Vardhman Textiles के शेयरों ने गुरुवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर जबरदस्त तेजी दिखाई। दिन के दौरान यह 11.27% तक उछलकर ₹454.25 के इंट्रा-डे हाई तक पहुंच गया। दोपहर 2:28 बजे के आसपास स्टॉक 8.18% की बढ़त के साथ ₹441.65 पर कारोबार कर रहा था। इस तेजी का मुख्य कारण भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता के अंतिम चरण में पहुंचने की खबरें हैं। यह वार्ता भारतीय निर्यात पर वर्तमान में लागू लगभग 50% के प्रभावी टैरिफ को घटाकर करीब 15-16% तक लाने की संभावना पर आधारित है। यदि यह सौदा ASEAN समिट में इसी महीने घोषित हो जाता है, तो भारतीय टेक्सटाइल सेक्टर सहित कई उद्योगों को बड़ा लाभ मिल सकता है। पिछले पांच दिनों में Vardhman Textiles के शेयर लगभग 8% और पिछले एक महीने में करीब 6% की बढ़त दर्ज कर चुके हैं। हालांकि, पिछले छह महीनों में यह स्टॉक 11% से अधिक नीचे गिर चुका है, जबकि वर्ष 2025 की शुरुआत से लेकर अब तक यह लगभग 13% का नुकसान झेल चुका है। कंपनी ने मार्च 2025 में ₹361.10 के 52-वीक लो स्तर को छुआ था, जबकि दिसंबर 2024 में इसका 52-वीक हाई ₹563.95 रहा था। इस तरह बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच यह स्टॉक फिलहाल सकारात्मक मोड़ पर नजर आ रहा है
Vardhman Textiles ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2FY26) के नतीजे भी गुरुवार को जारी किए। कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट इस दौरान सालाना आधार पर 4.83% गिरकर ₹187.03 करोड़ रह गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹196.54 करोड़ था। राजस्व में भी मामूली गिरावट देखी गई, जो 0.89% की कमी के साथ ₹2,480.1 करोड़ पर आ गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की Q2 में यह ₹2,502.42 करोड़ था। हालांकि, ऑपरेशनल स्तर पर कंपनी ने EBITDA में 6.13% की बढ़ोतरी दर्ज की, जो पिछले साल की इसी तिमाही के ₹315 करोड़ के मुकाबले इस साल ₹334 करोड़ रहा। EBITDA मार्जिन भी 12.59% से बढ़कर 13.48% हो गया है, जो संचालन में सुधार को दर्शाता है। 23 अक्टूबर, 2025 तक Vardhman Textiles की मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹12,775.17 करोड़ के करीब थी। भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के सकारात्मक परिणामों की उम्मीद के बीच टेक्सटाइल क्षेत्र के अन्य शेयरों में भी तेजी देखी गई। इस वार्ता के सफल समापन से भारतीय निर्यातकों को अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलेगा और टैरिफ में कटौती से उनकी लागत कम होगी। इससे Vardhman Textiles जैसे प्रमुख यार्न-स्पिनिंग मिल ऑपरेटरों को दीर्घकालिक लाभ मिलने की संभावना है। कंपनी के Q2 परिणामों में लाभ में गिरावट और राजस्व में मामूली कमी के बावजूद EBITDA और मार्जिन में सुधार ने निवेशकों को भरोसा दिया है
खासकर जब वैश्विक स्तर पर व्यापार बाधाओं में कमी की उम्मीदें हैं, तो यह शेयर बाजार में मजबूती का संकेत समझा जा रहा है। वर्तमान परिदृश्य में यह साफ दिखता है कि Vardhman Textiles के शेयरों की चाल न केवल कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन पर निर्भर करेगी, बल्कि व्यापक व्यापार नीतियों और अंतरराष्ट्रीय समझौतों पर भी टिकी है। अगर भारत-अमेरिका के बीच यह सौदा सफलतापूर्वक पूरा होता है, तो अगले कुछ महीनों में टेक्सटाइल सेक्टर में और भी तेजी आने की संभावना है। इस तेजी के साथ निवेशकों की दिलचस्पी Vardhman Textiles में बढ़ रही है, जो स्टॉक की कीमतों में हुई पिछली गिरावट के बाद एक मजबूत सुधार की ओर संकेत करती है। आगामी ASEAN समिट में इस सौदे की घोषणा बाजार के लिए निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है और इससे भारत के टेक्सटाइल निर्यातकों को वैश्विक मंच पर नई पहचान हासिल करने में मदद मिलेगी। इस तरह, Vardhman Textiles ने न केवल Q2 के वित्तीय आंकड़ों में संतुलन बनाए रखा है, बल्कि व्यापार वार्ता की उम्मीदों ने इसके शेयरों में नई जान फूंकी है। निवेशकों की नजरें अब इस स्टॉक पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में यह तेजी कितनी और बढ़ पाती है और कंपनी के लिए यह वैश्विक व्यापार में नए अवसर कैसे खोलती है