Morgan Stanley ने Adani Power (APL) के लिए ‘overweight’ रेटिंग जारी की है और इसे अपनी ‘top pick’ शेयर के रूप में चुना है। इस कदम के पीछे कंपनी की मजबूती, तेजी से बढ़ती क्षमता और भविष्य के लिए सकरात्मक संभावनाएं हैं। खास बात यह है कि यह रेटिंग SEBI द्वारा Gautam Adani और उनके समूह पर लगाए गए स्टॉक मैनिपुलेशन आरोपों को खारिज करने के बाद आई है, जिससे बाजार में कंपनी के भरोसे को और मजबूती मिली है। Morgan Stanley का मानना है कि Adani Power भारत की कॉर्पोरेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण टर्नअराउंड का उदाहरण है। कंपनी की क्षमता वित्तीय वर्ष 2033 तक 2.5 गुना बढ़ने की उम्मीद है, वहीं EBITDA में तीन गुना की वृद्धि होने की संभावना जताई गई है। इस आधार पर ब्रोकरेज ने Adani Power का टारगेट प्राइस Rs 818 रखा है, जो कि पिछले बंद भाव Rs 631.35 के मुकाबले लगभग 30% का उछाल दर्शाता है। Morgan Stanley द्वारा ‘overweight’ रेटिंग दिए जाने के कई तकनीकी और फंडामेंटल कारण हैं। Adani Power भारत का सबसे बड़ा Independent Power Producer (IPP) है और thermal power क्षेत्र में NTPC के बाद दूसरा सबसे बड़ा डेवलपर है। कंपनी का बाजार हिस्सा लगभग 8% है, जो कोयला क्षमता और पावर जनरेशन दोनों में है। वित्तीय दृष्टि से कंपनी की स्थिति मजबूत है, FY25 के लिए net debt/EBITDA अनुपात केवल 1.5x अनुमानित है
इसके अलावा, कंपनी के US$27 बिलियन के कैपेक्स का 60-65% हिस्सा आंतरिक संसाधनों से पूरा होगा, जिससे वित्तीय स्थिरता बनी रहेगी। Morgan Stanley ने Adani Power की रणनीतिक ताकतों को भी रेखांकित किया है। इनमें शामिल हैं – (1) उसके अधिग्रहणों का रणनीतिक स्थान, जो merchant projects को Power Purchase Agreements (PPAs) में बदलने में सहायक है, (2) पावर प्लांट कमीशनिंग में मजबूत और समयबद्ध कार्यान्वयन ट्रैक रिकॉर्ड, (3) विस्तार के लिए पर्याप्त भूमि उपलब्धता, (4) उपकरण आदेश प्रतिस्पर्धियों से पहले देना, जिससे उत्पादन में देरी नहीं होती, और (5) मजबूत बैलेंस शीट। Morgan Stanley ने यह भी कहा कि भारत में ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ेगी, जो शहरीकरण और औद्योगिकीकरण से प्रेरित होगी। देश में बिजली पहुंच में सुधार हुआ है और 2000 के बाद से 700 मिलियन से अधिक लोगों को बिजली सेवा मिली है। ऐसे में बिजली उत्पादन और ग्रिड इन्फ्रास्ट्रक्चर में बड़े निवेश की जरूरत होगी। ‘Make in India’ जैसे कार्यक्रमों की सफलता, साथ ही वैश्विक आर्थिक माहौल में भारत की प्रतिस्पर्धात्मक ताकत, सस्ती, भरोसेमंद और उपलब्धता वाली बिजली पर निर्भर करेगी। हाल ही में, Adani Power के शेयरों ने भी मजबूती दिखाई है। 19 सितंबर को शेयरों में 13% से अधिक की बढ़त दर्ज हुई और यह Rs 716.10 के स्तर पर बंद हुए। पिछले एक महीने में शेयर लगभग 18% बढ़े हैं, जबकि पिछले छह महीनों में यह करीब 37% की बढ़ोतरी देख चुके हैं
यह तेजी निवेशकों के बीच कंपनी के भविष्य को लेकर विश्वास को दर्शाती है। कुल मिलाकर, Morgan Stanley का ‘overweight’ रेटिंग और मजबूत वित्तीय व परिचालन प्रदर्शन Adani Power को निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बनाते हैं। कंपनी के पास विस्तार के लिए पर्याप्त संसाधन और योजना मौजूद हैं, जिससे यह भारतीय ऊर्जा क्षेत्र की बढ़ती मांग को पूरा करने में अहम भूमिका निभा सकती है। SEBI के फैसले के बाद कंपनी के प्रति बाजार का भरोसा भी बढ़ा है, जो शेयरों के तेजी से बढ़ने का कारण बना है। इस स्थिति में Adani Power की कहानी केवल एक कॉर्पोरेट टर्नअराउंड नहीं, बल्कि भारत की ऊर्जा क्षेत्र की विकास यात्रा का भी प्रतीक बनती जा रही है