Dixon Technologies ने अपने Q2 FY26 के नतीजों में जबरदस्त उछाल दिखाया है, जिसमें कंपनी का consolidated net profit 81% की बढ़ोतरी के साथ ₹745.7 करोड़ तक पहुंच गया है। यह आंकड़ा सितंबर 2025 तिमाही के लिए सामने आया है और पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने ₹411.7 करोड़ का net profit दर्ज किया था। इस मुनाफे में एक बार का खास फायदा भी शामिल है, जो कंपनी को ₹465 करोड़ का मिला है, Aditya Infotech Ltd में अपनी हिस्सेदारी बेचने से। कंपनी की revenue from operations (adjusted) भी 28.7% बढ़कर ₹14,855 करोड़ हो गई है, जबकि reported revenue 33% की छलांग लगाकर ₹15,351 करोड़ पर पहुंच गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि revenue की यह बढ़ोतरी fair value gain के कारण हुई है, जिसमें ₹465 करोड़ का Aditya Infotech Ltd में Dixon के stake का gain और ₹28 करोड़ का lighting business undertaking के transfer से मिला gain शामिल है। Dixon Technologies के mobile devices manufacturing division ने इस तिमाही में कुल revenue का 90% योगदान दिया, जबकि consumer electronics और appliances division ने 6% हिस्सा रखा। इस तिमाही में कंपनी की EBITDA भी जबरदस्त बढ़ी है और ₹1,057 करोड़ पर पहुंच गई है, जो पिछले साल के ₹420 करोड़ के मुकाबले 152% अधिक है। EBITDA margin 7.1% तक पहुंच गया है, जो पिछले साल की तुलना में 350 basis points की बढ़ोतरी दर्शाता है। Profit Before Tax (PBT) में भी 75% की वृद्धि हुई है, जो ₹924 करोड़ तक पहुंचा है। PBT margin 6.2% रहा, जो पिछले साल के 4.6% के मुकाबले काफी बेहतर है
Net Profit After Tax (PAT) ₹746 करोड़ रहा, जो 81% की वृद्धि को दर्शाता है और PAT margin 5.0% तक पहुंच गया है, जो पिछले साल की तुलना में 140 basis points अधिक है। Adjusted basis पर भी कंपनी के वित्तीय नतीजे मजबूत रहे। Adjusted revenue ₹14,858 करोड़ रहा, जो पिछले साल के ₹11,528 करोड़ से 29% अधिक है। Adjusted EBITDA ₹564 करोड़ पर पहुंचा, जो 34% की बढ़ोतरी दर्शाता है। Adjusted PBT ₹431 करोड़ रहा और Adjusted PAT ₹323 करोड़ रहा, जिसमें क्रमशः 35% और 37% की वृद्धि हुई है। कंपनी के Nomination and Remuneration Committee ने कर्मचारियों के लिए 7,000 स्टॉक ऑप्शंस जारी करने को भी मंजूरी दी है, जो Dixon Technologies, इसकी subsidiary और joint venture कंपनियों के कर्मचारियों को विभिन्न ट्रांचों में प्रदान किए जाएंगे। इस वित्तीय प्रदर्शन के अलावा, Dixon Technologies ने Inventec Corporation के साथ अपनी नई joint venture (JV) की भी जानकारी दी है। 30 अप्रैल 2025 को दोनों कंपनियों ने notebook PC products, servers, और desktop PC products के निर्माण के लिए JV agreement किया था। यह नई JV कंपनी अब 18 अक्टूबर 2025 को पूरी तरह से लागू हो गई है। Dixon ने JV कंपनी में ₹20.51 करोड़ और Inventec ने ₹13.68 करोड़ का निवेश किया है
इसके तहत Dixon के पास JV कंपनी के 60% हिस्सेदारी है जबकि Inventec के पास 40% हिस्सेदारी है। Inventec Corporation, जो 1975 में स्थापित हुई थी, दुनिया के शीर्ष 5 PC ODMs में से एक है और notebooks, desktop PCs, AIOs, servers, और handheld devices बनाने में विशेषज्ञता रखती है। Dixon Technologies के Vice Chairman & Managing Director, Atul B. Lall ने इस साझेदारी को एक बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि Inventec के साथ JV से कंपनी के नोटबुक और सर्वर जैसे हाई-ग्रोथ सेगमेंटों में विस्तार होगा। Inventec के President & CEO, Jack Tsai ने Dixon की भारत में मजबूत उत्पादन प्रणाली, उच्च स्तर की ऑटोमेशन और सरकार के साथ समन्वय की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह JV दोनों कंपनियों की कार्यक्षमता और सेवा कवरेज को भारतीय बाजार में मजबूती देगा। उन्होंने यह भी बताया कि यह साझेदारी supply chain की मजबूती, लागत कुशलता और Inventec की वैश्विकरण रणनीति के अनुरूप है। Dixon Technologies ने न केवल Q2 FY26 के वित्तीय नतीजों से निवेशकों का विश्वास मजबूत किया है, बल्कि अपनी नई JV के माध्यम से भविष्य की संभावनाओं का भी मजबूत संकेत दिया है। मोबाइल डिवाइस निर्माण में अपनी प्रमुख भूमिका के साथ-साथ अब नोटबुक और सर्वर सेगमेंट में भी कंपनी अपनी पकड़ बना रही है। यह वित्तीय और रणनीतिक विकास Dixon Technologies को भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण क्षेत्र में एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में स्थापित करता दिख रहा है। कंपनी के इस मजबूत प्रदर्शन और नई JV साझेदारी ने बाजार में Dixon Technologies के स्टॉक की मांग को बढ़ावा दिया है और निवेशकों की नजरें इस कंपनी पर टिकी हुई हैं। आने वाले तिमाहियों में Dixon के वित्तीय और संचालन क्षेत्र में और भी बेहतर परिणाम मिलने की संभावना है