Nifty 50 ने 17 सितंबर को 0.4 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की और 25,250 के स्तर को पार करते हुए एक मजबूत तेजी का संकेत दिया है। इस तेजी को तकनीकी संकेतक भी सपोर्ट कर रहे हैं, खासकर US Federal Reserve की हालिया बैठक के बाद, जिसमें ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई और इस साल और दो बार कटौती के संकेत मिले हैं। इसके चलते बाजार में सकारात्मक माहौल बना हुआ है और एक्सपर्ट्स का मानना है कि Nifty जल्द ही 25,550 के स्तर को फिर से छू सकता है, और उसके बाद 25,669 तक पहुंचने की संभावना है, जो इस साल 30 जून को छुआ गया था और जहां से पहले बिकवाली शुरू हुई थी। हालांकि, यदि यह इंडेक्स 25,150 से 25,000 के सपोर्ट क्षेत्र से नीचे जाता है तो बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है। तकनीकी विश्लेषण की बात करें तो Nifty 50 ने एक बुलिश कैंडल बनाई है और Bollinger Bands की ऊपरी सीमा को टेस्ट किया है, साथ ही Bands का विस्तार हो रहा है, जो सकारात्मक ट्रेंड का संकेत देता है। 10, 20 और 50 दिन के EMAs ऊपर की ओर इशारा कर रहे हैं। RSI 66.15 पर है और MACD ने बुलिश क्रॉसओवर दिखाया है, जिसमें हिस्टोग्राम में भी मजबूती बनी हुई है। हालांकि, Stochastic RSI इस सप्ताह के शुरू से साइडवेज मूवमेंट में है। ये सभी संकेत बाजार में तेजी जारी रहने की संभावना दिखाते हैं। Bank Nifty ने भी शानदार प्रदर्शन किया है, 0.63 प्रतिशत की बढ़त के साथ लगातार 11वें दिन तेजी का सिलसिला जारी रखा है
यह इंडेक्स सभी प्रमुख मूविंग एवरेजेज के ऊपर ट्रेड कर रहा है और Bollinger Bands के मध्य रेखा से भी ऊपर है। RSI करीब 60 के स्तर पर पहुंच चुका है और MACD का बुलिश क्रॉसओवर जारी है, हालांकि यह ज़ीरो लाइन के नीचे है, लेकिन हिस्टोग्राम में मजबूती दिख रही है। यह दर्शाता है कि Bank Nifty में भी तेजी बरकरार रहने की संभावना है। ऑप्शंस डेटा की बात करें तो Nifty के लिए 26,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक Call open interest है, जो 86.02 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स के साथ एक मजबूत रेसिस्टेंस बन सकता है। इसके बाद 25,500 और 25,400 स्ट्राइक पर भी भारी Call open interest मौजूद है। सबसे अधिक Call writing 25,500 स्ट्राइक पर हुई है, जिसमें 39.47 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स का इजाफा हुआ। वहीं, Put ऑप्शंस में 25,200 स्ट्राइक पर सबसे अधिक open interest (76.14 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स) है, जो एक मजबूत सपोर्ट स्तर के रूप में काम कर सकता है। Bank Nifty के ऑप्शंस डेटा में 56,000 स्ट्राइक पर सबसे अधिक Call open interest (13.62 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स) है, जो इंडेक्स के लिए एक अहम रेसिस्टेंस माना जा सकता है। Put open interest में 54,000 स्ट्राइक सबसे अधिक है, जो सपोर्ट के तौर पर काम करेगा। Call और Put writing- unwinding के आंकड़े भी बाजार की दिशा के संकेत दे रहे हैं
मार्केट मूड को दर्शाने वाला Nifty Put-Call Ratio (PCR) 1.21 पर आ गया है, जो पिछले दिन के 1.29 से थोड़ा कम है। PCR का यह स्तर दर्शाता है कि ट्रेडर्स Put ऑप्शंस को ज्यादा बेच रहे हैं, जो बुलिश सेंटिमेंट का संकेत है। अगर यह रेश्यो 0.7 से नीचे आ जाता है तो बाजार में कमजोरी का इशारा होता है, लेकिन फिलहाल स्थिति सकारात्मक बनी हुई है। India VIX, जो बाजार की अस्थिरता को मापता है, 10.25 के निचले स्तर पर बना हुआ है, जो कम वोलैटिलिटी और बुल्स के पक्ष में संकेत देता है। यह भी बाजार के तेजी के पक्ष में एक मजबूत कारक है। अगले ट्रेडिंग सत्रों में 72 स्टॉक्स में लॉन्ग पोजिशन में बढ़ोतरी देखी गई है, जबकि 34 स्टॉक्स में लॉन्ग अनवाइंडिंग हुई है। शॉर्ट पोजिशन में भी 58 स्टॉक्स में बढ़ोतरी और 50 स्टॉक्स में शॉर्ट कवरिंग हुई है। यह पूरा डेटा दर्शाता है कि बाजार में विविधता के साथ ट्रेडिंग गतिविधि चल रही है। डिलीवरी ट्रेड्स की बात करें तो कुछ स्टॉक्स में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है, जो लंबी अवधि के निवेश के संकेत हैं। इसके साथ ही F&O सेगमेंट में Angel One, Oracle Financial Services Software, और RBL Bank पर प्रतिबंध जारी है, जबकि HFCL को इस प्रतिबंध से बाहर कर दिया गया है
संक्षेप में, Nifty और Bank Nifty दोनों ही तकनीकी और ऑप्शंस डेटा के आधार पर मजबूत तेजी के मूड में हैं। यदि Nifty 25,000–25,150 के सपोर्ट क्षेत्र को बचाए रखता है, तो 25,550 और 25,669 के स्तर को पार करना संभव है, जिससे निवेशकों के लिए अच्छे अवसर बन सकते हैं। हालांकि, बाजार में किसी भी तरह की तेजी में सावधानी भी जरूरी है क्योंकि सपोर्ट स्तर टूटने पर बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है। इस समय घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार के संकेतों पर नजर रखना महत्वपूर्ण रहेगा