आज के कारोबारी सत्र में Capital Market stocks में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। विशेष रूप से BSE और Angel One के शेयरों ने 2.5% तक की बढ़त दर्ज की है, जो कि SEBI बोर्ड की अहम बैठक से पहले निवेशकों के बीच उत्साह का संकेत है। 12 सितंबर को सुबह 10:21 बजे BSE के शेयर 2.35% ऊपर 2,213 रुपये प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहे थे, जबकि Angel One ने भी मजबूत प्रदर्शन दिखाया। यह तेजी पिछले दिन के 5% के नुकसान के बाद आई है, जब CNBC-TV18 की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि मार्केट रिगुलेटर जल्द ही एक कंसल्टेशन पेपर जारी कर सकता है, जिसमें वीकली F&O एक्सपायरी को खत्म करने के विकल्पों पर विचार किया जाएगा। निफ्टी कैपिटल मार्केट्स इंडेक्स भी 1% ऊपर 4,311 के स्तर पर था, जिसमें Nuvama और BSE ने बाजार की रफ्तार बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। Nuvama के शेयर 2.7% चढ़कर 6,337 रुपये पर पहुंच गए। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने इस बात पर ध्यान आकर्षित किया है कि एक्सपायरी को फोर्टनाइटली या मंथली करने की संभावना है, जिसमें सैम-डे एक्सपायरी भी हो सकती है या नहीं, इस पर अभी SEBI और एक्सचेंजेस की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं आई है। हालांकि, Jefferies ने BSE और Nuvama के लिए संभावित परिदृश्य का आकलन करते हुए FY27 के EPS में 20-50% और 15-25% की गिरावट की संभावना जताई है। Jefferies ने यह भी कहा कि अगर एक्सपायरी फोर्टनाइटली हो जाती है और NSE तथा BSE के लिए अलग-अलग दिन निर्धारित किए जाते हैं, तो इंडस्ट्री के इंडेक्स ऑप्शन्स का Notional Average Daily Turnover (ADTO) 55% तक गिर सकता है, जबकि Premium ADTO में 45% तक की कमी आ सकती है। इस बदलाव से BSE की मार्केट शेयर अगस्त के महीने में 29% पर स्थिर रहने की संभावना है, लेकिन FY27 में ऑप्शन्स रेवेन्यू में 38% की गिरावट के कारण BSE की कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 22% और नेट प्रॉफिट 21% कम होने का अनुमान है
रिपोर्ट्स के अनुसार, SEBI बोर्ड की बैठक में वीकली F&O एक्सपायरी खत्म कर लंबी अवधि वाली डेरिवेटिव टेन्योर को मंजूरी देने पर विचार किया जाएगा। इसके साथ ही एक्सचेंजों के साथ कंसल्टेशन अगले सप्ताह से शुरू किए जाने की संभावना है। यह कदम डेरिवेटिव मार्केट में स्थिरता और पारदर्शिता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। SEBI बोर्ड की यह बैठक निवेशकों और बाजार के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इससे न केवल एक्सपायरी की व्यवस्था बदलेगी बल्कि अन्य कई बड़े सुधार भी लागू हो सकते हैं। इसके अलावा, SEBI बोर्ड मीटिंग में बड़े IPO में स्टेक डिल्यूशन को आसान बनाने, रेटिंग एजेंसी के कार्यक्षेत्र का विस्तार, RTA और ब्रोकर्स के नियमों में संशोधन, REITs और InvITs को इक्विटी स्टेटस देने, Accredited Investor AIF स्कीम्स लाने और एक्सचेंज गवर्नेंस को मजबूत करने जैसे कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी सामने आ सकते हैं। इसके अलावा, निवेश सलाहकारों और रिसर्च एनालिस्ट्स के नियमों को भी आसान बनाने पर विचार किया जाएगा, जिससे बाजार में कारोबार की प्रक्रिया और अधिक सुगम और पारदर्शी बनेगी। आज के बाजार में यह तेजी SEBI की बैठक से जुड़ी उम्मीदों को दर्शाती है। निवेशकों की नजर इस बैठक पर टिकी हुई है, क्योंकि यहां लिए गए फैसले सीधे तौर पर मार्केट की दिशा और कंपनियों के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकते हैं। BSE और Angel One जैसे प्रमुख कैपिटल मार्केट स्टॉक्स की तेजी से यह संकेत मिलता है कि बाजार में सुधार और विकास के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण बना हुआ है। कुल मिलाकर, SEBI बोर्ड की यह बैठक भारतीय पूंजी बाजार के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है, जिसमें डेरिवेटिव्स एक्सपायरी और बाजार संचालन के नियमों में बड़े बदलाव हो सकते हैं
निवेशक और बाजार विशेषज्ञ इस बैठक के निर्णयों को लेकर काफी सतर्क और उम्मीद से भरे हुए हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में बाजार की दिशा और निवेशकों की रणनीतियों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है