Nifty 50 ने 19 सितंबर को मामूली गिरावट दर्ज की, जो तीन लगातार सत्रों की तेजी के बाद आई है। यह गिरावट उस लंबे समय से चल रहे falling resistance trendline के करीब 25,450 से 25,500 के स्तर पर हुई, जहां इंडेक्स ने रुकावट महसूस की। दिन का समापन 0.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ हुआ, जिससे संकेत मिलता है कि फिलहाल बाजार में consolidation जारी रह सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि समग्र ट्रेंड अभी भी bullish है, क्योंकि तकनीकी और momentum indicators सकारात्मक बने हुए हैं। विश्लेषकों की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि Nifty 50 अपने मजबूत सपोर्ट जोन 25,250 से 25,150 के बीच टिके रहता है या नहीं। अगर यह सपोर्ट क्षेत्र बना रहता है, तो consolidation के बाद एक upward breakout देखने को मिल सकता है, जो Nifty को 25,500 से 25,700 के स्तर तक ले जा सकता है। वहीं, इस सपोर्ट से नीचे तेज गिरावट बाजार में bearish sentiment जगा सकती है और बाजार में भालुओं (bears) की सक्रियता बढ़ सकती है। तकनीकी दृष्टिकोण से देखें तो Nifty 50 ने 19 सितंबर को daily charts पर एक bearish candle बनाई, लेकिन यह सभी प्रमुख moving averages के ऊपर बना रहा, जो एक सकारात्मक संकेत है। Short-term और medium-term moving averages ऊपर की ओर ट्रेंड कर रहे हैं। MACD ने bullish crossover दिखाया और histogram zero लाइन के ऊपर बना रहा
RSI 63.71 पर था, जो positive crossover तो दिखा रहा है, लेकिन थोड़ा नीचे की ओर झुकाव भी रहा। ये सभी संकेत मिलकर बताते हैं कि भले ही थोड़ी गिरावट आई हो, bullish momentum अभी भी बरकरार है। Bank Nifty में भी इसी तरह की स्थिति देखी गई। Bank Nifty ने 12 लगातार तेज सत्रों के बाद लगभग आधे प्रतिशत की गिरावट दर्ज की, लेकिन यह भी सभी महत्वपूर्ण moving averages के ऊपर बना रहा। MACD ने zero लाइन के ऊपर positive crossover दिया और histogram भी zero से ऊपर था। RSI में थोड़ी गिरावट आई और यह 57.56 पर पहुंचा, जो 60 से नीचे है, लेकिन bullish crossover बना हुआ है। इसका मतलब है कि Bank Nifty की तकनीकी संरचना मजबूत बनी हुई है और बाजार में तेजी के पक्ष में संकेत मिल रहे हैं। Options data भी बाजार की दिशा को समझने में मदद कर रहा है। Nifty के लिए 26,000 का strike सबसे ज्यादा Call open interest के साथ 1.58 करोड़ contracts पर है, जो short term में एक अहम resistance साबित हो सकता है। इसके बाद 25,400 और 25,500 strikes पर भी भारी Call open interest है
सबसे ज्यादा Call writing 25,400 strike पर देखी गई, जहां 81.09 लाख contracts जुड़े। Put options की बात करें तो 25,300 strike पर सबसे ज्यादा Put open interest है, जो 1.26 करोड़ contracts पर है और यह एक मजबूत support स्तर माना जा सकता है। Put writing भी 25,300 strike पर सबसे अधिक हुई है। Bank Nifty के options में 56,000 strike पर सबसे ज्यादा Call open interest है, जो 14.78 लाख contracts पर है, और यह short term resistance के रूप में काम कर सकता है। Put open interest में 54,000 strike सबसे ऊपर है, जो 14.62 लाख contracts पर है और यह index के लिए key support माना जाता है। Market sentiment जानने वाला Nifty Put-Call Ratio (PCR) 19 सितंबर को 0.94 पर आ गया, जो पिछले सत्र के 1.16 से कम है। PCR का 1 से नीचे होना आमतौर पर bullish संकेत होता है और इस बार भी यह दर्शाता है कि बाजार में खरीदारी की प्रवृत्ति बनी हुई है। India VIX, जिसे fear index भी कहा जाता है, 0.83 प्रतिशत बढ़कर 9.97 पर पहुंचा है, लेकिन यह अभी भी 10 के नीचे है, जो कम volatility और bulls के लिए आरामदायक माहौल दर्शाता है। बाजार में 54 स्टॉक्स में long build-up देखा गया, जहां open interest और कीमत दोनों बढ़े हैं, जबकि 28 स्टॉक्स में long unwinding हुआ। वहीं, 84 स्टॉक्स में short build-up के साथ गिरावट आई है और 46 स्टॉक्स में short-covering हुई, जिसमें open interest कम हुआ और कीमत बढ़ी
यह विविधता बाजार के mixed sentiment को दर्शाती है, लेकिन overall technical indicators और momentum अभी भी तेजी की ओर संकेत कर रहे हैं। F&O segment में कुछ स्टॉक्स पर प्रतिबंध भी जारी हैं। Sammaan Capital को F&O ban में जोड़ा गया है, जबकि Angel One और HFCL पर पहले से प्रतिबंध है। RBL Bank को F&O ban से हटा लिया गया है। संक्षेप में, Nifty 50 फिलहाल एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। अगर यह 25,250 के सपोर्ट के ऊपर बना रहता है, तो तेजी की नई लहर की उम्मीद की जा सकती है। लेकिन अगर यह सपोर्ट टूटता है, तो बाजार में गिरावट और बढ़ सकती है। निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए इस समय सावधानी और तकनीकी संकेतों पर नजर रखना जरूरी है