HCL Tech 13 अक्टूबर को अपने दूसरे तिमाही (Q2) के नतीजे घोषित करने जा रही है। यह घोषणा बाजार बंद होने के बाद की जाएगी, और यह TCS के बाद सितंबर तिमाही के लिए दूसरी बड़ी IT कंपनी के तौर पर परिणाम पेश करेगी। विशेषज्ञों की मानें तो HCL Tech का Q2 revenue मामूली बढ़ोतरी के साथ ₹31,490 करोड़ से ₹31,585 करोड़ के बीच रहने की संभावना है, जो QoQ 3-4% और YoY 9-10% की वृद्धि दर्शाता है। इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण नए डील्स की प्राप्ति और विदेशी मुद्रा में लाभ बताया जा रहा है। जहां तक net profit की बात है, तो यह 7-9% के क्रमिक वृद्धि के साथ ₹4,135 करोड़ से ₹4,190 करोड़ के बीच रहने की उम्मीद है, लेकिन सालाना आधार पर यह 2-3% तक गिरावट के संकेत दे रहा है। पिछली तिमाही में HCL Tech ने ₹3,843 करोड़ का net profit दर्ज किया था, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह ₹4,235 करोड़ था। EBIT margin में मामूली कमी आ सकती है और यह 17% से 18% के बीच रहने की संभावना है। साथ ही, नई डील्स लगभग $2.5 बिलियन से $3 बिलियन के बीच दर्ज होने की उम्मीद है। निवेशक इस बार खास तौर पर revenue और margin guidance पर नजर रखेंगे, साथ ही सितंबर तिमाही में हासिल हुई नई डील्स की जानकारी पर भी ध्यान देंगे। इस बार Management का व्यापक व्यापार माहौल पर दृष्टिकोण भी महत्व रखता है, खासकर अमेरिका के टैरिफ और आर्थिक अनिश्चितता के मद्देनजर
H-1B वीजा शुल्क में वृद्धि तथा कर्मचारी पलायन (attrition) पर भी बातचीत बाजार के लिए अहम रहेगी। Q2 परिणामों से पहले, HCL Tech के शेयर 13 अक्टूबर को 0.3% की गिरावट के साथ ₹1,491 पर कारोबार कर रहे थे। इस साल अब तक HCL Tech के शेयरों में 22% की गिरावट आई है, जो वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण है। तकनीकी दृष्टिकोण से देखें तो HCL Technologies ने सपोर्ट ज़ोन ₹1,370-₹1,400 के आसपास मजबूत वापसी दिखाई है, जो 200-week EMA के करीब है। यह क्षेत्र कई महीनों तक मांग का स्तर रहा है। नवीनतम साप्ताहिक कैंडल एक बड़ा बुलिश बार है, जिसमें 7% से अधिक की तेजी देखी गई, जो खरीदारों की उपस्थिति को दर्शाता है। यदि शेयर ₹1,500 के ऊपर स्थिर बना रहता है, जहां 21-week EMA स्थित है, तो तकनीकी संरचना में और तेजी आ सकती है। इसके बाद ₹1,570 से ₹1,750 का रेसिस्टेंस क्षेत्र आता है, जो इस साल की शुरुआत में आपूर्ति का क्षेत्र रहा है। ₹1,750 के ऊपर स्थिर तेजी आने से ट्रेंड में बदलाव की पुष्टि होगी और यह ₹1,900 तक जा सकता है। फिलहाल यह शेयर ₹1,400 से ₹1,700 के बीच समेकित हो सकता है
ऑप्शंस की बात करें तो 28 अक्टूबर की एक्सपायरी के लिए Open Interest डेटा में 1,500 स्ट्राइक और उसके ऊपर कॉल ऑप्शंस का महत्वपूर्ण संचय देखा गया है, जो इस स्तर पर रेसिस्टेंस की उम्मीद को दर्शाता है। वहीं 1,400 स्ट्राइक पर पुट ऑप्शंस की बेस है, हालांकि इसकी मात्रा कम है। 10 अक्टूबर तक, HCL Tech का ATM (At The Money) स्ट्राइक 1,480 है, जहां कॉल और पुट दोनों ऑप्शंस की कीमत ₹68 है। इसका मतलब है कि कारोबारियों को अक्टूबर एक्सपायरी तक शेयर में लगभग ±5% की कीमत में उतार-चढ़ाव की संभावना नजर आ रही है। इतने उतार-चढ़ाव वाले माहौल में ट्रेडर्स अपने ऑप्शन स्ट्रैटेजी को इस हिसाब से बना सकते हैं कि वे तेज मूवमेंट की उम्मीद करते हैं या शेयर समेकन की स्थिति में रहेगा। तेज़ रैली या गिरावट की स्थिति में Long Straddle रणनीति उपयुक्त होती है, जिसमें ATM कॉल और पुट दोनों खरीदे जाते हैं ताकि शेयर में बड़ी चाल पर लाभ हो सके। वहीं अगर शेयर सीमा के भीतर ही रहा तो Short Straddle बेहतर विकल्प होता है, जिसमें दोनों ऑप्शंस को बेचा जाता है ताकि टाइम डिके और वोलैटिलिटी में कमी का फायदा उठाया जा सके। हालांकि, तेज मूवमेंट होने पर नुकसान की संभावना भी बनी रहती है, इसलिए जोखिम प्रबंधन आवश्यक है। इस वित्तीय तिमाही में HCL Tech के परिणाम और उसके बाद शेयर की चाल से बाजार की भावनाएं स्पष्ट होंगी। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, अमेरिकी टैरिफ, और H-1B वीजा नियमों में बदलाव जैसी चुनौतियां कंपनी के लिए परीक्षण की तरह हैं
निवेशक और विश्लेषक दोनों ही कंपनी के प्रबंधन के नजरिए और भविष्य की रणनीतियों को लेकर खासा उत्सुक हैं। इस तिमाही के नतीजों से HCL Tech के शेयरों में आने वाले समय में तेजी या गिरावट का स्पष्ट संकेत मिलेगा, जो न केवल कंपनी के प्रदर्शन को दर्शाएगा बल्कि पूरे IT सेक्टर की दिशा को भी प्रभावित करेगा। फिलहाल, शेयर ने तकनीकी रूप से मजबूत वापसी के संकेत दिए हैं, लेकिन बाजार की अनिश्चितताओं के कारण सतर्कता भी जरूरी है