Axis Max Life ने दिखाया जबरदस्त धमाका, SBI Life और LIC के लिए फिर से चुनौती बढ़ी

Saurabh
By Saurabh

भारत की life insurance industry ने अगस्त 2025 में मिलेजुले नतीजे दिए हैं, जहां कुछ कंपनियां अपनी बढ़त बनाए रखने में सफल रहीं, तो कुछ को फिर से पिछड़ना पड़ा। इस माह का सबसे बड़ा सितारा Axis Max Life रहा, जिसने लगातार पांचवें महीने भी डबल-डिजिट ग्रोथ दर्ज की। वहीं, SBI Life की प्रगति धीमी रही और LIC की हालत भी कुछ खास नहीं दिखी। Axis Max Life ने नए business premium में 20% की जबरदस्त बढ़ोतरी की है। साथ ही, total annual premium equivalent (APE) में 17% और retail APE में 16% की बढ़त ने इस कंपनी की ताकत को साफ दिखाया। विश्लेषकों ने इस बात पर खास ध्यान दिया कि यह वृद्धि एक पहले से ही ऊंचे स्तर पर हुई है, जो बताता है कि Axis Max Life की रणनीति लगातार काम कर रही है और कंपनी अपने नए और retail business दोनों में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। यह कंपनी न केवल तेजी से बढ़ रही है, बल्कि स्थिरता भी बनाए हुए है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। इसके विपरीत, SBI Life ने तीसरे महीने भी धीमी प्रगति दिखाई। नए business premium में 23% की बढ़ोतरी के बावजूद, कुल APE में केवल 1% की मामूली वृद्धि हुई, और retail APE में 4% की गिरावट देखी गई। यह लगातार तीसरा महीना है जब SBI Life के आंकड़े कमजोर रहे हैं, जो इसके retail business में जारी चुनौतियों को दर्शाता है

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि SBI Life को अपने व्यवसाय मॉडल और रणनीतियों पर पुनर्विचार करना होगा यदि वह वर्ष के दूसरे भाग में बेहतर प्रदर्शन करना चाहता है। बाकी कंपनियों के प्रदर्शन में भी विभिन्नता देखी गई। HDFC Life ने नए business premium में 10% की वृद्धि की, जबकि total APE में मामूली 3% की बढ़त दर्ज की गई, लेकिन retail APE स्थिर रहा। यह संकेत देता है कि HDFC Life ने स्थिरता बनाए रखी है, लेकिन किसी बड़ी तेजी की उम्मीद फिलहाल नहीं दिखती। ICICI Prudential Life ने नए business premium में 18% की बढ़ोतरी की और कुल APE में जबरदस्त 35% की छलांग लगाई। हालांकि, इसके retail APE में 13% की गिरावट आई, जो दर्शाता है कि इसकी ताकत कुछ खास क्षेत्रों में ही सीमित है, न कि पूरे बाजार में। सबसे ज्यादा नुकसान LIC को हुआ है, जो भारत का सरकारी life insurance दिग्गज है। LIC का नया business premium 17% घटा है, total APE मामूली रूप से -0.2% पर पहुंच गया है, और retail APE में 5% की कमी आई है। यह आंकड़े LIC के लिए चिंता का विषय हैं क्योंकि इसे तेज़ी से आगे बढ़ रहे private insurers के मुकाबले अपनी बाज़ार स्थिति बचाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अगस्त के आंकड़े भारत की life insurance कंपनियों की विभाजित किस्मत को दर्शाते हैं

जहां Axis Max Life ने निरंतरता और विकास दोनों का संतुलन बनाए रखा है, वहीं SBI Life और LIC को अभी भी कई चुनौतियों से गुजरना है। आने वाले समय में इस उद्योग की दिशा इस बात पर निर्भर करेगी कि कंपनियां अपने उत्पादों को किस हद तक विविधता प्रदान कर पाती हैं, वितरण नेटवर्क को बेहतर बना पाती हैं और ग्राहकों की बदलती जरूरतों को कितनी जल्दी समझ पाती हैं। यह सब न केवल निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण होगा, बल्कि policyholders के लिए भी फायदे का सौदा साबित होगा। इस दौर में, Axis Max Life ने दिखा दिया है कि सही रणनीति और बाजार की समझ से कैसे लगातार सफलता हासिल की जा सकती है। वहीं, SBI Life और LIC जैसी बड़ी कंपनियों के लिए यह वक्त है अपने मॉडल को फिर से परखने का और प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए नए रास्ते खोजने का। कुल मिलाकर, life insurance सेक्टर में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले महीनों में कौन सी कंपनियां बाज़ी मारती हैं

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