Canara HSBC Life Insurance का IPO लिस्टिंग पर धीमा प्रदर्शन, निवेशकों में दिखी सतर्कता Canara HSBC Life Insurance Company Limited ने 17 अक्टूबर 2025 को BSE और NSE पर अपनी शुरुआत की, लेकिन इसका IPO प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक उत्साहजनक नहीं रहा। कंपनी का IPO 10 से 14 अक्टूबर के बीच बंद हुआ था, जिसमें निवेशकों की ओर से मिली प्रतिक्रिया कमजोर रही। IPO की सब्सक्रिप्शन मात्र 2.30 गुना रही, जिसमें रिटेल निवेशकों का योगदान बेहद कम 0.42 गुना और NII का हिस्सा तो केवल 0.33 गुना रहा, जबकि QIB ने 7.05 गुना सब्सक्रिप्शन देकर थोड़ी राहत दी। Canara HSBC Life Insurance का IPO प्राइस ₹106 प्रति शेयर रखा गया था, और ट्रेडिंग के पहले दिन स्टॉक ने ₹106 पर फ्लैट खुला। उसके बाद कीमत बढ़कर ₹109.65 तक पहुंची, जो 3.44% का मामूली उछाल दर्शाता है। यह बाजार के जीवन बीमा क्षेत्र के प्रति सतर्कता को दर्शाता है जहां निवेशक अभी भी बड़े उत्साह के साथ कदम बढ़ाने से कतराते दिखे। कंपनी की मजबूती के कई पहलू हैं। Canara Bank और HSBC Insurance के संयुक्त प्रमोटरशिप के कारण Canara HSBC Life Insurance के पास मजबूत वितरण नेटवर्क है, जो देश भर में 15,700 से अधिक शाखाओं तक पहुंच रखता है। Canara Bank के 9,849 शाखाओं के जरिए 117 मिलियन ग्राहकों तक पहुंच मिलती है, साथ ही HSBC और अन्य क्षेत्रीय बैंक साझेदार भी कंपनी को मजबूत बनाते हैं। कंपनी के पास 20 व्यक्तिगत उत्पादों का व्यापक पोर्टफोलियो है, जिसमें सेविंग्स, एंडोमेंट, टर्म प्लान, 7 ग्रुप उत्पाद, रिटायरमेंट और पेंशन योजनाएं, साथ ही सरकारी योजनाएं जैसे PMJJBY का समावेश है
Canara HSBC Life Insurance ने बैंक-लीडेड बीमा कंपनियों में तीसरा सबसे अधिक व्यक्तिगत वेटेड प्रीमियम आय (WPI) हासिल किया है, और डिजिटल तकनीक के इस्तेमाल में भी कंपनी ने अच्छी प्रगति की है। इसके बावजूद, कंपनी के वित्तीय आंकड़े निवेशकों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। FY25 में कंपनी की कुल आय ₹234.01 करोड़ रही, जो FY24 के ₹240.88 करोड़ की तुलना में 3% कम है। जबकि नेट प्रॉफिट ₹116.98 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष के ₹113.32 करोड़ से केवल 3% अधिक है। इससे यह संकेत मिलता है कि कंपनी के प्रीमियम संग्रह में स्थिरता नहीं है, जो प्रतिस्पर्धात्मक और खंडित जीवन बीमा बाजार में एक बड़ी चुनौती है। मूल्यांकन के लिहाज से कंपनी का पोस्ट-इश्यू P/E अनुपात 107.53 गुना है, जो बेहद अधिक और आक्रामक माना जा सकता है। इसके साथ ही प्राइस-टू-बुक वैल्यू 6.64 गुना है, जबकि ROE सिर्फ 7.71% है, जो सीमित रिटर्न को दर्शाता है। IPO के दौरान कंपनी ने कोई नया पूंजी निवेश नहीं किया, बल्कि यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल था, जिसमें प्रमोटर Canara Bank और HSBC Insurance ने कुल 23.75 करोड़ शेयर बेचकर ₹2,517.50 करोड़ की राशि प्राप्त की। इससे प्रमोटर की हिस्सेदारी 77% से घटकर 62% रह गई, जो आंशिक रूप से प्रमोटरों का निकास माना जा सकता है, लेकिन कंपनी पर उनका नियंत्रण अभी भी कायम है। IPO के बाद कंपनी का मार्केट कैप लगभग ₹10,407.25 करोड़ आंका गया है, जो इश्यू के दौरान अनुमानित ₹10,070 करोड़ से थोड़ा अधिक है
कुल संपत्ति ₹41,852.09 करोड़ के स्तर पर है, जो कंपनी की मजबूत बैलेंस शीट दर्शाती है। Canara HSBC Life Insurance के निवेशकों ने पहले दिन के ट्रेडिंग में सिर्फ मामूली लाभ ही कमाए, जो स्पष्ट करता है कि निवेशक कंपनी के मूल्यांकन और बाजार की प्रतिस्पर्धा को लेकर सतर्क हैं। जीवन बीमा क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा, प्रीमियम संग्रह में उतार-चढ़ाव, और उच्च वैल्यूएशन रेशियो कंपनी के लिए मुख्य चुनौतियां बनी हुई हैं। कुल मिलाकर, Canara HSBC Life Insurance का IPO लिस्टिंग पर धीमा प्रदर्शन और कमजोर सब्सक्रिप्शन संकेत देते हैं कि कंपनी को भविष्य में अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को और मजबूत करना होगा और निवेशकों का विश्वास जीतने के लिए वित्तीय स्थिरता पर विशेष ध्यान देना होगा। इस IPO ने जीवन बीमा क्षेत्र की मौजूदा चुनौतीपूर्ण स्थिति को भी उजागर किया है, जहां बाजार सहभागिता और मूल्य निर्धारण दोनों ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं