (ICSG) की रिपोर्ट में भी यह बताया गया है कि 2026 तक global refined copper market में 150,000 metric tonnes की कमी आ सकती है। यह पूर्वानुमान पहले के 209,000 tonnes के surplus से उलट है। ICSG के अनुसार, उत्पादन वृद्धि की धीमी गति के कारण यह कमी आएगी। Copper के दाम पिछले दिनों ही 16 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे, जब Indonesia, Chile और Congo में खदानों में व्यवधान के कारण संभावित कमी को लेकर चिंताएं बढ़ीं। यह सारी खबरें copper से जुड़े शेयरों पर सकारात्मक प्रभाव डाल रही हैं
Hindustan Copper के शेयरों ने NSE पर 6.3% की तेजी दिखाई और ₹364 के intraday high तक पहुंचे। लेख लिखे जाने तक यह शेयर 5.71% ऊपर ₹361.75 प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे। Hindustan Copper का यह प्रदर्शन Nifty Metal index में सबसे बड़ा योगदान था, जिसने पूरे दिन में 2.3% की बढ़त हासिल की। European Commission द्वारा इस सप्ताह steel आयात पर कड़े प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव ने भी metals sector की बाजार भावना को मजबूत किया है। European Union के भीतर steel उद्योग की सुरक्षा के लिए tariff-free steel import quotas को लगभग आधा करने और अतिरिक्त steel शिपमेंट पर 50% duty लगाने का प्रस्ताव है। इस कदम से metals क्षेत्र को समर्थन मिला है, जिससे copper से जुड़े शेयरों को भी फायदा हुआ है। Madhav Copper, Hindalco Industries और Vedanta के शेयर भी क्रमशः 4%, 1.5% और 2.28% तक बढ़ गए। Bhagyanagar India, जो भारत में copper products बनाती है, के शेयरों ने भी 2.4% तक उछाल देखा और यह NSE पर ₹100 के स्तर पर ट्रेड कर रहे थे, जो 1.97% की बढ़त दर्शाता है। यह तेजी और copper की बढ़ती कीमतें निवेशकों के लिए उत्साहवर्धक संकेत हैं। Global copper supply में आई कमी और उत्पादन में देरी के कारण यह क्षेत्र निवेशकों की पसंद बनता जा रहा है
बाजार के जानकार मान रहे हैं कि जब तक ये सप्लाई बाधाएं बनी रहती हैं, copper prices और copper-related stocks में मजबूत रुझान जारी रह सकता है। इस पूरे परिदृश्य में, Hindustan Copper की बढ़त ने विशेष ध्यान आकर्षित किया है। कंपनी के शेयरों की यह रफ्तार Nifty Metal index को भी समर्थन दे रही है, जो इस क्षेत्र में व्यापक सकारात्मकता का प्रतीक है। साथ ही, Madhav Copper, Hindalco और Vedanta जैसे बड़े खिलाड़ी भी इस उछाल का हिस्सा बन रहे हैं। Copper के दामों में यह उछाल सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि global स्तर पर copper की मांग और आपूर्ति में असंतुलन के कारण इस trend को मजबूती मिल रही है। Indonesia की Grasberg mine में production रुकावट और अन्य देशों में खदानों में व्यवधान ने copper के global availability पर असर डाला है। Copper futures के ₹1,013 प्रति किलो के स्तर को पार करने से यह संकेत मिलता है कि investors इस धातु को एक मजबूत निवेश विकल्प के रूप में देख रहे हैं। इस बीच, metals sector में आने वाले दिनों में और भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं, खासकर तब जब global copper supply chain की स्थिति स्पष्ट हो। इस समय copper में निवेश के अवसर को देखते हुए निवेशक अपनी रणनीतियों को फिर से तैयार कर रहे हैं। Hindustan Copper और अन्य copper से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में बढ़त यह दर्शाती है कि बाजार इस क्षेत्र में संभावित मुनाफे को भांप रहा है
कुल मिलाकर, copper की कीमतों में रिकॉर्ड उछाल और सप्लाई चेन की चुनौतियां इस धातु से जुड़ी कंपनियों के शेयरों को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं। यह दौर copper sector के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हो सकता है, जहां निवेशकों को ध्यान से बाजार की चालों को समझकर कदम उठाना होगा