Nifty 50 ने 22 सितंबर को लगातार दूसरे सत्र में गिरावट दर्ज की और लगभग 0.5 प्रतिशत नीचे बंद हुआ। हालांकि, इस गिरावट के बावजूद, इंडेक्स ने 25,150 के ब्रेकआउट जोन को इंट्राडे स्तर पर बचाए रखा, जो 10-दिन के EMA के साथ मेल खाता है। यह समर्थन खास महत्व रखता है क्योंकि 23 सितंबर को साप्ताहिक F&O एक्सपायरी होने वाली है। विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल बाजार में बुल्स का पलड़ा भारी है और इंडेक्स प्रमुख मूविंग एवरेजेज के ऊपर बना हुआ है। हालांकि, नजदीकी अवधि में कंसोलिडेशन और रेंज-बाउंड ट्रेडिंग की संभावना बनी हुई है। यदि Nifty 25,150 के सपोर्ट स्तर को बनाए रखता है, तो बुल्स इसे 25,450 से 25,500 के बीच ले जाकर 25,700 तक की ओर ले जा सकते हैं। वहीं नीचे की ओर 25,000 से 24,900 के स्तर महत्वपूर्ण सपोर्ट बन सकते हैं। ट्रेडिंग पिवट पॉइंट्स के आधार पर रेसिस्टेंस के स्तर 25,297, 25,340 और 25,409 पर नजर रखनी होगी, जबकि सपोर्ट 25,159, 25,117 और 25,048 के आसपास है। तकनीकी चार्ट में देखा जाए तो Nifty ने एक Bearish Candle बनाई है, जिसमें लंबी Upper Shadow और छोटी Lower Shadow है। यह बताता है कि ऊंचे स्तरों पर बिकवाली का दबाव है, लेकिन निचले स्तरों पर खरीदारी भी जारी है
MACD और इसके हिस्टोग्राम ने पॉजिटिव क्रॉसओवर बनाए रखा है और वे ज़ीरो लाइन के ऊपर बने हुए हैं, जबकि RSI 58.19 पर आ गया है जो 60 के नीचे गिरकर नेगेटिव क्रॉसओवर के कगार पर है। यह सभी संकेत एक सतर्क और थोड़ा नकारात्मक शॉर्ट-टर्म मूड को दर्शाते हैं। दूसरी ओर, Bank Nifty ने भी 55,285 के स्तर पर Bearish Candle बनायी है, जिसमें लंबी Upper Shadow है जो ऊंचे स्तरों पर सेलिंग प्रेशर दिखाता है। हालांकि, बैंकिंग इंडेक्स ने सभी प्रमुख मूविंग एवरेजेज के ऊपर बने रहने में सफलता हासिल की है। MACD ने बुलिश क्रॉसओवर बनाए रखा है, और RSI 54.47 पर है जो अभी भी पॉजिटिव क्रॉसओवर दिखाता है। इसका मतलब है कि बैंकिंग सेक्टर में कुछ उतार-चढ़ाव के साथ मिश्रित नजरिया बना हुआ है। ऑप्शंस डेटा पर नजर डालें तो Nifty के कॉल ऑप्शंस में सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट 25,500 के स्ट्राइक पर था, जो एक प्रमुख रेसिस्टेंस स्तर हो सकता है। इसके बाद 25,300 और 25,400 के स्ट्राइक आते हैं। वहीं, कॉल राइटिंग में अधिकतम 25,300 स्ट्राइक पर हुई, जिसके बाद 25,200 और 25,500 के स्ट्राइक शामिल हैं। कॉल अनवाइंडिंग सबसे ज्यादा 25,800 के स्ट्राइक पर हुई, जो संकेत देता है कि यहां बिकवाली बढ़ी है
पुट ऑप्शंस की बात करें तो 25,200 के स्ट्राइक पर सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट है, जो Nifty के लिए एक मजबूत सपोर्ट स्तर बन सकता है। इसके बाद 25,000 और 25,100 के स्ट्राइक आते हैं। पुट राइटिंग में भी 25,200 के स्ट्राइक पर सबसे अधिक गतिविधि देखी गई है, जो सपोर्ट कंफर्म करता है। पुट अनवाइंडिंग अधिकतर 25,300 के स्ट्राइक पर हुई है। Bank Nifty के ऑप्शंस में सबसे अधिक कॉल ओपन इंटरेस्ट 56,000 के स्ट्राइक पर है, जो इसके लिए एक अहम रेसिस्टेंस होगा। इसके बाद 57,000 और 55,500 के स्ट्राइक आते हैं। कॉल राइटिंग 55,600 के स्ट्राइक पर सबसे ज्यादा हुई। पुट ऑप्शंस में 55,000 के स्ट्राइक पर अधिकतम ओपन इंटरेस्ट है, जो एक मजबूत सपोर्ट का संकेत देता है। Put-Call Ratio (PCR) 0.72 पर पहुंच गया है, जो पिछले सत्र के 0.94 से नीचे है। यह दर्शाता है कि बाजार में बुलिश सेंटिमेंट बढ़ रहा है क्योंकि ट्रेडर्स पुट ऑप्शंस की तुलना में कॉल ऑप्शंस बेच रहे हैं
यदि यह रेश्यो 0.7 से नीचे या 0.5 के करीब पहुंचता है, तो यह बाजार में गिरावट की ओर संकेत कर सकता है। India VIX, जो बाजार की अस्थिरता का मापक है, 10.56 तक बढ़ गया है और 10-दिन के EMA को पार कर 20-दिन के EMA के करीब पहुंच गया है। यह बुल्स के लिए थोड़ा चिंता का विषय हो सकता है, लेकिन कुल मिलाकर VIX अभी भी कम स्तरों पर है। मौजूदा बाजार में 33 स्टॉक्स में Long Build-up देखा गया है, यानी इन स्टॉक्स में कीमतों के साथ ओपन इंटरेस्ट भी बढ़ा है। वहीं, 44 स्टॉक्स में Long Unwinding हुआ है, जहां कीमत और ओपन इंटरेस्ट दोनों में गिरावट आई है। Short Build-up 112 स्टॉक्स में हुआ है, जबकि 25 स्टॉक्स में Short-Covering देखी गई है। फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O) सेगमेंट में RBL Bank को नए बैन में शामिल किया गया है। HFCL और Sammaan Capital को बैन में रखा गया है, जबकि Angel One को बैन से बाहर निकाला गया है। इस पूरे परिदृश्य में, निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि वे 25,150 के सपोर्ट स्तर पर नजर रखें। यदि यह स्तर टूटता है, तो बाजार में और गिरावट की संभावना बढ़ जाएगी
वहीं, इस सपोर्ट के ऊपर बनी रहने पर बाजार में उबरने की संभावना मजबूत रहेगी। हालांकि, निवेश निर्णय लेते समय विशेषज्ञों की सलाह लेना आवश्यक होगा क्योंकि बाजार में अस्थिरता बनी हुई है