भारत सरकार द्वारा हाल ही में Goods and Services Tax (GST) में की गई भारी कटौती ने देश के ऑटोमोबाइल सेक्टर को जबरदस्त फायदा पहुंचाया है। प्रधानमंत्री Narendra Modi के 15 अगस्त को घोषित इस दशक की सबसे बड़ी GST छूट के बाद, केवल एक महीने के अंदर ही ऑटो सेक्टर की मार्केट कैपिटलाइजेशन में लगभग $33 बिलियन की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह कदम वाहनों को अधिक किफायती बनाने और उपभोक्ता मांग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया है। इस घोषणा के बाद BSE auto index, जो 20 प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों को ट्रैक करता है, ने 20 से अधिक पॉइंट्स की गिरावट के बावजूद 60,690.61 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि यह गिरावट दिखती है, लेकिन अन्य सेक्टोरल इंडेक्स की तुलना में यह बेहतर प्रदर्शन रहा है। वहीं BSE Sensex में इस दौरान कोई खास बदलाव नहीं आया और यह लगभग स्थिर रहा क्योंकि अमेरिका द्वारा लगाए गए 50% के उच्चतम निर्यात टैरिफ का असर पूरे बाजार पर पड़ा, जो एशिया में सबसे ज्यादा है। सरकार के GST सुधार को मंत्री मंडल की एक समिति ने इस महीने की शुरुआत में अंतिम रूप दिया था। इस सुधार के तहत अधिकांश पैसेंजर व्हीकल कैटेगरीज पर टैक्स दर को 31% से घटाकर 18% किया गया है। यह नीति बदलाव भारत के त्योहारों के सीजन से पहले आया है, जो आमतौर पर सालाना ऑटो बिक्री का लगभग एक चौथाई हिस्सा होता है। इससे न सिर्फ पैसेंजर कारों को बल्कि टू-व्हीलर कंपनियों को भी फायदा मिलने की उम्मीद है
इस रैली में Mahindra & Mahindra Ltd. सबसे आगे रही, जिसने अगस्त महीने में 15% से अधिक की तेजी देखी। यह वृद्धि इसके SUVs, ट्रैक्टर्स और फार्म इक्विपमेंट की मजबूत बिक्री को दर्शाती है। इसके अलावा Eicher Motors Ltd. और TVS Motor Co. ने भी अपने शेयर मूल्य में महत्वपूर्ण उछाल देखा। विश्लेषकों का मानना है कि कम टैक्स दरों के कारण ऑटो निर्माता अपनी लागत बचत का लाभ सीधे ग्राहकों तक पहुंचा पाएंगे, जिससे खासतौर पर प्रवेश स्तर की कारों जैसे कीमत-संवेदनशील सेगमेंट में मांग बढ़ेगी। विशेषज्ञ Shashank Kanodia ने कहा कि यह समय ऑटो सेक्टर के लिए बेहद उत्साहजनक है। उन्होंने बताया कि टैक्स कटौती से खरीदारी में तेजी आएगी, विशेषकर उन खरीदारों के बीच जो कीमत के प्रति संवेदनशील हैं। इसके परिणामस्वरूप त्योहारों के दौरान बिक्री में सुधार होगा, जिससे निर्माता कंपनियों को फायदा होगा। यह GST कटौती वैश्विक व्यापार में अनिश्चितताओं और घरेलू आर्थिक चुनौतियों के बीच उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास को समर्थन देने की सरकार की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। ऑटो कंपनियों को कीमतों में गिरावट और मांग के मजबूत प्रवाह से आने वाले महीनों में लाभ मिलने की संभावना है, जिससे बाजार में मजबूती और मुनाफे में सुधार देखने को मिल सकता है। अंत में कहा जा सकता है कि हालिया GST कटौती ने भारतीय उपभोक्ताओं की खरीद क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ ऑटो सेक्टर में एक बड़ी बाजार तेजी को जन्म दिया है
त्योहारों के मौसम में मांग बढ़ने की संभावना के चलते ऑटो निर्माता इस नीति बदलाव का पूरा फायदा उठाने के लिए तैयार हैं, जो इस उद्योग के लिए सकारात्मक संकेत है