Nifty में बड़ा रुख बदलाव: 96 पॉइंट्स की गिरावट के बाद क्या आने वाला है नया रैली या और दबाव?

Saurabh
By Saurabh

Share market में 27 अक्टूबर के लिए Nifty ने एक बार फिर अपने six-day winning streak को तोड़ दिया है। 24 अक्टूबर को Nifty 50 ने 96 अंक की गिरावट दर्ज की, जो कि बाजार में profit booking के चलते selling pressure की ओर इशारा करता है। इस गिरावट के साथ ही short-term momentum में एक pause देखने को मिला है, जिससे स्पष्ट होता है कि फिलहाल बाजार एक consolidation phase में प्रवेश कर गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह consolidation phase अगले कुछ सत्रों में बाजार की दिशा तय करेगा कि क्या Nifty फिर से तेजी की तरफ बढ़ेगा या और गिरावट का सामना करेगा। Technical analysis के अनुसार, Nifty के immediate support level 25,700 के नीचे गिरावट होने पर बाजार 25,500 तक नीचे आ सकता है। यह 25,500 का स्तर बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसके टूटने से bearish momentum और तेज हो सकता है। वहीं, resistance की बात करें तो 25,900 से 26,000 के बीच का जोन काफी मजबूत resistance के रूप में काम करेगा। अगर Nifty इस रेंज के ऊपर टिक पाता है तो bullish sentiment फिर से मजबूत हो सकता है। Daily charts पर नजर डालें तो Nifty ने एक लंबा bearish candle बनाया है जिसमें minor lower shadow भी नजर आया, जो यह संकेत देता है कि बिकवाली मुख्य रूप से बढ़ी है लेकिन नीचे खरीदारी भी सीमित स्तर पर बनी हुई है। पिछले छह दिनों के higher high–higher low के formation को यह candle तोड़ती है, हालांकि weekly charts पर अभी भी यह structure कायम है

Bollinger Bands की expansion के साथ यह संकेत मिल रहा है कि बाजार में अभी भी overall positive trend बना हुआ है, लेकिन short term में momentum कमजोर पड़ रहा है। RSI फिलहाल 67.92 पर है और downward bend दिखा रहा है, जबकि Stochastic RSI ने negative crossover दिया है। MACD bullish crossover के साथ बना हुआ है, लेकिन momentum में कमी आ रही है। इन सभी संकेतों से साफ होता है कि फिलहाल बाजार consolidation में है, लेकिन लंबी अवधि में तेजी बनी रह सकती है। Bank Nifty की स्थिति भी कुछ इसी तरह है। Bank Nifty ने भी नया रिकॉर्ड हाई बनाया था, लेकिन उसके बाद profit booking के कारण lower high–lower low का pattern देखने को मिला। Bank Nifty ने भी bearish candle के साथ lower shadow बनाया है, जो बताता है कि बिकवाली जारी है। हालांकि यह इंडेक्स भी सभी प्रमुख moving averages के ऊपर बना हुआ है। RSI 68.69 के स्तर पर है और गिरावट के कगार पर है, Stochastic RSI ने bearish crossover दिखाया है। MACD ने bullish crossover बनाए रखा है लेकिन momentum कमजोर होता दिख रहा है

इन तमाम technical संकेतों से नतीजा यह निकलता है कि Bank Nifty की तेजी में कमजोरी आ रही है लेकिन अभी भी overall structure bullish है। Options data भी बाजार के मूड को समझने में मदद करता है। Nifty के 26,500 strike पर सबसे अधिक Call open interest (2.02 करोड़ contracts) है, जो short-term में मजबूत resistance बना हुआ है। इसके बाद 26,000 और 26,200 strike पर भी Call open interest काफी है। Maximum Call writing 26,000 strike पर हुई है, जिससे यह क्षेत्र दबाव में रह सकता है। Put side पर 25,500 strike पर सबसे अधिक Put open interest (1.28 करोड़ contracts) है, जो एक मजबूत support स्तर के रूप में काम करेगा। Put writing 25,700 strike पर ज्यादा हुई है, जिससे इस क्षेत्र पर भी समर्थन देखने को मिल सकता है। Bank Nifty के options में 58,000 strike पर सबसे ज्यादा Call open interest है, जो short-term resistance हो सकता है, जबकि Put side पर 56,000 strike पर सबसे ज्यादा Put open interest है, जो support प्रदान करता है। Call writing 59,500 strike पर ज्यादा हुई है, जिससे इस स्तर पर बेचाव हो सकता है। Put writing 56,000 strike पर अधिक हुई है, जो समर्थन को मजबूत करता है

Put-Call Ratio (PCR) 0.76 पर आ गया है, जो पहले के 0.95 से कम है। PCR का बढ़ना आमतौर पर bullish sentiment को दर्शाता है, लेकिन अभी यह 0.7 के आस-पास है, जो बाजार के दोराहे पर होने का संकेत देता है। India VIX 11.59 के स्तर पर बना हुआ है, जो fear gauge के हिसाब से एक आरामदायक स्तर माना जाता है और 13 के ऊपर न जाने तक बाजार में ज्यादा चिंता की बात नहीं है। बाजार में 29 स्टॉक्स में long build-up देखने को मिला है, यानी Open Interest और प्राइस दोनों में बढ़ोतरी हुई है, जो खरीदारी की तरफ इशारा करता है। वहीं 79 स्टॉक्स में long unwinding हुआ है, यानी प्राइस में गिरावट के साथ Open Interest भी घटा है। 74 स्टॉक्स में short build-up हुआ है, जो बिकवाली का संकेत देता है, जबकि 30 स्टॉक्स में short covering देखने को मिली है। F&O segment में SAIL और Sammaan Capital को ban में रखा गया है क्योंकि इनके derivative contracts ने 95 प्रतिशत market-wide position limit पार कर ली है। कोई नया स्टॉक ban से नहीं निकला और कोई स्टॉक ban में जोड़ा भी नहीं गया। कुल मिलाकर, Nifty और Bank Nifty दोनों में फिलहाल short-term में consolidation और कुछ कमजोरी नजर आ रही है, लेकिन दोनों ही इंडेक्स अपने crucial support levels के ऊपर बने हुए हैं। अगर Nifty 25,700 के नीचे decisively गिरता है तो bearish momentum बढ़ सकता है, जबकि 25,900–26,000 के ऊपर टिकना फिर से तेजी का संकेत देगा

निवेशकों को इस दौर में सावधानी बरतनी होगी और short-term technical signals पर ध्यान देना चाहिए। बाजार की दिशा आने वाले कुछ सत्रों में साफ होगी, इसलिए traders को अपने positions को ध्यान से manage करना होगा ताकि किसी भी अप्रत्याशित बदलाव से बचा जा सके। फिलहाल, बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा लेकिन long-term में positive trend कायम रहने की संभावना बनी हुई है

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